दोस्त की मां बहन और बुआ – 2

Desi Antarvasna 2
(दोस्त की मां बहन और बुआ – 2)

वो कुछ नहीं बोल रही थी मेरा लंड सख्त होकर चड्डी के बाहर निकलने को बेताब हो रहा था मैंने मां से कहा मां मुझे पेशाब लगी है मैं पेशाब करके आता हूं फिर मालिश करुगा मां बोली ठीक है बेटा वाकई तू बहुत अच्छा मालिश करता है मन करता है मैं रात भर तुझसे मालिश करवाऊं desi antarvasna

मैं बोला कोई बात नही आप जब तक कहोगी मैं मालिश करुंगा यह कह कर मैं पेशाब करने चला गया जब पेशाब करके वापस आ रहा था तो बुआ जी के कमरे से मुझे कुछ कुछ आवाज सुनाई दी

उत्सुकता से मैंने खिड़की की ओर देखा तो वह थोड़ी खुली थी मैंने खिड़की से देखा बुआ जी एकदम नंगी सोई थीं और अपनी चूत में खीरा डाल कर खीरे को अन्दर बाहर कर रही थी और मुंह से हा हाआ हाअ की आवाज निकाल रही थी

यह सीन देख कर मेरा लंड फिर खड़ा हो गया मैंने सोचा बुआ जी की मालिश कल करुंगा आज राजेश की मां की मालिश करता हूं क्योंकि तवा गर्म है तो रोटी सेक लेनी चाहिए मैं फिर मां के कमरे में चला गया desi antarvasna

मुझे आया देख कर मां ने कहा बेटा लाईट बुझा कर धीमी लाईट जला दो ताकि मालिश करवाते करवाते अगर मुझे नींद आ गई तो तुम भी मेरे बगल में सो जाना मैंने तब लाईट बंद करके धीमी लाईट चालू कर दी जब वापास आया तो मां पेट के बल लेटी थीं और उनका पेटीकोट केवल उनकी भारी गांड के ऊपर था बाकी पैरों का हिस्सा बिल्कुल नंगा था

अब मैं हथेली पर ढेर सारा तेल लगा कर उनके पैरों की मालिश करने लगा पहले पिंडली पर मालिश करता रहा फिर मैं धीरे धीरे घुटनों के ऊपर जांघों के पास चूतड़ों के नीचे मालिश करता रहा पेटीकोट चूतड़ पर होने से मुझे उनकी झांटे और गांड का छेद नज़र आ रहा था

अब मैं हिम्मत कर के धीरे धीरे उनका पेटीकोट कमर तक ऊपर कर दिया मां कुछ नहीं बोली और उनकी आंखें बंद थी मैंने सोचा शायद उनको नींद आ गई होगी अब उनकी गांड और चूत के बाल मुझे साफ साफ नज़र आ रहे थे मैंने हिम्मत करके तेल से भरी हुई उंगली उनकी गांड के छेद के ऊपर लगाने लगा desi antarvasna

वो कुछ नहीं बोली मेरी हिम्मत और बढ़ गई मेरा अंगूठा उनकी चूत की फांकों को छू रहा था और अंगूठे की बगल की उंगली उनकी गांड के छेद को सहला रही थी यह सब हरकत करते करते मेरा लंड टाईट हो गया और चूत में घुसने के लिए बेताब हो गया इतने में मां ने कहा कि बेटा मेरी कमर पर भी मालिश कर दो तब मैं उठकर पहले चुपके से अपनी चड्डी उतार कर उनकी कमर पर मालिश करने लगा

थोड़ी देर बाद मैंने मां से कहा कि मां तेल से आप का ब्लाऊज़ खराब हो जाएगा क्या आप अपने ब्लाऊज़ को थोड़ा ऊपर उठा सकती हैं? यह सुनकर मां ने अपने ब्लाऊज़ के बटन खोलते हुए ब्लाऊज़ को ऊपर उठा दिया मैं फिर मालिश करने लगा मालिश करते करते कभी कभी मेरी हथेली साईड से उनके बूब्स को छू जाती थी

उनकी कोई भी प्रतिक्रिया ना देख कर मैंने उनसे कहा मां अब आप सीधी सो जाइए मैं अब आपकी स्पेशल तरीके से मालिश करना चाहता हूं मां करवट बदल कर सीधी हो गई मैंने देखा अब भी उनकी आंखें बंद थी और उनके ब्लाऊज़ के सारे बटन खुले थे और उनकी चूंची साफ झलक रही थी desi antarvasna

उनकी चूंची काफी बड़ी बड़ी थी और सांसों के साथ उठती बैठती उनकी मस्त रसीली चूंची साफ साफ दिख रही थी मां की सुरीली और नशीली धीमी आवाज मेरे कानो में पड़ी बेटा अब तुम थक गए होगे यहां आओ ना और मेरे पास ही लेट जाओ ना

पहले तो मैं हिचकिचाया क्योंकि मैंने केवल लुंगी पहनी थी और लुंगी के अन्दर मेरा लंड चूत के लिए तड़प रहा था वो मेरी परेशानी समझ गई और बोली कोई बात नही तुम अपनी बनियान उतार दो और रोज जैसे सोते हो वैसे ही मेरे पास सो जाओ शरमाओ मत आओ ना मुझे अपने कान पर यकीन नहीं हो रहा था

मैं बनियान उतार कर उनके पास लेट गया और जिस बदन को कभी दूर से निहारता था आज मैं उसी के पास लेटा हुआ था मां का अधनंगा शरीर मेरे बिल्कुल पास था मैं ऐसे लेटा था कि उनकी चूंची बिल्कुल नंगी दिखाई दे रही थी क्या हसीन नजारा था तब मां बोली इतने महीने से आज मालिश करवाई हूं इस लिए काफी आराम मिला है desi antarvasna

फिर उन्होंने मेरा हाथ पकड़ कर धीरे से खींच कर अपनी उभरी हुई चूची पर रख दिया और मैं कुछ नहीं बोल पाया लेकिन अपना हाथ उनके चूची पर रखा रहने दिया मुझे यहां कुछ खुजा रहा है जरा सहलाओ ना

मैंने उनकी चूची को सहलाना शुरु किया और कभी कभी जोर जोर से उनकी चूची को रगड़ना शुरु कर दिया मेरी हथेली की रगड़ पा कर मां के निप्पल कड़े हो गए अचानक वो अपनी पीठ मेरी तरफ घूमा कर बोली बेटा मेरा ब्लाऊज़ खोल दो और ठीक से सहलाओ

मैंने कांपते हुए हाथों से मां का ब्लाऊज़ खोल दिया और उन्होंने अपने बदन से उसे उतार कर नीचे डाल दिया मेरे दोनों हाथों को अपनी नंगी चूचियों पर ले जाकर वो बोली थोड़ा कस कर दबाओ ना मैं भी काफी उत्तेजित हो गया और जोश में आकर उनकी रसीली चूची से जम कर खेलने लगा क्या बड़ी बड़ी चूचियां थी कड़ी कड़ी चूचियां और लम्बे लम्बे निप्पल्स पहली बार मैं किसी औरत की चूची को छू रहा था desi antarvasna

मां को भी मुझसे अपनी चूंची की मालिश करवाने में मज़ा आ रहा था मेरा लंड अब खड़ा होने लगा था और लुंगी से बाहर निकल आया मेरा 9 इंच का लंड पूरे जोश में आ गया था

मां की चूंची मसलते मसलते हुए मैं उनके बदन के बिल्कुल पास आ गया था और मेरा लंड उनकी जांघों में रगड़ मारने लगा था अब उन्होंने कहा बेटा तुम्हारा लंड तो लोहे के समान हो गया है और इसका स्पर्श से लगता है कि काफी लम्बा और मोटा होगा क्या मैं हाथ लगा कर देखूं? उन्होंने पूछा और मेरे जवाब देने से पहले अपना हाथ मेरे लंड पर रख कर उसको टटोलने लगी

अपनी मुठ्ठी मेरे लंड पर कस के बंद कर ली और बोली बाप रे यह तो बहुत कड़क है वो मेरी तरफ घूमी और अपना हाथ मेरी लुंगी मे घुसा कर मेरे फड़फड़ाते हुए लंड को पकड़ लिया लंड को कस कर पकड़े हुए वो अपना हाथ लंड की जड़ तक ले गई जिससे सुपारा बाहर आ गया सुपारे की साईज और आकार देख कर वो बहुत हैरान हो गई बेटा कहां छुपा रखा था? ऐसा तो मैंने अपनी जिन्दगी में नहीं देखा है उन्होंने पूछा desi antarvasna

मैंने कहा यहीं तो था तुम्हारे सामने लेकिन तुमने ध्यान ही नहीं दिया यदि आप ट्रेन में गहरी नींद में नहीं होतीं तो शायद आप देख लेतीं क्योंकि ट्रेन में रात को मेरा सुपारा आप की चूत को रगड़ रहा था मां बोली मुझे क्या पता था कि तुम्हारा इतना बड़ा लौड़ा होगा यह मैं सोच भी नहीं सकती थी मुझे उनकी बिन्दास बोली पर आश्चर्य हुआ जब उन्होंने लौड़ा कहा और साथ ही में बड़ा मज़ा अया वो मेरे लंड को अपने हाथ में लेकर खींच रही थीं और कस कर दबा रही थी

फिर मां ने अपना पेटीकोट अपनी कमर के ऊपर उठा लिया और मेरे तने हुए लंड को अपनी जांघों के बीच ले कर रगड़ने लगी वो मेरी तरफ करवट ले कर लेट गई ताकि मेरे लंड को ठीक तरह से पकड़ सके उनकी चूची मेरे मुंह के बिल्कुल पास थी और मैं उन्हें कस कस कर दबा रहा था अचानक उन्होंने अपनी एक चूची मेरे मुंह में ठेलते हुए कहा चूसो इनको मुंह मे लेकर

मैंने बाई चूची अपने मुंह मे भर लिया और जोर जोर से चूसने लगा थोड़ी देर के लिए मैंने उनकी चूची को मुंह से निकाला और बोला मैं तुम्हारा ब्लाऊज़ मे कसी चूची को देखता था और हैरान होता था इनको छूने की बहुत इच्छा होती थी और दिल करता था कि इन्हें मुंह मे लेकर चुसूं और इनका रस पी लूं पर डरता था पता नहीं तुम क्या सोचो और कहीं मुझसे नाराज़ ना हो जाओ तुम नहीं जानती कि तुमने मुझे और मेरे लंड को कल रात से कितना परेशान किया है? desi antarvasna

अच्छा तो आज अपनी तमन्ना पूरी कर लो जी भर कर दबाओ चूसो और मज़े लो मैं तो आज पूरी की पूरी तुम्हारी हूं जैसा चाहे वैसा ही करो मां ने कहा फिर क्या था मां की हरी झंडी पकड़ मैं टूट पड़ा मां की चूची पर मेरी जीभ उनके कड़े निप्पल को महसूस कर रही थी मैंने अपनी जीभ मां के उठे हुए कड़े निप्पल पर घूमाया मैंने दोनों चूंचियो को कस के पकड़े हुए था और बारी बारी से उन्हें चूस रहा था

मैं ऐसे कस कर चूचियों को दबा रहा था जैसे कि उनका पूरा का पूरा रस निचोड़ लूंगा मां भी पूरा साथ दे रही थी उनके मुंह से ओह ओह अह शी शी की आवाज निकल रही थी मुझसे पूरी तरफ से सटे हुए वो मेरे लंड को बुरी तरह से मसल रही थीं और मरोड़ रही थी उन्होंने अपनी बाई टांग को मेरे दाई टांग के ऊपर चढा दिया और मेरे लंड को अपनी जांघों के बीच रख लिया मुझे उनकी जांघों के बीच एक मुलायम रेशमी एहसास हुआ आह उनकी झांटो से भरी हुई चूत थी

मेरा लंड का सुपारा उनकी झांटो मे घूम रहा था मेरा सब्र का बांध टूट रहा था मैं मां से बोला मां मुझे कुछ हो रहा और मैं अपने आपे में नहीं हूं प्लीज मुझे बताओ मैं क्या करूं? मां बोली तुमने कभी किसी को चोदा है आज तक? मैंने बोला नही कितने दुख की बात है? कोई भी औरत इसे देख कर कैसे मना कर सकती है? मैं चुपचाप उनके चेहरे को देखते हुए चूची मसलता रहा उन्होंने अपना मुंह मेरे मुंह से बिल्कुल सटा दिया और फुसफुसा कर बोली अपनी दोस्त की मां को चोदोगे? desi antarvasna

क्कक क्यों नही मैं बड़ी मुश्किल से कह पाया मेरा गला सूख रहा था वो बड़े मादक अन्दाज़ मे मुस्कुरा दीं और मेरे लंड को आजाद करते हुए बोली ठीक है लगता है अपने अनाड़ी बेटे को मुझे ही सब कुछ सिखाना पड़ेगा चलो अपनी लुंगी निकल कर पूरे नंगे हो जाओ मैंने अपनी लुंगी खोल कर साईड में फेंक दिया मैं अपने तने हुए लंड को लेकर नंगा मां के सामने खड़ा था

मां अपनी रसीले होंठों को अपने दांतों मे दबा कर देखती रही और अपने पेटीकोट का नाड़ा खींच कर ढीला कर दिया तुम भी इसे उतार कर नंगी हो जाओ कहते हुए मैंने उनका पेटीकोट को खींचा मां ने अपने चूतड़ ऊपर कर दिए जिससे कि पेटीकोट उनकी टांगो उतर कर अलग हो गया अब वो पूरी तरह नंगी हो कर मेरे सामने चित पड़ी हुई थी

उन्होंने अपनी टांगो को फैला दिया और मुझे रेशमी झांटो के जंगल के बीच छुपी हुई उनकी रसीली गुलाबी चूत का नज़ारा देखने को मिला नाईट लेम्प की हल्की रोशनी मे चमकते हुए नंगे जिस्म को देखकर मैं उत्तेजित हो गया और मेरा लंड मारे खुशी में झूमने लगा मां ने अब मुझसे अपने ऊपर चढने को कहा मैं तुरंत उनके ऊपर लेट गया और उनकी चूची को दबाते हुए उनके रसीले होंठ चूसने लगा desi antarvasna

मां ने भी मुझे कस कर अपनी बाहों में कस कर जकड़ लिया और चुम्मा का जवाब देते हुए मेरे मुंह में अपनी जीभ डाल दी हाय क्या स्वादिष्ट और रसीली जीभ थी मैं भी उनकी जीभ को जोर शोर से चूसने लगा हमारा चुम्मा पहले प्यार के साथ पूरे जोश के साथ किया जा रहा था कुछ देर तक तो हम ऐसे ही चिपके रहे फिर मैं अपने होंठ उनकी नाजुक गालों पर रगड़ रगड़ कर चूमने लगा

फिर मां मेरी पीठ पर से हाथ ऊपर ला कर मेरा सर पकड़ लिया और उसे नीचे की तरफ कर दिया मैं अपने होंठ उनके होंठों से उनकी ठुड्डी पर लाया और कंधों को चूमता हुआ चूची पर पहुंचा मैं एक बार फिर से उनकी चूची को मसलता हुआ और खेलता हुआ काटने और चूसने लगा उन्होंने अपने बदन के निचले हिस्से को मेरे बदन के नीचे से निकाल लिया और हमारी टांगे एक दूसरे से दूर हो गई

अपने दाएं हाथ से वो मेरा लंड पकड़ कर उसे मुठ्ठी में बांध कर सहलाने लगी और अपनी बाएं हाथ से मेरा दाहिना हाथ पकड़ कर अपनी टांगो के बीच ले गई जैसे ही मेरा हाथ उनकी चूत पर पहुंचा उन्होंने अपनी चूत के दाने को ऊपर से रगड़ दिया समझदार को इशारा काफी था मैं उनके चूची को चूसता हुआ उनकी चूत को रगड़ने लगा बेटा अपनी उंगली अन्दर डालो ना कहते हुए मां ने मेरी उंगली को अपनी चूत के मुंह पर दबा दिया desi antarvasna

मैंने अपनी उंगली उनकी चूत के दरार मे घुसा दिया और वो पूरी तरह अन्दर चली गई जैसे जैसे मैंने उनकी चूत के अन्दर उंगली अन्दर बाहर कर रहा था मेरा मज़ा बढ़ता गया जैसे ही मेरी उंगली उनकी चूत के दाने से टकराई उन्होंने जोर से सिसकारी लेकर अपनी जांघों को कस कर बंद कर लिया और चूतड़ उठा उठा कर मेरे हाथ को चोदने लगी कुछ देर बाद उनकी चूत से पानी बह रहा था थोड़ी देर तक ऐसे ही मजे लेने के बाद

मैंने अपनी उंगली उनकी चूत से बाहर निकल लिया और सीधा हो कर उनके ऊपर लेट गया उन्होंने अपनी टांगे फैला दीं और मेरे फड़फड़ाते हुए लंड को पकड़ कर सुपारा चूत के मुहाने पर रख लिया उनकी झांटो का स्पर्श मुझे पागल बना रहा था फिर मां ने कहा अब अपना लौड़ा मेरी बुर में घुसाओ प्यार से घुसेड़ना नहीं तो मुझे दर्द होगा आह मैं नौसिखिया था इस लिए शुरु शुरु में मुझे अपना लंड उनकी टाईट चूत में घुसाने मे काफी परेशानी हुई

मैं जब जोर लगा कर लंड अन्दर डालना चाहा तो उन्हें दर्द भी हुआ लेकिन पहले से उंगली से चुदवा कर उनकी चूत काफी गीली हो गई थी फिर मां ने अपने हाथ से लंड को निशाने पर लगा कर रास्ता दिखा रही थी और रास्ता मिलते ही मेरे एक ही धक्के में सुपारा अन्दर चला गया इससे पहले कि मां संभलती मैंने दूसरा धक्का लगाया और पूरा का पूरा लंड मक्खन जैसी चूत की जन्नत में दाखिल हो गया desi antarvasna

मां चिल्लाई उई ईई माआ उहुहुह ओह बेटा ऐसे ही कुछ देर हिलना डुलना नही हाय बड़ा जालिम है तुम्हारा लंड मार ही डाला मुझे तुमने मैंने सोचा लगता है मां को काफी दर्द हो रहा है पहली बार जो इतना मोटा और लम्बा लंड उनकी बुर मे घुसा था मैं अपना लंड उनकी चूत मे घुसा कर चुपचाप पड़ा था मां की चूत फड़ फड़ फड़क रही थी और अन्दर ही अन्दर मेरे लौड़े को मसल रही थी पकड़ रही थी उनकी उठी उठी चूचियां काफी तेजी से ऊपर नीचे हो रही थी

मैंने हाथ बढ़ा कर दोनों चूची को पकड़ लिया और मुंह में लेकर चूसने लगा थोड़ी देर बाद मां को कुछ राहत मिली और उन्होंने कमर हिलानी शुरु कर दी और मुझसे बोली बेटा शुरु करो चोदो मुझे ले लो मज़ा जवानी का मेरे राजा और अपनी गांड हिला हिला कर चुदाने लगी मैं थोड़ा अनाड़ी था समझ नहीं पाया कि कैसे शुरु करु? पहले अपनी कमर ऊपर किया तो लंड चूत से बाहर आ गया

फिर जब नीचे किया तो ठीक निशाने पर नहीं बैठा और मां की चूत को रगड़ता हुआ नीचे फिसल कर गांड में जाकर फंस गया मैंने दो तीन धक्के लगाए पर लंड चूत में वापस जाने के बदले फिसल कर गांड में चला जाता मां से रहा नहीं गया और तिलमिला कर ताना देती हुई बोली अनाड़ी से चुदवाना चूत का सत्यानाश करवाना होता है अरे मेरे भोले राजू बेटा जरा ठीक से निशाना लगा कर अन्दर डालो desi antarvasna

नहीं तो चूत के ऊपर लौड़ा रगड़ रगड़ कर झड़ जाऊंगी और फिर मेरी गांड बिना बात ही चुद जाएगी मैं बोला अपने इस अनाड़ी बेटे को कुछ तो सिखाओ जिन्दगी भर तुम्हें अपना गुरु मानूंगा और जब चाहोगी मेरे लंड की दक्षिणा दूंगा मां लम्बी सांस लेते हुए बोली हां बेटे मुझे ही कुछ करना होगा नहीं तो मैं बिना चुदे ही चुद जाऊंगी और मेरा हाथ अपनी चूची पर से हटाया और मेरे लंड पर रखती हुई बोली इसे पकड़ कर मेरी चूत के मुंह पर रखो और लगाओ धक्का जोर से

मैंने वैसे ही किया और मेरा लंड उनकी चूत को चीरता हुआ पूरा का पूरा अन्दर चला गया फिर वो बोली अब लंड को बाहर निकालो लेकिन पूरा नही सुपारा अन्दर ही रहने देना और फिर दुबारा पूरा लंड अन्दर पेल देना बस इसी तरह से पेलते रहो मैंने वैसे ही करना शुरु किया और मेरा लंड धीरे धीरे उनकी चूत मे अन्दर बाहर होने लगा फिर मां ने स्पीड बढ़ा कर करने को कहा मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी और तेज़ी से लंड अन्दर बाहर करने लगा

मां को पूरी मस्ती आ रही थीं और वो नीचे से कमर उठा उठा कर हर शॉट का जवाब देने लगी लेकिन ज्यादा स्पीड होने से बार बार मेरा लंड बाहर निकल जाता इससे चुदाई का सिलसिला टूट जाता आखिर मां से रहा नहीं गया और करवट ले कर मुझे अपने ऊपर से उतार दिया और मुझको नीचे लिटा कर मेरे ऊपर चढ गई अपनी जांघों को फैला कर बगल कर के अपने गद्देदार चूतड़ रखकर बैठ गई desi antarvasna

उनकी चूत मेरे लंड पर थीं और हाथ मेरी कमर को पकड़े हुए थीं और बोली मैं दिखाती हूं कि कैसे चोदते है? और मेरे ऊपर लेट कर धक्का लगया मेरा लंड घप से चूत के अन्दर दाखिल हो गया मां ने अपनी रसीली चूची मेरी चूचियों पर रगड़ते हुए अपने गुलाबी होंठ मेरे होंठ पर रख दिया और मेरे मुंह मे जीभ डाल दिया फिर उन्होंने मज़े से कमर हिला हिला कर शॉट लगाना शुरु किया बड़े कस कस कर जोर से शॉट लगा रही थी

चूत मेरे लंड को अपने में समाये हुए तेज़ी से ऊपर नीचे हो रही थी मुझे लग रहा था कि मैं जन्नत में पहुच गया हूं अब पोजिशन उलटी हो गई थी मां तो मानो मर्द थीं जो कि अपनी माशूका को कस कस कर चोद रहा था जैसे जैसे मां की मस्ती बढ़ रही थीं उनके शॉट भी तेज़ होते जा रहे थे अब वो मेरे ऊपर मेरे कंधो को पकड़ कर घुटने के बल बैठ गई और जोर जोर से कमर चूतड़ों को हिला कर लंड को तेज़ी से अन्दर बाहर लेने लगी

उनका सारा बदन हिल रहा था और सांसें तेज़ तेज़ चल रही थी मां की चूचियां तेजी से ऊपर नीचे हो रही थी मुझसे रहा नहीं गया और हाथ बढ़ा कर दोनों चूची को पकड़ लिया और जोर जोर से मसलने लगा मां एक मंजे हुए खिलाड़ी की तरह कमान अपने हाथों मे लिए हुए कस कस कर चोद रही थी जैसे जैसे वो झड़ने के करीब आ रही थीं उनकी रफ्तार बढ़ती ही जा रही थी कमरे में फच फच की आवाज गूंज रही थी desi antarvasna

जब उनकी सांस फूल गई तो खुद नीचे आकर मुझे अपने ऊपर खींच लिया और टांगो को फैला कर ऊपर उठा लिया और बोली मैं थक गई मेरे राजा अब तुम मोरचा सम्भालो मैं झट उनकी जांघों के बीच बैठ गया और निशाना लगा कर झटके से लंड को चूत के अन्दर डाल दिया और उनके ऊपर लेट कर दनादन शॉट लगाने लगा मां ने अपनी टांग को मेरी कमर पर रख कर मुझे जकड़ लिया और जोर जोर से चूतड़ उठा उठा कर चुदाई मे साथ देने लगी

मैं भी अब उतना अनाड़ी नहीं रहा और उनकी चूची को मसलते हुए दनादन शॉट लगा रहा था पूरा कमरा हमारी चुदाई की आवाज से गूंज उठा था मां अपनी कमर हिला कर चूतड़ उठा उठा कर चुद रही थीं और बोली जा रही थी अह आह हउन ऊओ ऊऊह हाहा आह मेरे राजा मर गई री लल्ला चूओद रे चूओद उईई मीई माआ फट गाईई रीईई आज तो मेरी चूत मेरा तो दम निकाल दिया तूने आज बड़ा जाआलीएम हऐरे तूऊमहारा लौड़ा

मैं भी बोल रहा था लेईए मेरीई रानीई लेई लेईए मेरा लौड़ा अपनीई चूत मेंईए बड़ाड़ा तड़पायाया है तुनेई मुझीई लीईए लीई लेईए मेरीई रानीई यह लंड अब्ब तेराआ हीई है अह्ह उहह क्या जन्नत का मज़ा दिखाया तुने मैं तो मां आज से तेरा गुलाम हो गया मां गांड उछाल उछाल कर मेरा लंड अपनी चूत में ले रही थीं और मैं भी पूरे जोश के साथ उनकी चूचियों को मसल मसल कर अपने गहरे दोस्त की मां की गहरी चुदाई कर रहा था desi antarvasna

मां मुझको ललकार कर कहा लगाओ शॉट मेरे राजा मैं जवाब देता यह ले मेरी रानी ले ले अपनी चूत मे जरा और जोर से सटकाओ अपना लंड मेरी चूत मे मेरे राजा यह ले मेरी रानी यह लंड तो तेरे भोसड़े के लिए ही है देखो राजा मेरी चूत तो तेरे लंड की दीवानी हो गई है और जोर से और जोर से आई मेरे राजा मैं गई रेई कहते हुए मां ने मुझको कस कर अपनी बांहों मे जकड़ लिया और उनकी चूत ने ज्वालामुखी का लावा छोड़ दिया

अब तक मेरा भी लंड पानी छोड़ने वाला था और मैं बोला मैं भी आयाया मेरी जाआन और मेंने भी अपने लंड का पानी छोड़ दिया और मैं हाफते हुए उनकी चूची पर सिर रख कर कस के लिपट कर लेट गया यह मेरी पहली चुदाई थी इस लिए मुझे काफी थकान महसूस हो रही थी मैं मां के सीने पर सर रख कर सो गया वो भी एक हाथ से मेरे सिर को धीरे धीरे से सहलाते हुए दूसरे हाथ से मेरी पीठ सहला रही थी

बाकी कहानी अगले भाग में

दोस्त की मां बहन और बुआ – 3

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