बड़ी गांड वाली सेक्सी मां

Maa K Sath Sex Story

(बड़ी गांड वाली सेक्सी मां)

हैलो दोस्तो कैसे हो मैं आपके लिए maa k sath sex story लेकर आया हूं इस maa k sath sex story में आप पढ़ेंगे कैसे मैने अपनी मां को पटाकर चोदा अब मैं अपनी maa beta sex story शुरू करता हूं

मेरा नाम राजू है और मैं 24 साल का हूं मेरे घर में मेरे अलावा मां पिता और मेरी 2 छोटी बहनें है पिछले साल उन दोनों की शादी हो गई और अब वो दोनों अपने पतियों के लंड की सेवा में लगी हुई हैं

मेरी मां का नाम सरला 45 है वो बेहद खूबसूरत बदन की मल्लिका हैं जिनके 36D के गोल और तने हुए बोबे किसी भी लंड को खड़ा करने का दम रखते हैं तीस की कमर है

जिसको मैंने कई बार ख्वाब में पकड़कर उन्हें चोदा है मां की 40 इंच की उठी हुई गांड है जो चलते हुए इतनी मस्त हिलती है कि बस मन करता है कि अभी के अभी साली की सलवार खोलकर गांड मार दूं

मेरे पिता का नाम राजीव है वो 52 साल के हैं पिता छह साल पहले राजेश चाचा के साथ कोलकाता काम करने गए और वहां जाकर अपने से 20 साल छोटी औरत 32 साल की विमला से शादी कर ली विमला हल्की सी सांवली पर बेहद दिलकश कटाव वाले भरे हुए बदन वाली औरत थी

उसे देखकर कई बार मैंने सोचा कि एक बार तो कम से कम विमला के गुलाबी होंठों से अपने लंड की सेवा करवानी चाहिए मैं कई बार अपने बाप की किस्मत को लेकर सोचता था कि क्या किस्मत है साले की

एक तरफ मेरी मां सरला जैसे साउथ फिल्मों की अभिनेत्री नयनतारा तो दूसरी तरफ विमला जैसे तमन्ना भाटिया को अपने लंड की सेवा के लिए सैट किया हुआ है

अब पिता कभी कभार ही घर आते थे और घर खर्च भेज देते उनके घर ना आने से घर पर कोई फर्क नहीं पड़ा क्योंकि मैं इलेक्ट्रॉनिक्स सामानों को रिपेयर करने का काम करता हूं जिससे घर का खर्चा भी निकल जाता है और थोड़ी बहुत बचत हो जाती है

मैं और मेरी मां सरला अजमेर के छोटे से इलाके में एक छोटे से घर में रहते हैं जो पुराने जमाने के खंडर जैसा ही है एक के ऊपर एक घर बिल्कुल पैक ना कोई आवाज सुन सकता है और ना ही कोई घर के अंदर झांक सकता है

मुझे कई साल से अपनी मां की जवानी चखने का मन था पर मेरी बहनों ने कभी मुझे चूत की कमी नहीं होने दी उन दोनों ने टाइम टाइम पर मेरे लंड की खूब देखभाल की और मैंने भी उनके सारे ख़र्चे और जरूरत पूरी की बहनों की शादी के कुछ दिन बाद ही मुझे चुदाई की भयंकर तलब लगी तो सामने मां थी

मेरा पुराना ख्वाब फिर से जवान हो गया और मैंने सोचा क्यों ना इन्हें ही अपने बिस्तर पर खींच लूं वैसे भी मां कई साल से नहीं चुदी थी तो चूत टाइट होगी और साली का फिगर तो कमाल है ही अपनी मां के बारे में इस तरह की सोच कोई मादरचोद ही रख सकता है जो कि मैं तभी बन गया था जब मां को दूर के मामा के आगे घोड़ी बनते देखा था

ये बात 8 साल पुरानी है पर याद अभी तक ताज़ा है कि कैसे मामू मेरी मां को लंड पर बैठा कर उछालने की कोशिश कर रहा था और मां कह रही थी कि साले तू भी राजीव की तरह 4 इंच का ढीला हथियार लेकर आ गया है पता नहीं कब मेरी चूत को मोटे और लंबे लंड मिलेगें

मां की इच्छा सुनकर अब तो बस चाहत थी कि मां को अपने 8 इंच के लंड का जायका चखाया जाए और उसकी चूत का रस पिया जाए मां को लंड पर बैठाकर गंदी गंदी गालियां देते हुए उछालने की मेरे लंड से चुदते वक़्त मां के चहरे पर कामुक भाव देखने की जिसके लिए मैं रोज़ कुछ ना कुछ नया तरीका अपनाता

अब मैं रोज़ मां की ब्रा और पैंटी पर मां को याद करके मुठ मारकर माल निकालता और मां को गले लगाता या उनके गाल चूमता तो पूरा ठरक से काम लेता पहले तो मां ने इन सब चीज़ों को नज़र अंदाज़ किया और खुलकर मुझसे गले लग कर चूम लेतीं

पर जब मैं हद से ज्यादा आगे जाकर उसके बोबे और गांड पर हाथ लगाकर ये सब करता तो मां कहतीं कि अब तुम्हारा भी निकाह करना पड़ेगा और मुस्कुरा कर चली जातीं मां की इन बातों से मेरी हिम्मत और ज्यादा बढ़ गई

मैं मां के सामने जाता तो लंड खड़ा करके ही जाता और डबल मीनिंग बात करता जैसे मां आज तो दे दो

मां कहतीं – क्या?

तो बोल देता – चूत ओ सॉरी सॉरी दूध

या मां के बूब्स देखते हुए बोल देता – आज तुम्हारे बहुत मोटे लग रहे हैं

मां बोलतीं – शर्म नहीं है क्या?

तो कहता – मां मैं तो आपके होंठों की बात कर रहा था

यही सब कुछ दिनों तक चलता रहा फिर मैंने मां की जितनी भी ब्रा और पैंटी थीं एक बैग में भरकर फेंक दीं मां को जब ब्रा और पैंटी नहीं मिलीं तो उन्होंने मुझसे पूछा कि तूने मेरी ब्रा पैंटी देखी हैं क्या?

मैंने मां से कहा – मां तुम्हारे निप्पल्स कितने काले और मस्त हैं तुम्हारी छाती बिना ब्रा के कितनी खूबसूरत दिखती है तुम आज से ब्रा मत पहना करो

मां ने कहा – साले सुअर चुप कर वर्ना थप्पड़ खाएगा

मैंने भी जवाब दे दिया – मां तुम्हारे थप्पड़ से डर नहीं लगता जब तुम्हारी छाती के तरबूज हिलते हैं तब डर लगता है कि कहीं ये बम मुझ पर गिरें तो मैं मर ना जाऊं

मां अपना दुप्पटा छाती पर लेकर ये कहती हुई अंदर चली गई कि आने दे तेरे पिता को वापस बताती हूं कि तू कितना बेशर्म हो गया है अगर तेरी खाल नहीं खिंचवाई तो कहना अपनी मां को छेड़ता है कमीना

मैंने जवाब में कहा कि पिता तो विमला को घोड़ी बनाकर उसकी सवारी करते हुए बाल खींचने में बिजी होंगे मां ने मेरी इस बात का कोई जवाब नहीं दिया मेरे इस बदले हुए रवैया से मां हैरान भी थीं और परेशान भी

मां में वैसे तो हवस की कोई कमी नहीं थी किसी और की बात होती तो वो खुद ही चटाई की तरह बिछ जातीं और बोलतीं लगा दे लंड बना ले अपनी रांड पर अपने ही बेटे से चुदवाना कैसे हो शायद यही बात उसे परेशान कर रही थी

थोड़ी देर बाद मैं मां के पास आया और मां का नाम लेकर बोला सरला तुम मेरी बात का बुरा मत मानो मैं तुमको बहुत प्यार करता हूं और खुश देखना चाहता हूं मैं जानता हूं कि रात में तुम बाथरूम में इतनी देर क्यों रहती हो? तू अगर चाहे तो हम दोनों एक दूसरे की मदद कर सकते हैं

ये कहते हुए मैंने मां के दोनों हाथों को अपने हाथ से पकड़ लिया मां ने अपने हाथ से मेरे गाल को छुआ और बोली बेटा तू अभी इतना बड़ा नहीं हुआ कि ये सब बात समझ सके

मैंने मां की कमर पकड़कर मां की आंखों में देखते हुए कहा सरला मैं और मेरा हथियार इतना बड़ा हो गया है कि बिस्तर पर रात भर तेरी चीखें निकलवा सके

ये सुनते ही मां ने थप्पड़ मारना चाहा पर मैंने हाथ पकड़कर उनके बाल पकड़े और मां के होंठों को अपने होंठों से लगा लिया मेरे दिल की धड़कन इतनी बढ़ गई कि मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था क्या करूं
कुछ देर बाद मां के होंठों को हल्का सा काटते हुए छोड़ा तो मां की लिपस्टिक मेरे होंठों पर भी लग गई थी

मां ने कहा – बेटा मां हूं तेरी ये सब मेरे साथ करेगा तू कहे तो तेरे लिए तेरी मौसी की लड़की बहन नेहा को बुला लेती हूं तू उसको पटाकर उसकी चुदाई करले वो अपनी जवानी की दहलीज पर है अभी तेरा पूरा ख्याल रखेगी और तू उसको रोज इस घर में चोदना

मैंने मां की सलवार में हाथ डाल कर एक उंगली चूत में डाल दी और हिलाने लगा

मैं बोला – सरला तेरी जवानी पर नेहा जैसी कई कलियां कुर्बान कर दूंगा मैं जान आज मना मत करना तूने मर्द पैदा किया है अब तेरी चूत से निकले हुए मर्द की मर्दानगी देख बस

मां – आह्ह्ह ओह्ह आहहह मादरचोद मां हूं तेरी

मैंने मां के कपड़े उतारते हुए कहा – सरला आज से तू मेरी मां नहीं बीवी है समझी साली बड़ी गांड वाली

मां – आह्ह्ह राजू मैं तेरी मां हूं कोई अपनी मां के साथ ऐसा नहीं करता

मैं – सरला जान जब भाई के साथ कर सकती हो तो बेटे के साथ क्यों नहीं? कोई गलत बात नहीं है इसमें मेरी जान देखो तुम कितनी मस्त बदन वाली हो और मेरे पास कितना मस्त लंड है

मैंने अपने अपने 8 इंच के लंड को बाहर निकालते हुए मां को दिखाया और कहा क्यों ना अब से हम दोनों एक दूसरे के बदन का भी ख्याल रखें?

मां मेरे लंड को देखती हुई बोलीं – हे भगवान राजू तुझे ज़रा भी शर्म लिहाज़ नहीं रह गया है मेरे सामने लंड निकल के खड़ा हो गया? वैसे तेरा लंड बहुत बड़ा है मजा खूब देगा

मैं – सरला आज तो तेरी चूत से निकले इस मर्द के लंड में आग लग चुकी है आज तो तुझे मुझसे चुदना ही पड़ेगा

मैंने मां को दोनों हाथों से उठाया और उसी बिस्तर पर ले जाकर पटक दिया जहां पिता और मां सोते थे

मां – बेटा मैं तेरी मां हूं

मैं – सरला देख अब इतने नाटक मत कर मैं जानता हूं तू कितनी प्यासी है आज तेरी सारी प्यास बुझा दूंगा बस ये फालतू की बात करने की बजाए कुछ मूड बना जान

मैं मां की चूत को फैला कर सीधा बिना कुछ कहे उसकी चूत चाटने लगा और जोर जोर से मां की चूत को चूसकर गीला करने में लग गया कुछ देर बाद मां की चूत से पानी निकला गया

तो मैंने मां से पूछा – मां कुछ मज़ा आया?

मां – उउममम आह राजू आह्ह्ह बेटा आह मां की चूत गीली होने पर मैंने बिना थूक लगाए ही मेरा 8 इंच का लंड मां की चूत के मुंह पर सैट किया और एक जोर का झटका देते हुए कहा- लव यू मां जान

मां की चूत में आज तक 4-5 इंच की लंड ही गई थी और इतने साल से वो चुदी भी नहीं थी मेरा 8 इंच का मोटा लंबा लंड कैसे सहन कर पाती?

मेरे लंड के आधा अंदर जाते ही वो कराह उठीं – हे भगवान मर गई

मां के मुंह से इतनी मादक आवाज से लंड में अकड़न और बदन की जकड़न दोनों और बढ़ गई मां की चूत से हल्का सा खून भी निकला जो अलग नशा दे रहा था इतना मज़ा बहनों की चुदाई में भी कभी नहीं आया जितना आज अपनी मां चोदने में आ रहा था

मैं बिना रुके झटके देने लगा और उसकी चूचियों से प्यासे की तरह दूध पीने लगा मां अब मदहोश हो चुकी थीं और मुझे किसी भी तरह की कोई हरकत करने से मना नहीं कर रही थीं बल्कि अब तो सिर्फ सिसकारियां ही भर रही थीं

मैं लगातार मां की चूत का रस निकालने में लगा हुआ था चूत के चुदते-चुदते मां की शर्म खुलने लगी थी वो भी अपने हाथों से मेरी पीठ को पकड़ कर अपनी तरफ खींच रही थीं और आह उफ्फ्फ हाय उम्म जैसी आवाज निकालती हुई मुझे अपनी तरफ समेट रही थीं

मैं – सरला मेरी बीवी सुहागरात मुबारक़ हो

मां अपनी आधी खुली हुई आंखों से देखती हुई बोलीं आह राजू अंदर मत झाड़ना बेटा मेरा ऑपरेशन नहीं हुआ है

मां से ऐसी बात सुनकर मेरे अंदर का वहशी और हवस से भर गया मैंने लंड निकालकर सीधा मां के मुंह में डाल दिया और रस झाड़ दिया आह क्या मज़ेदार लम्हा था वो जब मैंने अपनी मां को लंड के नीचे लेकर चोद डाला था

उस रात मैंने कंडोम लाकर मां के साथ रात भर 4 बार संभोग किया और उसकी गांड के छेद की सील भी तोड़ डाली पिछले एक साल में मैंने मां की सारी शर्म उतार दी अब वो किसी गर्ल फ्रेंड की तरह ही मेरे साथ रहती हैं

उस रात के बाद मां ने कभी मुझे मेरे नाम राजू से नहीं बुलाया बल्कि सुनो जान जानू बेबी बाबू हनी राजा जैसे लफ़्ज़ों से आवाज देने लगीं और मेरे लंड की जरूरत का ख्याल अच्छे से रखने लगीं कैसी लगी आपको यह maa k sath sex story और maa beta sex story पढ़ने के लिए आप punjabi sex story com पर आते रहे

Maa Beta Hindi Sex Story :- मां की खेत में चुदाई

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