बबली और पंडित की चुदाई – 3

Desi Sex Katha 3
(बबली और पंडित की चुदाई – 3)

आपने अब तक पढ़ा है कि पंडित जी बबली की जवानी को भोगने के चक्कर में उसको पूजा करवाने के लिए फंसा चुके थे पंडित जी बबली की तारीफ करते हुए उस पर डोरे डाल रहे थे कि श्रृंगार के इतनी सुन्दर लगती हो तो श्रृंगार के पश्चात तो तुम बिल्कुल अप्सरा लगोगी अब आगे desi sex katha

पंडित परम्परा के अनुसार तुम्हारा श्रृंगार पवित्र हाथों से होना चाहिए अथवा तुम्हारा श्रृंगार मैं करूंगा इसमें तुम्हें कोई आपत्ति तो नही? बबली नहीं पंडित जी पंडित बबली मुझे याद नहीं रहा था लेकिन जो देवलिंग मैंने तुम्हें दिया था उस पर पंडित का चित्र होना चाहिए इस लिए इस देवलिंग पे मैं अपनी एक छोटी सी फोटो चिपका रहा हूं बबली ठीक है पंडित जी

पंडित और हां रात को दो बार उठ कर इस देवलिंग को जय करना एक बार सोने से पहले और दूसरी बार मध्य रात्रि में बबली जी पंडित जी पंडित ने देवलिंग पर अपनी एक छोटी सी फोटो चिपका दी और बबली को बांधने के लिए दे दिया

बबली ने पहले जैसे देवलिंग को अपनी टांगों के बीच बांध लिया आज की पूजा खत्म हुई और बबली अपने कपड़े पहन के घर चली आई पंडित से अपनी तारीफ सुन कर वो खुश थी सारा दिन देवलिंग बबली की टांगों के बीच चुभता रहा लेकिन अब यह चुभन बबली को अच्छी लग रही थी desi sex katha

बबली रात को सोने लेटी तो उसे याद आया कि देवलिंग को जय करना है उसने सलवार का नाड़ा खोल कर देवलिंग निकाला और अपने माथे से लगाया वो देवलिंग पर पंडित की फोटो को देखने लगी उसे पंडित द्वारा की गई अपनी तारीफ याद आ गई अब उसे पंडित अच्छा लगने लगा था

कुछ देर तक पंडित की फोटो को देखने के बाद उसने देवलिंग को वहीं अपनी टांगों के बीच में रख दिया और नाड़ा बांध लिया देवलिंग बबली की चूत को टच कर रहा था बबली ना चाहते हुए भी एक हाथ सलवार के ऊपर से ही देवलिंग पे ले गई और देवलिंग को अपनी चूत पे दबाने लगी साथ साथ उसे पंडित की तारीफ याद आ रही थी

उसका दिल कर रहा था कि वो पूरा का पूरा देवलिंग अपनी चूत में डाल ले लेकिन इसे गलत मानते हुए और अपना मन मारते हुए उसने देवलिंग से हाथ हटा लिया आधी रात को उसकी आंख खुली तो उसे याद आया कि देवलिंग को जय करना है desi sex katha

देवलिंग का सोचते ही बबली को अपने हिप्स के बीच में कुछ लगा देवलिंग कल की तरह बबली की हिप्स में फंसा हुआ था बबली ने सलवार का नाड़ा खोला और देवलिंग बाहर निकाला उसने देवलिंग को जय किया उस पर पंडित की फोटो को देख कर दिल में कहने लगी यह क्या पंडित जी पीछे क्या कर रहे थे?

बबली देवलिंग को अपनी हिप्स के बीच में ले गई और अपनी गांड पे दबाने लगी उसे मज़ा आ रहा था लेकिन डर की वजह से वो देवलिंग को गांड से हटा कर टांगों के बीच ले आई उसने देवलिंग को हल्का सा चूत पर रगड़ा फिर देवलिंग को अपने माथे पे रखा और पंडित की फोटो को देख कर दिल में कहने लगी पंडित जी क्या चाहते हो?

एक विधवा के साथ ये सब करना अच्छी बात नही फिर उसने वापस देवलिंग को अपनी जगह बांध दिया और गरम चूत ही ले के सो गई अगले दिन पंडित बबली शिव को सुन्दर स्त्रियां आकर्षित करती है तुम्हें श्रृंगार करना होगा परन्तु नियम के अनुसार यह श्रृंगार शुद्ध हाथों से होना चाहिए desi sex katha

मैंने ऐसा पहले इस लिए नहीं कहा कि शायद तुम्हें लज्जा आये बबली पंडित जी मैंने तो आपसे पहले ही कहा था कि मैं भगवान के काम में कोई लज्जा नहीं करूंगी पंडित तो मैं तुम्हारा श्रृंगार खुद अपने हाथों से करूंगा बबली जी पंडित जी पंडित तो जाओ पहले दूथ से स्नान कर आओ बबली दूध से नहा आई

पंडित ने श्रृंगार का सारा सामान तैयार कर रखा था लिपस्टिक गुलाब जल आई लाइनर ग्लीमर बॉडी आयल बबली ने ब्लाउज और पेटीकोट पहना था पंडित आओ बबली पंडित और बबली आमने सामने जमीन पर बैठ गए पंडित बबली के बिल्कुल पास आ गया

पंडित तो पहले आंखों से शुरू करते है पंडित बबली को आई लाइनर लगाने लगा पंडित बबली एक बात कहूं? बबली जी कहिए पंडित जी पंडित तुम्हारी आंखें बहुत सुन्दर हैं तुम्हारी आंखों में बहुत गहराई है बबली शरमा गई पंडित इतनी चमकीली जीवन से भरी प्यार बिखेरती कोई भी इन आंखों से मन्त्र मुग्ध हो जाए desi sex katha

बबली शर्माती रही वो कुछ बोली नही बस थोड़ा मुस्कुरा रही थी उसे अच्छा लग रहा था आई लाइनर लगाने के बाद अब गालों पे गुलाब जल लगाने की बारी आई पंडित ने बबली के गालों पे गुलाब जल लगाते हुए कहा पंडित बबली एक बात कहूं?

बबली जी कहिए पंडित जी पंडित तुम्हारे गाल कितने कोमल हैं जैसे कि मखमल के बने हो इन पे कुछ लगाती हो क्या? बबली नहीं पंडित जी अब श्रृंगार नहीं करती केवल नहाते वक्त साबुन लगाती हूं पंडित बबली के गालों पे हाथ फेरने लगा इससे बबली शरमा रही थी

पंडित बबली तुम्हारे गाल छूने में इतने अच्छे है कि शिव का भी इन्हे इन्हे बबली इन्हे क्या पंडित जी? पंडित शिव का भी इन गालों का चुम्बन लेने को दिल करे बबली शरमा गई थोड़ा सा मुस्कुराई भी अन्दर से उसे बहुत अच्छा लग रहा था पंडित और एक बार चुम्बन ले तो छोड़ने का दिल ना करे desi sex katha

गालों पर गुलाब जल लगाने के बाद अब लिप्स की बारी आई पंडित बबली होंठ सामने करो बबली ने लिप्स सामने करे पंडित मेरे ख्याल से तुम्हारे होंठों पर गाढ़ा लाल रंग बहुत अच्छा लगेगा पंडित ने बबली के होंठों पे लिपस्टिक लगानी शुरू की बबली ने शर्म से आंखें बंद कर रखी थी

पंडित बबली तुम लिपस्टिक होंठ बंद करके लगाती हो क्या थोड़े होंठ खोलो बबली ने होंठ खोले पंडित ने एक हाथ से बबली की ठोड़ी पकड़ी और दूसरे हाथ से लिपस्टिक लगाने लगा पंडित वाह अति सुन्दर बबली क्या पंडित जी?

पंडित तुम्हारे होंठ कितने आकर्षक हैं तुम्हारे होंठ क्या बनावट है कितने भरे भरे कितने गुलाबी बबली आप मज़ाक कर रहे हैं पंडित जी पंडित नही शिव की सौगंध तुम्हारे होंठ किसी को भी आकर्षित कर सकते हैं तुम्हारे होंठ देख कर तो शिव पार्वती के होंठ भूल जाएं वह भी ललचा जाएं desi sex katha

तुम्हारे होंठों का सेवन करें तुम्हारे होंठों की मदिरा पिएं बबली अन्दर से मरी जा रही थी उसे बहुत ही अच्छा फील हो रहा था पंडित एक बात पूछू? बबली पूछिए पंडित जी पंडित क्या आज तक तुम्हारे होंठों का सेवन किसी ने किया है? बबली यह सुनते ही बहुत शर्मा गई

बबली एक दो बार मेरे पति ने पंडित केवल एक दो बार बबली वो ज्यादातर बाहर ही रहते थे पंडित तुम्हारे पति के अलावा और किसी ने नही बबली कैसी बातें कर रहे हैं पंडित जी पति के अलावा और कौन कर सकता है? क्या वो पाप नहीं होता

पंडित यदि विवश हो कर किया जाए तो पाप है वरना नही लेकिन तुम्हारे होंठों का सेवन बहुत आनन्ददायक होगा ऐसे होंठों का रस जिसने नही पिया उसका जीवन अधूरा है बबली अन्दर ही अन्दर ख़ुशी से पागल हुई जा रही थी अपनी इतनी तारीफ उसने पहले बार सुनने को मिल रही थी desi sex katha

फिर पंडित ने हेयर ड्रायर निकाला अब पंडित ड्रायर से बबली के बाल सुखाने लगा बबली के बाल बहुत लम्बे थे पंडित बबली झूठ नहीं बोल रहा लेकिन तुम्हारे बाल इतने लम्बे और घने हैं कि शिव इनमें खो जाएंगे उसने बबली का हेयर स्टाइल चेंज कर दिया उसके बाल बहुत पफी हो गए थे

आई लाइनर गुलाब जल लिपस्टिक और ड्रायर लगाने के बाद पंडित ने बबली को शीशा दिखाया बबली को यकीन ही नहीं हुआ कि वह इतनी सुन्दर भी दिख सकती है पंडित ने वाकई ही बबली का बहुत अच्छा मेकअप किया था

ऐसा मेकअप देख कर बबली खुद में सनसनी सी फील करने लगी उसे पता ना था कि वो भी इतनी एरोटिक लग सकती है पंडित मैंने तुम्हारे लिए खास जड़ी बूटियों का तेल बनाया है इससे तुम्हारी त्वचा में निखार आयेगा तुम्हारी त्वचा बहुत मुलायम हो जाएगी तुम अपने बदन पे कौन सा तेल लगाती हो? desi sex katha

बबली बदन का नाम सुन के थोड़ा शरमा गई सनसनी तो वो पहले ही फील कर रही थी बदन का नाम सुनके वो और अधिक सनसनी सी फील करने लगी बबली जी मैं बदन पे कोई तेल नहीं लगाती पंडित चलो कोई नही अब जरा घुटनों के बल खड़ी हो जाओ बबली अपने घुटनों के बल हो गई

पंडित मैं तुम पर तेल लगाऊंगा लज्जा ना करना बबली जी पंडित जी बबली ब्लाउज पेटीकोट में घुटनों पे थी पंडित भी घुटनों पर हो गया अब वो बबली के पेट पे तेल लगाने लगा फिर वो बबली के पीछे आ गया और बबली की पीठ और कमर पर तेल लगाने लगा

पंडित बबली तुम्हारी कमर कितनी लचीली है तेल के बिना भी कितनी चिकनी लगती है पंडित बबली के बिल्कुल पीछे आ गया वे दोनों घुटनों पे थे बबली के हिप्स और पंडित के लंड में मुश्किल से 1 इंच का फासला था पंडित पीछे से ही बबली के पेट पे तेल लगाने लगा वो उसके पेट पे लम्बे लम्बे हाथ फेर रहा था desi sex katha

पंडित बबली तुम्हारा बदन तो रेशमी है तुम्हारे पेट को हाथ लगाने में कितना आनन्द आता है ऐसा लग रहा है कि शनील की रजाई पे हाथ चला रहा हूं पंडित पीछे से बबली के और पास आ गया उसका लंड बबली के चूतड़ों की दरार को एकदम टच कर रहा था

अब पंडित बबली की नाभि में उंगली घुमाने का लगा पंडित तुम्हारी नाभि कितनी चिकनी और गहरी है जानती हो यदि शिव ने ऐसी नाभि देख ली तो वह क्या करेगा? बबली क्या पंडित जी? पंडित सीधा तुम्हारी नाभि में अपनी जीभ डाले रखेगा इसे चूसता और चाटता रहेगा

यह सुन कर बबली मुस्कुराने लगी शायद हर लड़की या नारी को अपनी तारीफ सुनना अच्छा लगता है चाहे तारीफ झूठी ही क्यों ना हो पंडित एक हाथ बबली के पेट पे फेर रहा था और दूसरे हाथ की उंगली बबली की नाभि में घुमा रहा था desi sex katha

बबली के पेट पे लम्बे लम्बे हाथ मारते वक्त पंडित दो तीन उंगलियां बबली के पेट से ऊपर उठता हुआ ब्लाउज के अन्दर भी ले जाता तीन चार बार उसकी उंगलियां बबली के मम्मों के निचले हिस्से पर टच हुई बबली गरम होती जा रही थी पंडित बबली अब हमारी पूजा आखिरी चरण में है परम्परा में कुछ आसन बताए गए है

बबली आसन कैसे आसन पंडित जी? पंडित अपने शरीर को शुद्ध करने के पश्चात जो स्त्री उस आसन में लेट जाती है शिव उससे सदा के लिए प्रसन्न हो जाता है लेकिन यह आसन तुम्हें एक पंडित के साथ लेने होंगे परन्तु हो सकता है मेरे साथ आसन लेने में तुम्हें लज्जा आए बबली आपके साथ आसन मुझे कोई आपत्ति नहीं है

पंडित तो तुम मेरे साथ आसन लोगी? बबली जी पंडित जी पंडित लेकिन आसन लेने से पहले मुझे भी बदन पे तेल लगाना होगा और यह तुम्हें लगाना है बबली जी पंडित जी यह कह कर पंडित ने तेल की बोतल बबली को दे दी और वो दोनों आमने सामने आ गए desi sex katha

दोनों घुटनों के बल खड़े थे बबली ने पंडित की छाती पे तेल लगाना शुरू किया पंडित ने छाती पेट और अंडरआर्म्स शेव किये थे इस लिए उसकी स्किन बिल्कुल कोमल थी बबली पहले भी पंडित के बदन से आकर्षित हो चुकी थी आज पंडित के बदन पे तेल लगाने से उसका बदन और चिकना हो गया

वो पंडित की छाती पेट बांहें और पीठ पर तेल लगाने लगी वह खुद के अन्दर से पंडित के बदन से लिपटना चाह रही थी बबली भी पंडित के पीछे आ गई और उसकी पीठ पे तेल मलने लगी फिर पीछे से ही उसके पेट और छाती पर तेल मलने लगी बबली के चूचे हल्के हल्के पंडित की पीठ से टच हो रहे थे

बबली ने भी पंडित की नाभि में दो तीन बार उंगली घुमाई पंडित बबली तुम्हारे हाथों का स्पर्श कितना सुखदायी है बबली कहना चाह रही थी कि पंडित जी आपके बदन का स्पर्श भी बहुत सुखदायी है लेकिन शर्म की वजह से ना कह पाई पंडित चलो अब आसन लेते है पहले आसन में हम दोनों को एक दूसरे से पीठ मिला कर बैठना है desi sex katha

पंडित और बबली चौकड़ी मार के और एक दूसरे की तरफ पीठ कर के बैठ गए फिर दोनों पास पास आए जिससे कि दोनों कि पीठ मिल जाएं पंडित की पीठ तो पहले ही नंगी थी क्योंकि उसने सिर्फ लुंगी पहनी थी बबली ब्लाउज और पेटीकोट में थी उसकी लोवर पीठ तो नंगी थी ही उसके ब्लाउज के हुक्स भी नहीं थे

इस लिए ऊपर की पीठ भी थोड़ी सी एक्सपोज्ड थी दोनों नंगी पीठ से पीठ मिला कर बैठ गए पंडित बबली अब हाथ जोड़ लो पंडित हल्के हल्के बबली की पीठ को अपनी पीठ से रगड़ने लगा दोनों की पीठ पे तेल लगा था इस लिए दोनों की पीठ चिकनी हो रही थी

पंडित बबली तुम्हारी पीठ का स्पर्श कितना अच्छा है क्या तुमने इससे पहले कभी अपनी नंगी पीठ किसी की पीठ से मिलाई है? बबली नहीं पंडित जी पहली बार मिला रही हूं बबली भी हल्के हल्के पंडित की पीठ पे अपनी पीठ रगड़ने लगी desi sex katha

पंडित चलो अब घुटनों पे खड़े होकर पीठ से पीठ मिलानी है दोनों घुटनों के बल हो गए एक दूसरे की पीठ से चिपक गए इस पोजीशन में सिर्फ पीठ ही नही दोनों के हिप्स भी चिपक रहे थे पंडित अब अपनी बांहें मेरी बांहों में डाल के अपनी तरफ हल्के हल्के खींचो दोनों एक दूसरे की बांहों में बांहें डाल के खींचने लगे दोनों की नंगी पीठ और हिप्स एक दूसरे की पीठ और हिप्स से चिपक गई

पंडित अपने हिप्स बबली के कूल्हों पर रगड़ने लगा बबली भी अपने चूतड़ पंडित के कूल्हों पर रगड़ने लगी बबली की चूत गरम होती जा रही थी पंडित बबली क्या तुम्हें मेरी पीठ का स्पर्श सुखदायी लग रहा है? बबली शरमाई लेकिन कुछ बोल ही पड़ी बबली हां पंडित जी आपकी पीठ का स्पर्श बहुत सुखदायी है पंडित और नीचे का?

बबली समझ गई पंडित का इशारा हिप्स की तरफ है बबली अह्ह हां पंडित जी दोनों एक दूसरे के हिप्स को रगड़ रहे थे पंडित बबली तुम्हारे चूतड़ भी कितने कोमल लगते हैं कितने सुडौल है मेरे चूतड़ तो थोड़े कठोर है बबली पंडित जी आदमियों के थोड़े कठोर ही अच्छे लगते है desi sex katha

पंडित अब मैं पेट के बल लेटूंगा और तुम मेरे ऊपर पेट के बल लेट जाना बबली जी पंडित जी पंडित जमीन पर पेट के बल लेट गया और बबली पंडित के ऊपर पेट के बल लेट गई बबली के चूचे पंडित की पीठ पर चिपके हुए थे

बाकी कहानी अगले भाग में

बबली और पंडित की चुदाई – 4

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