Desi Antarvasna 4
(दोस्त की मां बहन और बुआ – 4)
फिर बुआ ने खड़े होकर अपनी नाईटी भी उतार दी और नंगी हो गई फिर मुझे कुर्सी से उठ कर पलंग पर बैठने को कहा जब मैं पलंग पर बैठ कर बुआ जी की मस्त रसीली चूची को देख रहा था तो मारे मस्ती के मेरा लंड चूत की और मुंह उठाए उनकी चूत को सलामी दे रहा था बुआ जी मेरी जांघों के बीच बैठ कर दोनों हाथों से मेरे लौड़े को सहलाने लगी desi antarvasna
कुछ देर सहलाने के बाद अचानक बुआ ने अपना सर नीचे झुका लिया और अपने रसीले होंठों से मेरे सुपारे को चूम कर उसको मुंह मे भर लिया मैं एकदम चौंक गया मैंने सपने मे भी नहीं सोचा था की ऐसा होगा? बुआ जी यह क्या कर रही हो? मेरा लण्ड तुमने मुंह मे क्यों ले लिया है? चूसने के लिए और किस लिए तुम आराम से बैठे रहो और बस लण्ड चूसाई का मज़ा लो एक बार चूसवा लोगे फिर बार बार चूसने को कहोगे
बुआ जी मेरे लंड को लोलीपॉप की तरह मुंह में लेकर चूसने लगी मैं बता नहीं सकता हूं कि लंड चूसवाने में मुझे कितना मज़ा आ रहा था बुआ जी के रसीले होंठ मेरे लंड को रगड़ रहे थे फिर बुआ जी ने अपना होंठ गोल कर के मेरा पूरा लंड अपने मुंह में ले लिया और मेरे आण्ड को हथेली से सहलाते हुए सिर ऊपर नीचे करना शुरु कर दिया मानो वो मुंह से ही मेरे लण्ड को चोद रही हो धीरे धीरे मैंने भी अपनी कमर हिला कर बुआ जी के मुंह को चोदना शुरु कर दिया
मैं तो मानो सातवें आसमान पर था बेताबी तो सुबह से ही हो रही थी थोड़ी ही देर मे लगा कि मेरा लंड अब पानी छोड़ देगा मैं किसी तरह अपने ऊपर काबू कर के बोला बुआ जी मेरा पानी छूटने वाला है बुआ जी ने मेरी बातों का कुछ ध्यान नहीं दिया बल्कि अपने हाथों से मेरे चूतड़ को जकड़ कर और तेज़ी से सिर ऊपर नीचे करना शुरु कर दिया मैं भी उनके सिर को कस कर पकड़ कर और तेज़ी से लंड उनके मुंह में पेलने लगा desi antarvasna
कुछ ही देर बाद मेरे लंड ने पानी छोड़ दिया और बुआ जी ने गटगट करके पूरे पानी को पी गई सुबह से काबू में रखा हुआ मेरा पानी इतना तेज़ी से निकला कि उनके मुंह से बाहर निकल कर उनकी ठुड्डी पर फैल गया कुछ बूंदे तो टपक कर उनकी चूची पर भी जा गिरी झड़ने के बाद मैंने अपना लंड निकाल कर बुआ जी के गालों पर रगड़ दिया क्या खुबसुरत नजारा था मेरा वीर्य बुआ जी के मुंह गाल होंठ और रसीले चूची पर चमक रहा था
बुआ जी ने अपनी गुलाबी जीभ अपने होंठों पर फिरा कर वहां लगा वीर्य चाटा और फिर अपनी हथेली से अपनी चूची को मसलते हुए पूछा क्यों राजू बेटा? मज़ा आया लंड चुसवाने में मैं बोला बहुत मज़ा आया बुआ जी तुमने तो एक दूसरी जन्नत की सैर करवा दिया मेरी जान आज तो मैं तुम्हारा सात जन्मों के लिए गुलाम हो गया कहो क्या हुक्म है? बुआ जी बोली हुक्म क्या बस अब तुम्हारी बारी है मैं कहा क्या मतलब? मैं कुछ समझा नही
बुआ जी बोली मतलब यह कि अब तुम मेरी चूत चाटो यह कह कर बुआ जी खड़ी हो गई और अपनी चूत मेरे चेहरे के पास ले आई मेरे होंठ उनकी चूत के होंठों को छूने लगी बुआ जी ने मेरे सिर को पकड़ कर अपनी कमर आगे की और अपनी चूत मेरे नाक पर रगड़ने लगी मैंने भी उनके चूतड़ को दोनों हाथों से पकड़ लिया और उनकी गांड सहलाते हुए उनकी रसीली चूत को चूमने लगा बुआ जी की चूत की प्यारी प्यारी खुशबू मेरे दिमाग में छाने लगी desi antarvasna
मैं दीवानों की तरह उनकी चूत और उसके चारों तरफ के इलाके को चूमने लगा बीच बीच में मैं अपनी जीभ निकाल कर उनकी रानों को भी चाट लेता बुआ जी मस्ती से भर कर सिसकारी लेते हुए अपनी चूत को फैलाते हुए बोली हाय राजा आह जीभ से चाटो ना अब और मत तड़पाओ राजा मेरी बुर को चाटो डाल दो अपनी जीभ मेरी चूत के अन्दर अन्दर डाल कर जीभ से चोदो
अब तक उनकी नशीली चूत की खुशबू ने मुझे बुरी तरह से पागल बना दिया था मैंने उनकी चूत पर से मुंह उठाए बिना उन्हे खींच कर पलंग पर बैठा दिया उनकी जांघों को फैला कर अपने दोनों कंधो पर रख लिया और फिर आगे बढ़ कर उनकी चूत के होंठों को अपनी जीभ से चाटना शुरु कर दिया बुआ जी मस्ती से बड़बड़ाने लगी और अपने चूतड़ को और आगे खिसका कर अपनी चूत को मेरे मुंह से बिल्कुल सटा दिया
अब बुआ जी के चूतड़ पलंग से बाहर हवा मे झूल रही थी और उनकी मखमली जांघों का पूरा दबाव मेरे कंधो पर था मैंने अपनी जीभ को पूरी की पूरी उनकी चूत में डाल दिया और चूत की अंदरूनी दीवारों को जीभ से सहलाने लगा बुआ जी मस्ती से तिलमिला उठी और अपने चूतड़ उठा उठा कर अपनी चूत मेरी जीभ पर दबाने लगी हाय राजू क्या मज़ा आ रहा है? अब अपनी जीभ को अन्दर बाहर करो ना desi antarvasna
चोदो राजू चोदओ अपनी जीभ से चोदो मुझे हाय राजू तुम ही तो मेरे असली सैंया हो पहले क्यों नहीं मिले अब सारी कसर निकालूंगी हाय राजू चोदो मेरी चूत को अपनी जीभ से मुझे भी पूरा जोश आ गया और बुआ जी की चूत में जल्दी जल्दी जीभ अन्दर बाहर करते हुए उसे चोदने लगा बुआ जी अभी भी जोर जोर से कमर उठा कर मेरे मुंह को चोद रही थी मुझे भी इस चुदाई का मज़ा आने लगा
मैंने अपनी जीभ कड़ी कर सिर आगे पीछे कर के बुआ जी की चूत को चोदने लगा उनका मज़ा दोगुना हो गया अपने चूतड़ को जोर जोर से उठाती हुए बोली और जोर से बेटा और जोर से हाय मेरे प्यारे राजू आज से मैं तेरी रण्डी बुआ हो गई जिंदगी भर के लिए चुदाऊंगी तुझसे अहहह उईई माआ वो अब झड़ने वाली थी वो जोर जोर से चिल्लाते हुए अपनी चूत मेरे पूरे चेहरे पर रगड़ रही थी
मैं भी पूरी तेज़ी से जीभ लप लपा कर उनकी चूत पूरी तरह से चाट रहा था और बीच बीच में अपनी जीभ को उनकी चूत मे पूरी तरह अन्दर डाल कर अन्दर बाहर करने लगा जब मेरी जीभ बुआ जी की भगनाशा से टकराई तो बुआ जी का बांध टूट गया और मेरे चेहरे को अपनी जांघों में जकड़ कर उन्होंने अपनी चूत को मेरे मुंह से चिपका दिया कुछ देर बाद उनका पानी बहने लगा और मैं उनकी चूत की दोनों फांकों को अपने मुंह मे दबा कर उनका अमृत रस पीने लगा desi antarvasna
मेरा लंड फिर से लोहे की रॉड की तरह सख्त हो गया था मैं उठ कर खड़ा हो गया और अपने लंड को हाथ से सहलाते हुए बुआ जी को पलंग पर सीधा लेटा कर उनके ऊपर चढ़ने लगा उन्होंने मुझे रोकते हुए कहा ऐसे नहीं मेरे राजा चूत का मज़ा तुम चूस चूस के ले चुके हो आज मैं तुम्हें दूसरे छेद का मज़ा दूंगी मैंने कहा बुआ जी मेरी समझ में कुछ नहीं आया? बुआ जी बोली आज तुम अपने मोटे तगड़े लम्बे लौड़े को मेरी गांड में डालो और उठ कर बैठ गई
मेरे हाथ को हटा कर अपने दोनों हाथों से मेरा लंड पकड़ लिया और सहलाते हुए अपनी दोनों चूचियों के बीच दबा दबा कर लंड के सुपारे को चूमने लगी उनकी चूची की गर्माहट पाकर फिर से मेरा लौड़ा और भी जोश में आकर सख्त हो गया मैं हैरान था इतनी छोटी सी गांड के छेद में मेरा लंड कैसे जाएगा? मैं बोला बुआ जी इतना मोटा लंड तुम्हारी गांड में कैसे जाएगा? बुआ बोली हां मेरे राजू गांड में ही जाएगा पीछे से चोदना इतना आसान नहीं है तुम्हें पूरा जोर लगाना होगा
इतना कह कर बुआ जी ढेर सारा थूक मेरे लंड पर लगा दिया और पूरे लंड की मालिश करने लगी पर बुआ जी गांड मे लंड घुसाने के लिए ज्यादा जोर क्यों लगाना पड़ेगा? बुआ बोली वो इस लिए राजू कि जब औरत गर्म होती है तो उसकी चूत पानी छोड़ती है जिससे लौड़ा आने जाने मे आसानी होती है पर गांड तो पानी नहीं छोड़ती इस लिए घर्षण ज्यादा होता है और लंड को ज्यादा ताकत लगानी पड़ती है desi antarvasna
गांड मारने वाले को भी बहुत तकलीफ होती है पर राजू मज़ा बहुत है मरवाने वाले को भी और मारने वाले को भी बहुत मजा आता है इसी लिए गांड मारने के पहले पूरी तैयारी करनी पड़ती है मैंने कहा क्या तैयारी करनी पड़ती है? बुआ जी मुस्कुरा कर पलंग से उतरी और अपने चूतड़ को लहराते हुए ड्रेसिंग टेबल से वेसिलीन की शीशी उठा लाई ढक्कन खोल कर ढेर सारा वेसिलीन अपने हाथों में ले लीं और मेरे लौड़े की मालिश करने लगी
अब मेरा लौड़ा रोशनी में चमकने लगा फिर मुझे शीशी दे दी और बोली अब मैं झुकती हूं और तुम मेरी गांड में ठीक से वेसिलीन लगा दो और वो पलंग पर पेट के बल लेट गई और अपने घुटनों के बल होकर अपने चूतड़ हवा में उठा दिए देखने लायक नजारा था बुआ के गोल मटोल चूतड़ मेरी आंखों के सामने लहरा रहे थे मुझसे रहा नहीं गया और झुक कर चूतड़ को मुंह में भर कर कस कर काट लिया बुआ जी की चीख निकल गई
फिर मैंने ढेर सारा वेसिलीन लेकर उनकी गांड की दरार में लगा दिया बुआ बोली अरे मेरे भोले सैंया ऊपर से लगाने से नहीं होगा उंगली से लेकर अन्दर भी लगाओ और अपनी उंगली पेल पेल कर मेरी गांड के छेद को ढीला करो मैंने अपनी बीच वाली उंगली पर वेसिलीन लगा कर उनकी गांड में घुसाने की कोशिश की पहली बार जब नहीं घुसी तो दुसरे हाथ से छेद फैला कर दुबारा कोशिश की तो मेरी उंगली थोड़ी सी उंगली घुस गई desi antarvasna
मैंने थोड़ा बाहर निकाल कर झटका दे कर डाला तो घपाक से पूरी उंगली धंस गई बुआ जी ने एकदम से अपने चूतड़ सिकोड़ लिया जिससे की उंगली फिर बाहर निकल गई बुआ बोली इसी तरह उंगली अन्दर बाहर करते रहो कुछ देर तक मैं उनके कहे मुताबिक उंगली जल्दी से अन्दर बाहर करने लगा मुझे इसमें बड़ा मजा आ रहा था वो भी कमर हिला हिला कर मजा ले रही थी कुछ देर बाद बुआ जी बोली चलो राजा आ जाओ मोर्चे पर और मारो गांड अपनी बुआ की
मैं उठ कर घुटनें के बल बैठ गया और लंड को पकड़ कर बुआ की गांड के छेद पर रख दिया बुआ जी ने थोड़ा पीछे होकर लंड को निशाने पर रखा फिर मैंने उनके चूतड़ को दोनों हाथों से पकड़ कर धक्का लगाया बुआ जी की गांड का छेद बहुत टाइट था मैं बोला बुआ जी मेरा लंड आप की गांड में नहीं घुस रहा है बुआ जी ने अपने दोनों हाथों से अपने चूतड़ों को खींच कर गांड के छेद को फैला दिया और दुबारा जोर लगाने को कहा
इस बार मैंने थोड़ा और जोर लगाया और मेरा सुपारा उनकी गांड की छेद में चला गया बुआ जी की कसी गांड को चीरता हुआ मेरा आधा लंड बुआ जी की गांड में दाखिल हो गया बुआ जी जोर से चीख उठी उई मां दुखता है मेरे राजू पर मैंने उनकी चीख पर कोई ध्यान नहीं दिया और लंड थोड़ा पीछे खींच कर जोरदार शॉट लगाया मेरा 9 इंच का लौड़ा उनकी गांड को चीरता हुआ पूरा का पूरा अन्दर दाखिल हो गया बुआ जी फिर चीख उठी desi antarvasna
वो बार बार अपनी कमर को हिला हिला कर मेरे लंड को बाहर निकालने की कोशिश कर रही थी मैंने आगे को झुक कर उनकी चूची को पकड़ लिया और उन्हें सहलाने लगा लंड अभी भी पूरा का पूरा उनकी गांड के अन्दर था कुछ देर बाद बुआ जी की गांड में लंड डाले डाले उनकी चूची को सहलाता रहा जब बुआ जी कुछ नार्मल हुए तो अपने चूतड़ हिला कर बोली चलो राजू अब ठीक है
उनका सिग्नल पाकर मैंने दुबारा सीधे होकर उनके चूतड़ पकड़ कर धीरे धीरे कमर हिला कर लंड अन्दर बाहर करना शुरू कर दिया बुआ जी की गांड बहुत ही टाइट थी इसे चोदने में बड़ा मजा आ रहा था अब बुआ भी अपना दर्द भूल कर सिसकारी भरते हुए मजा लेने लगी उन्होंने अपनी एक उंगली अपनी चूत में डाल कर कमर हिलाना शुरू कर दिया बुआ जी की मस्ती देख कर मैं भी जोश में आ गया और धीरे धीरे अपनी रफ्तार बढ़ा दी
मेरा लंड अब पूरी तेजी से उनकी गांड में अन्दर बाहर हो रहा था बुआ जी भी पूरी तेजी से कमर आगे पीछे करके मेरे लंड का मजा ले रही थी लंड ऐसे अन्दर बाहर हो रहा था मानो इंजन का पिस्टन पूरी कमरे में चुदाई का थप थप की आवाज गूंज रही थी जब बुआ जी के थिरकते हुए चूतड़ से मेरी जांघें टकराती थी तो लगता कोई तबलची टेबल पर थाप दे रहा हो desi antarvasna
बुआ जी पूरी जोश में पूरी तेजी से चूत में उंगली अन्दर बाहर करती हुई सिसकारी भर रही थी हम दोनों ही पसीने पसीने हो गए थे पर कोई भी रूकने का नाम नहीं ले रहा था बुआ मुझे बार बार ललकार रही थी चोद लो मेरे राजू चोद लो अपनी बुआ की गांड आज फाड़ डालो इसे शाबाश मेरे शेर और जोर से राजू और जोर से फाड़ डाली तुमने मेरी तो मैं भी हुमच हुमच कर शॉट लगा रहा था पूरा का पूरा बाहर खींच कर झटके से अन्दर डालता तो उनकी चीख निकल जाती
मेरा लावा निकलने वाला था उधर बुआ भी उंगली से चूत को चोद चोद कर अपनी मंजिल के पास थी तभी मैंने एक झटके से लंड निकाला और उनकी चूत में जड़ तक ठुंस दिया बुआ जी इसके लिए तैयार नहीं थी इस लिए उनकी उंगली भी चूत में ही रह गई थी जिससे उनकी चूत टाइट लग रहा था मैंने बुआ जी के बदन को पूरी तरह अपनी बाहों में समेट कर दनादन शॉट लगाने लगा
वो भी संभल कर जोर जोर से अहह उह्ह करती हुई चूतड आगे पीछे करके अपनी चूत में मेरा लंड लेने लगी हम दोनों की सांसें फूल रही थी आखिर मेरा ज्वालामुखी फूट पड़ा और मैं बुआ की पीठ से चिपक कर बुआ की चूत में झड़ गया हम दोनों उसी तरह से चिपके हुए पलंग पर लेट गए और थकान की वजह से सो गए उस रात मैंने बुआ की चूत कम से कम चार बार और चोदा desi antarvasna
सुबह करीब 10 बजे सुमन दोस्त की बहन ने मुझे उठा कर चाय दी और कहा राजू भईया फ्रेश हो कर नाहा धो लो और मैं नाश्ता बनाती हूं घर में केवल उसे देख कर कहा मां और बुआ जी कहा गए? वो बोली वो दोनों कब के खेत चले गए है यहां आवाज होगी इस लिए मां रात की नींद खेत में ही पूरी करेंगी और वो लोग शाम से पहले लौटने वाले नहीं है मैं फ्रेश होकर नाहा धो कर नाश्ता करने लगा
सुमन अपने काम में लग गई मैं कमरे में आकर किताब पढ़ने लगा मुझे कहीं बाहर जाना नहीं था इस लिए मैं केवल तौलिया और बनियान में था करीब एक घंटे बाद सुमन अपना काम निबटा कर कमरे में बिस्तर ठीक कर आई और मुझसे बोली भईया आप उधर कुर्सी पर बैठ जाओ मुझे बिस्तर ठीक करना है मैं उठ कर कुर्सी पर बैठ गया और वो बिस्तर ठीक करने लगी चादर पर पड़े मेरे लंड और बुआ और बुआ जी की चूत के पानी के धब्बे रात की कहानी सुना रहे थे
सुमन झुक कर निशान वाली जगह को सूंघ रही थी मेरी तो ऊपर की सांस ऊपर और नीचे की सांस नीचे रह गई थोड़ी देर बाद सुमन उठी गई और मेरी तरफ देखती हुई अदा से मुस्कुरा दी फिर इठलाते हुए मेरे पास आई और आंख मार कर बोली लगता है रात बुआ जी के साथ जम कर खेल खेला है मैं हिम्मत कर के बोला क्या मतलब? वो मुझसे सटती हुई बोली इतने भोले मत बनो जानबूझ कर अनजान बन रहे हो क्या मैं अच्छी नहीं लगती तुम्हें? desi antarvasna
मैंने कुछ नहीं कहा और केवल मुस्कुरा दिया और मैंने गौर से देखा उसको मस्त लौंडिया थी सांवली सा रंग छरहरा बदन उठी हुई मस्त चूचियां उसने अपना पल्लू सामने से लेकर कमर में दबाया हुआ था जिससे उसकी चूची और उभर कर सामने आ गई थी वो बात करते करते मुझसे एकदम सट गई और उसकी तनी तनी चूची मेरी नंगी बाहों से छूने लगी
यह सब देख कर मेरा लंड जोश में फड़फड़ा उठा मैंने सोचा कि इसे ज्यादा अच्छा मौका फिर नहीं मिलने वाला साली खुद ही तो मेरे पास चुदवाने आई हुई है मैंने हिम्मत करके उसे कमर से पकड़ लिया और अपने पास खींच कर अपने से चिपका लिया और बोला चल सुमन थोड़ा सा खेल तेरे साथ भी हो जाए वो एकदम से घबरा गई और अपने को छुड़ाने की नाकाम कोशिश करने लगी पर मैं उसे कस कर पकडे हुए चूमने की कोशिश करने लगा
वो मुझ से दूर हटने की कोशिश करती जा रही थी पर वो बेबस थी पर साथ में चिपकी भी जा रही थी इसी दौरान मेरा तौलिया खुल गया और मेरा 9 इंच का फनफनाता हुआ लौड़ा आजाद हो गया मैंने कहा देखो मजे लेने है तो चलो बिस्तर पर और उसे अपने बाहों में उठा कर बिस्तर पर लेटा कर अपना लंड उसकी गांड में दबाते हुए मैंने अपनी एक टांग उसकी टांग पर चढ़ा दिया और उसे दबोच लिया दोनों हाथों से चूचियों को पकड़ कर मसलते हुए बोला नखरे क्यों दिखाती है? desi antarvasna
खुदा ने हुस्न दिया है और क्या मार ही डालोगी? अरे हमे नहीं दोगी तो क्या आचार डालोगी चल आजा और प्यार से अपनी मस्त जवानी का मजा लेते है कहते हुए उसके ब्लाउज को खींच कर खोल दिया फिर एक हाथ को नीचे ले जाकर उसके पेटीकोट के अन्दर घुसा दिया और उसकी चिकनी चिकनी जांघों को सहलाने लगा धीरे धीरे हाथ उसकी चूत पर ले गया पर वो तो दोनों जांघों को कस कर दबाए हुए थी और साथ में मस्ती से हाय हाय भी कर रही थी
मैं उसकी चूत को ऊपर से कस कस कर मसलने लगा और उंगली को किसी तरह चूत के अन्दर डाल दिया उंगली अन्दर होते ही वो कस कर छटपटाते हुए और बाहर निकालने के लिए कमर हिलाने लगी उससे उसकी चूत चुदने जैसी होने लगी इससे उसका पेटीकोट ऊपर उठ गया मैंने कमर पीछे कर के अपने लंड को नंगे चूतड़ की दरार में लगा दिया क्या फूले फूले जवान चिकने चूतड़ थे
अपना दूसरा हाथ भी उसकी चूची पर से हटा कर उसके चूतड़ को पकड़ लिया और अपने लंड से उसकी गांड की दरार में रख कर उसकी चूत को मैंने उंगली से चोदते हुए गांड की दरार में लंड थोड़ा थोड़ा धंसा दिया था कुछ ही देर में वो ढीली पड़ गई और जांघों को ढीला कर के कमर हिला हिला कर आगे पीछे कर के चुदाई का मजा लेने लगी क्यों रानी मजा आ रहा है? मैंने धक्का लगाते हुए पूछा हां भईया बहुत ही मजा आ रहा है desi antarvasna
उसने जांघें फैला दी जिससे कि मेरी उंगली आसानी से अन्दर बाहर होने लगी उसके मुंह से मस्ती भरी उई उई निकालने लगा फिर उसने अपना हाथ पीछे करके मेरा लंड को पकड़ लिया और उसकी मोटाई को नाप कर बोली हाय जी इतना मोटा लंड चलो मुझे सीधा होने दो फिर चोद देना कहते हुए वो चित लेट गई अब हम दोनों अगल बगल लेटे हुए थे
मैंने अपनी टांग उसकी टांग पर चढ़ा लिया और लंड को उसकी जांघ पर रगड़ते हुए चूचियों को चूसने लगा पत्थर जैसी सख्त थी उसकी चूची एक हाथ से उसकी चूची मसल रहा था और दुसरे हाथ की उंगली से उसकी चूत को चोद रहा था वो भी लगातार मेरे लंड को पकड़ कर अपनी जांघों पर घिस रही थी जब हम दोनों पूरे जोश में आ गए तब सुमन बोली अब मत तड़पाओ भईया चोद ही डालो ना अब मुझे
मैंने झटपट उसकी साड़ी और पेटीकोट को कमर से ऊपर उठा कर उसकी चूत को पूरा नंगा कर दिया वो बोली पहले मेरे सारे कपड़े तो उतारो तो ही तो चुदेगी मेरी चूत मैं बोला नहीं तुझे अध नंगी देख कर जोश और डबल हो गया है इस लिए पहली चुदाई तो कपड़ों के साथ ही होगी फिर मैंने उसकी टांगें अपनी कंधों के ऊपर रखी और उसने मेरा लंड पकड़ कर अपनी चूत के मुंह पर रख लिया और बोली आईय शुरू हो जाओ ना भईया desi antarvasna
मैंने कमर आगे करके जोर दार धक्का दिया और मेरा आधा लंड दनदनाता हुआ उसकी चूत में धंस गया वो चिल्ला उठी आहिस्ते भईया आहिस्ते अब दर्द हो रहा है और उसने अपनी चूत को सिकोड़ ली और मेरा लंड उसकी चूत से बाहर निकल आया मैंने उसकी सख्त चूची को पकड़ कर मसलते हुए फिर अपना लंड उसकी चूत पर रख कर एक और शॉट लगाया
मेरा सुपारा उसकी चूत में घुस गया और कुछ देर तक मैंने कुछ हरकत नहीं की और उसके होंठों को अपने होंठों में लेकर चूसने लगा उसकी आंखों से अब भी आंसू निकल रहे थे थोड़ी देर बाद वो थोड़ा शांत हुई और अब मैंने दुसरा शॉट लगाया तो मेरा बचा हुआ लौड़ा भी जड़ तक उसकी चूत में धंस गया मारे दर्द के उसकी चीख निकल गई और बोली बड़ा जालिम है तुम्हारा लौड़ा किसी कुंवारी छोकरी को इस तरह से चोदोगे तो वो मर जाएगी सम्भाल कर चोदना
मैं उसकी चूचियों को पकड़ कर मसलते हुए धीरे धीरे लंड चूत के अन्दर बाहर करने लगा वो आह आह मर गई आह मैंने 15-20 मिनट उसकी चुदाई की फिर उसकी चूत में झड़ गया चूत तो इसकी भी टाइट थी दोस्तों यह थी मेरी बिल्कुल सच्ची कहानी जो मैंने आपके सामने रखी desi antarvasna