Desi Sex Katha 1
(बबली और पंडित की चुदाई – 1)
एक लड़की है बबली बिल्कुल सीधी सादी भोली भाली भगवान में बहुत विश्वास रखने वाली अचानक शादी के एक साल बाद ही उसके पति का स्कूटर से एक्सीडेंट हो गया और वो ऊपर चला गया तब से बबली अपने मां बाप के साथ रहने लगी अभी उसका कोई बच्चा नहीं था desi sex katha
उसकी आयु 25 वर्ष थी उसके मां बाप ने उसको शादी के लिए कहा लेकिन बबली ने फिलहाल मना कर दिया था वो अब भी अपने पति को नहीं भुला पाई थी जिसे ऊपर गए हुए आज 8 महीने हो गए थे बबली शारीरिक रूप से कोई बहुत ज्यादा खूबरसूरत नहीं थी लेकिन उसकी सूरत बहुत भोली थी
वो खुद भी बहुत भोली थी ज्यादातर चुप ही रहती थी उसकी लम्बाई लगभग 5 फुट 5 इंच थी रंग रूप गोरा था बाल काफी लंबे थे गोल चेहरा था उसके चूचे भारतीय औरतों जैसे बड़े थे कमर लगभग 32-33 इंच थी चूतड़ गोल और बड़े यही कोई 38 इंच के थे
वो हमेशा सफेद या फिर बहुत हल्के रंग की साड़ी पहनती थी उसका बाप सरकारी दफ्तर में काम करता था उनका हाल ही में दूसरे शहर में तबादला हुआ था वो सब नये शहर में आकर रहने लगे बबली की मां ने भी एक स्कूल में टीचर की नौकरी कर ली बबली का कोई भाई नहीं था और उसकी बड़ी बहन की शादी 5 साल पहले हो गई थी desi sex katha
उनका घर छोटी सी कॉलोनी में था जो कि शहर से थोड़ी दूर था रोज सुबह बबली का बाप दफ्तर और उसकी मां स्कूल चले जाते थे बाप शाम 7 बजे और मां 5 बजे वापस आती थीं उनके घर के पास ही एक छोटा सा मंदिर था मंदिर में एक पंडित था
यही कोई 37 साल का देखने में गोरा और बॉडी भी सुडौल लंबाई 5 फुट 8 इंच सूरत भी ठीक ठाक थी बाल भी बड़े थे मंदिर में उसके अलावा और कोई ना था मंदिर में ही बिल्कुल पीछे उसका कमरा था
मंदिर के मुख्य द्वार के अलावा पंडित के कमरे से भी एक दरवाजा कॉलोनी की पिछली गली में जाता था वो गली हमेशा सुनसान ही रहती थी क्योंकि उस गली में अभी कोई घर नहीं था desi sex katha
नए शहर में आकर बबली की मां ने उसे बताया कि पास में एक मंदिर है उसे पूजा करनी हो तो वहां चली जाया करे बबली बहुत धार्मिक थी पूजा पाठ में बहुत विश्वास था उसका रोज सुबह 6 बजे उठ कर वह मंदिर जाने लगी
पंडित को किसी ने बताया था एक पास में ही कोई नया परिवार आया है और जिनकी 25 साल की विधवा बेटी है बबली पहले दिन सुबह 6 बजे मंदिर गई मन्दिर में और कोई ना था सिर्फ पंडित था बबली ने सफेद साड़ी ब्लाउज पहन रखा था बबली पूजा करने के बाद पंडित के पास आई उसने पंडित के पैर छुए पंडित जीती रहो पुत्री तुम यहां नई आई हो ना?
बबली जी पंडित जी पंडित पुत्री तुम्हारा नाम क्या है? बबली पंडित तुम्हारे माथे की लकीरों ने मुझे बता दिया है कि तुम पर क्या दुख आया है लेकिन पुत्री भगवान के आगे किसकी चलती है बबली पंडित जी मेरा ईश्वर में अटूट विश्वास है लेकिन फिर भी उसने मुझसे मेरा सुहाग छीन लिया यह कहते हुए बबली की आंखों में आंसू आ गए थे desi sex katha
पंडित पुत्री ईश्वर ने जिसकी जितनी लिखी है वह उतना ही जीता है इसमें हम तुम कुछ नहीं कर सकते उसकी मरज़ी के आगे हमारी नहीं चल सकती क्योंकि वो सर्वोच्च है इस लिए उसके निर्णय को स्वीकार करने में ही समझदारी है बबली आंसू पोंछ कर बोली बबली मुझे हर पल उनकी याद आती है ऐसा लगता है जैसे वो यहीं कही है
पंडित पुत्री तुम जैसी धार्मिक और ईश्वर में विश्वास रखने वाली का ख्याल ईश्वर खुद रखता है कभी कभी वो इम्तिहान भी लेता है बबली पंडित जी जब मैं अकेली होती हूं तो मुझे डर सा लगता है पता नही क्यों? पंडित तुम्हारे घर में और कोई नहीं है?
बबली मेरे मां बाप है लेकिन सुबह सुबह ही पापा अपने दफ्तर और मम्मी स्कूल चली जाती हैं फिर मम्मी 5 बजे आती है इस दौरान मैं अकेली रहती हूं और मुझे बहुत डर सा लगता है ऐसा क्यों हैं पंडित जी? पंडित पुत्री तुम्हारे पति के स्वर्गवास के बाद तुमने हवन तो करवाया था ना? desi sex katha
बबली नही कैसा हवन पंडित जी? पंडित तुम्हारे पति की आत्मा की शान्ति के लिए यह बहुत आवश्यक होता है बबली हमें किसी ने बताया नहीं पंडित जी
पंडित यदि तुम्हारे पति की आत्मा को शान्ति नही मिलेगी तो वो तुम्हारे आस पास भटकती रहेगी और इस लिए तुम्हें अकेले में डर लगता है बबली पंडित जी आप ईश्वर के बहुत पास है कृपया आप कुछ कीजिए ताकि मेरे पति की आत्मा को शान्ति मिल सके
बबली ने पंडित के पैर पकड़ लिए और अपना सर उसके पैरों में झुका दिया इस अवस्था में बबली के ब्लाउज के नीचे उसकी नंगी पीठ दिख रही थी पंडित की नजर उसकी नंगी पीठ पर पड़ी तो उसने सोचा यह तो विधवा है और भोली भी इसके साथ कुछ करने का मौका है desi sex katha
उसने बबली के सर पे हाथ रखा पंडित पुत्री यदि जैसा मैं कहूं तुम वैसा करो तो तुम्हारे पति की आत्मा को शान्ति अवश्य मिलेगी बबली ने सर उठाया और हाथ जोड़ते हुए कहा बबली पंडित जी आप जैसा भी कहेंगे मैं वैसा ही करूंगी आप बताइए क्या करना होगा?
बबली की नजरों में पंडित भी भगवान का रूप था पंडित पुत्री हवन करना होगा हवन कुछ दिन तक रोज करना होगा लेकिन वेदों के अनुसार इस हवन में केवल स्वर्गवासी की पत्नी और पंडित ही भाग ले सकते है और किसी तीसरे को इस बारे में खबर भी नहीं होनी चाहिए
अगर हवन शुरू होने के पश्चात किसी को खबर हो गई तो स्वर्गवासी की आत्मा को शान्ति कभी नहीं मिलेगी बबली पंडित जी आप ही हमारे गुरू है आप जैसा कहेंगे हम वैसा ही करेंगे आज्ञा दीजिए कब से शुरू करना है और क्या क्या सामग्री चाहिए होगी? desi sex katha
पंडित वेदों के अनुसार इस हवन के लिए सारी सामग्री शुद्ध हाथों में ही रहनी चाहिए सारी सामग्री का प्रबंध मैं खुद ही करूंगा तुम सिर्फ एक नारियल और तुलसी लेते आना बबली तो पंडित जी शुरू कब से करना है?
पंडित क्योंकि इस हवन में केवल स्वर्गवासी की पत्नी और पंडित ही होते है इस लिए ये हवन उस समय होगा जब कोई विघ्न ना करे और हवन पवित्र स्थान पर होता है जैसे कि मन्दिर परन्तु यहां तो कोई भी विघ्न डाल सकता है इस लिए हम हवन इसी मन्दिर के पीछे मेरे रूम में करेंगे इस तरह स्थान भी पवित्र रहेगा और कोई विघ्न भी नहीं डालेगा
बबली पंडित जी जैसा आप कहें किस समय करना है? पंडित दोपहर 12 बजे से लेकर 4 बजे तक मन्दिर बंद रहता है सो इस समय में ही हवन शान्ति पूर्वक हो सकता है तुम आज 12 बजे आ जाना नारियल और तुलसी लेकर लेकिन मेरे कमरे का सामने वाला द्वार बंद होगा आओ मैं तुम्हें एक दूसरा द्वार दिखा देता हूं जो कि मैं अपने प्रिय भक्तों को ही दिखाता हूं desi sex katha
पंडित उठा और बबली भी उसके पीछे पीछे चल दी पंडित ने बबली को अपने कमरे में से एक दरवाजा दिखाया जो कि एक सुनसान गली में निकलता था उसने गली में ले जाकर बबली को आने का पूरा रास्ता समझा दिया पंडित पुत्री तुम रास्ता तो समझ गई ना?
बबली जी पंडित जी पंडित यह याद रखना कि यह हवन की विधि सबसे गुप्त रहना चाहिये वरना तुम्हारे पति की आत्मा को शान्ति कभी ना मिल पाएगी बबली पंडित जी आप मेरे गुरू है आप जैसा कहेंगे मैं वैसा ही करूंगी मैं ठीक 12 बजे आ जाऊंगी
ठीक 12 पर बबली पंडित के बताए हुए रास्ते से उसके कमरे के दरवाजे पर आ गई और खटखटाया पंडित आओ पुत्री बबली ने पहले पंडित के पैर छुए पंडित किसी को खबर तो नहीं हुई? बबली नहीं पंडित जी मेरे पापा मम्मी जा चुके हैं और जो रास्ता आपने बताया था desi sex katha
मैं उसी रास्ते से आई हूं किसी ने नहीं देखा पंडित ने दरवाजा बंद किया पंडित चलो फिर हवन आरम्भ करें पंडित का कमरा ज्यादा बड़ा ना था उसमें एक खाट थी बड़ा सा शीशा था कमरे में सिर्फ एक 40 वाट का बलब ही जल रहा था
पंडित ने कमरे में ईटों का हवनकुंड बनाया हुआ था उसी में हवन के लिए आग जलाई और सामग्री लेकर दोनों आग के पास बैठ गए पंडित मन्त्र बोलने लगा बबली ने वही सुबह वाला साड़ी ब्लाउज पहना था पंडित यह पान का पत्ता दोनों हाथों में ले लो बबली और पंडित साथ साथ बैठे थे
दोनों चौकड़ी मार के बैठे थे दोनों की टांगें एक दूसरे को टच कर रही थी बबली ने दोनों हाथ आगे करके पान का पत्ता ले लिया पंडित ने फिर उस पत्ते में थोड़े चावल डाले फिर थोड़ी चीनी थोड़ा दूध फिर उसने बबली से कहा पंडित पुत्री अब तुम अपने हाथ को मेरे हाथ में रखो desi sex katha
मैं मन्त्र पढूंगा और तुम अपने पति का ध्यान करना बबली ने अपने हाथ पंडित के हाथों में रख दिए यह उनका पहला स्किन टू स्किन कांटेक्ट था पंडित वेदों के अनुसार तुम्हें यह कहना होगा कि तुम अपने पति से बहुत प्रेम करती हो जो मैं कहूं मेरे पीछे पीछे बोलना बबली जी पंडित जी बबली के हाथ पंडित के हाथ में थे
पंडित मैं अपने पति से बहुत प्रेम करती हूं बबली मैं अपने पति से बहुत प्रेम करती हूं पंडित मैं उन पर अपना तन और मन न्यौछावर करती हूं बबली मैं उन पर अपना तन और मन न्यौछावर करती हूं पंडित अब पान का पत्ता मेरे साथ अग्नि में डाल दो दोनों ने हाथ में हाथ लेकर पान का पत्ता आग में डाल दिया
पंडित वेदों के अनुसार अब मैं तुम्हारे चरण धोऊंगा अपने चरण यहां सीधे करो बबली ने अपने पैर सीधे किए पंडित ने एक गिलास में से थोड़ा पानी हाथ में लिया और बबली के पैरों को अपने हाथों से धोने लगा पंडित तुम अपने पति का ध्यान करो पंडित मन्त्र पढ़ने लगा desi sex katha
बबली आंखें बंद करके पति का ध्यान करने लगी बबली इस वक्त टांगें ऊपर की तरफ मोड़ कर बैठी थी पंडित ने उसके पैर थोड़े से उठाए और हाथों में लेकर पैर धोने लगा टांग उठने से बबली की साड़ी के अन्दर का नजारा दिखने लगा उसकी जांघें दिख रही थीं और साड़ी के अन्दर के अंधेरे में हल्की हल्की उसकी सफेद कच्छी भी दिख रही थी
लेकिन बबली की आंखें बंद थी वो तो अपने पति का ध्यान कर रही थी और पंडित का ध्यान उसकी साड़ी के अन्दर के नजारे पर था पंडित के मुंह में पानी आ रहा था लेकिन वो जबरदस्ती करने से डर रहा था सो उसने सोचा लड़की को गरम किया जाए
पैर धोने के बाद कुछ देर उसने मन्त्र पढ़े पंडित पुत्री आज इतना ही काफी है असली पूजा कल से शुरू होगी तुम्हें भगवान शिव को प्रसन्न करना है वो प्रसन्न होंगे तभी तुम्हारे पति की आत्मा को शान्ति मिलेगी अब तुम कल आना बबली जो आज्ञा पंडित जी desi sex katha
अगले दिन पंडित आओ पुत्री तुम्हें किसी ने देखा तो नही अगर कोई देख लेगा तो तुम्हारी पूजा का कोई लाभ नहीं बबली नही पंडित जी किसी ने नहीं देखा आप मुझे आज्ञा दे पंडित वेदों के अनुसार तुम्हें भगवान शिव को प्रसन्न करना है बबली पंडित जी वैसे तो सभी भगवान बराबर है
लेकिन पता नहीं क्यों भगवान शिव के प्रति मेरी श्रद्धा ज्यादा है पंडित अच्छी बात है पुत्री शिव को प्रसन्न करने के लिए तुम्हें पूरी तरह शुद्ध होना होगा सबसे पहले तुम्हें कच्चे दूध का स्नान करना होगा शुद्ध वस्त्र पहनने होंगे और थोड़ा श्रृंगार करना होगा बबली श्रृंगार पंडित जी?
पंडित हां शिव स्त्री प्रिय विमन लविंग है सुन्दर स्त्रियां उन्हें भाती है यूं तो हर स्त्री उनके लिए सुन्दर है लेकिन श्रृंगार करने से उसकी सुन्दरता बढ़ जाती है जब भी पार्वती जी को शिव को मनाना होता है तो वो भी श्रृंगार करके उनके सामने आती है ना बबली लेकिन पंडित जी क्या एक विधवा का श्रृंगार करना सही रहेगा? desi sex katha
पंडित पुत्री शिव के लिए कोई भी काम किया जा सकता है विधवा तो तुम इस समाज के लिए हो बबली जो आज्ञा पंडित जी पंडित अब तुम बाथरूम में जाकर कच्चे दूध का स्नान करो मैंने वहां पर कच्चा दूध रख दिया है क्योंकि तुम्हारे लिए कच्चा दूध घर से लाना मुश्किल है और हां तुम्हारे वस्त्र भी बाथरूम में ही रखे हैं
पंडित ने नारंगी कलर का ब्लाउज और पेटीकोट बाथरूम में रखा था पंडित ने ब्लाउज के हुक निकाल दिए थे हुक्स पीठ की साइड में थे वैसे तो ब्लाउज में महिलाओं की सुविधाओं के लिए हुक्स सामने मम्मों की तरफ होते है
बबली दूध से नहा कर आई सिर्फ ब्लाउज और पेटीकोट में उसे पंडित के सामने शर्म आ रही थी बबली पंडित जी पंडित आ गई बबली पंडित जी मुझे इन वस्त्रों में शर्म आ रही है पंडित नहीं पुत्री ऐसा ना बोलो शिव नाराज हो जाएंगे desi sex katha
यह जोगिया वस्त्र शुद्ध है यदि तुम शुद्ध नहीं होगी तो शिव प्रसन्न कदापि नहीं होंगे बबली लेकिन पंडित जी इस ब्लाउज के हुक्स नहीं है पंडित ओह मैंने देखा ही नही वैसे तो पूजा केवल दो घंटे की ही है लेकिन यदि तुम ब्लाउज के कारण पूजा नही कर सकती को हम कल से पूजा कर लेंगे लेकिन शायद शिव को यह विलम्ब अच्छा ना लगे
बबली नहीं पंडित जी पूजा शुरू कीजिये पंडित पहले तुम उस शीशे के पास जाकर श्रृंगार कर लो श्रृंगार की सामग्री वहीं है बबली ने लाल लिपस्टिक लगाई थोड़ा गुलाब जल और थोड़ा परफ्यूम लगा लिया
श्रृंगार करके वो पंडित के पास आई पंडित अति सुन्दर पुत्री तुम बहुत सुन्दर लग रही हो बबली शरमाने लगी यह फीलिंग्स उसने पहली बार अनुभव की थीं पंडित आओ पूजा शुरू करें वो दोनों अग्नि के पास बैठ गए पंडित ने मन्त्र पढ़ने शुरू किए हवनकुंड की अग्नि से थोड़ी गरमी हो गई थी desi sex katha
इस लिए पंडित ने अपना कुरता उतार दिया उनसे बबली को आकर्षित करने के लिए अपनी छाती पूरी शेव कर ली थी उसकी बॉडी पहलवानों जैसी थी अब वो केवल एक लुंगी में था बबली थोड़ा और शरमाने लगी दोनों चौकड़ी मार के बैठे थे
बाकी कहानी अगले भाग में