दादी की बिना निरोध के चुदाई की

दोस्तों इस दादी की चुदाई कहानी में आप पढ़ेंगे कैसे दादी ने अपनी चुदाई अपने पोते से ही करवा ली और अपनी चूत की खुजली को शांत किया अपने पोते का लंड अपनी चूत में लेकर अब मैं अपनी antervasna dadi sex story शुरू करता हूं उम्मीद है आपको यह dadi sex story पसंद आयेगी

Antervasna Dadi Sex Story

दोस्तों कई बार सेक्स में कुछ रिश्ते ऐसे हो जाते हैं जिस पर कोई शक नहीं करता अगर आप एक जवान आदमी औरत लड़का लड़की हैं तो आपको किसी ने अकेले में देख लिया किसी से बात करते हुये या शरीर को छूते हुये तो दूसरों को तुरंत पता लग जायेगा

इन दोनों के बीच में जरूर कुछ ना कुछ चल रहा है क्या यह सही बात है या नहीं आप खुद ही सोचिये पर कुछ रिश्ते ऐसे होते हैं भले ही एक बेड पर सोयें हुये हो पर लोगों को शक नहीं होता

ऐसे रिश्ते होते हैं मां बेटे का रिश्ता दादी पोते का रिश्ता बहन भाई का रिश्ता बुआ भतीजे का रिश्ता मौसी भांजे का रिश्ता पर यही गलत है

लोगों का कहना है इन रिश्तो को गलत नजर से नहीं देखा जाता है ना ही कभी यह रिश्ते गलत होते है पर आजकल यह रिश्ते गलत हो रहे है vasna sex stories com पर आपको बहुत सारी सेक्स कहानियां मिल जायेगी

जहां पर अपने ही परिवार में एक दूसरे को सेक्स करते हुये और एक दूसरे की वासना को शांत करते हुये कई ऐसी कहानियां मिल जायेगी आपको पढ़ने के लिये आज मैं vasna sex stories com पर अपनी सेक्स कहानी लिख रहा हूं

यह antervasna sex story मेरी दादी के बारे में है जो कि उम्र में करीब 61 साल की है शरीर कमज़ोर हो चुका है मुंह पर झुर्रियां आने लगी है पर अभी तक जो जवान है वो है उनके मम्में

मेरी दादी के मम्में अभी भी बड़े बड़े और टाइट है निप्पल देखकर आपको लगेगा किसी जवान लड़की का निप्पल है पिंक है इसका कारण यह हो सकता है जब मेरी दादी 35 साल की थी तभी मेरे दादा जी का देहांत हो गया था

तब से शायद दादी ने कभी किसी और के साथ सेक्स संबंध नहीं बनाये थे पर जब से मैं जवान हुआ हूं तब से मैं अपनी दादी से संबंध बना रहा हूं तो मैं पूरी कहानी बताऊंगा यह सब कैसे स्टार्ट हुआ और मैं क्या क्या करता हूं आइये सीधे antervasna sex story पर आते हैं हम लोग

मेरी मम्मी और डैडी दोनों सेक्स के भूखे हैं वो हमेशा अकेले सोना पसंद करते हैं ताकि एक दूसरे के जिस्म की जरूरत को पूरी कर सके ऐसे में जब मैं छोटा था तो मैं उठ कर बैठ कर अपनी मम्मी को डैडी से चुदते हुये कई बार देखने लगा था

इस वजह से मुझे अपने साथ नहीं सुलाकर दादी के साथ सुलाने लगे थे मामी और डैडी मैं 5 साल की उम्र से ही अपनी दादी के साथ सो रहा हूं दादी अकेले कमरे में सोती है उनका बेड है और मैं भी उन्हीं की बेड पर सोने लगा था

धीरे धीरे करके मैं बड़ा हुआ दादी के साथ ही सो कर जब मैं छोटा था तो कई बार मैंने ऐसा महसूस किया दादी अचानक से हिलने लगती थी ज़ोर ज़ोर से हिलने लगती थी और मुंह से सिसकारियां निकालती थी

बचपन में तो पूछ भी लिया था दादी क्या हुआ ठंड लग रही है तब दादी शांत हो जाती थी और कहती थी चुपचाप सो जा जब मैं बड़ा हुआ तो समझ आया कि दादी अपनी चूत में अपनी उंगली डालती थी

दादी इसीलिए अपनी चूत में उंगली डालकर हिलती थी मेरे में भी इतना दिमाग था कि दादी को भी तो सेक्स की जरूरत है और जब दादी का पति नहीं है तो खुद से ही तो उनको हस्तमैथुन करना होगा

पर जब मैं जवान हो गया कॉलेज में जाने लगा तो मेरे अंदर सेक्स की भावना धीरे धीरे जागने लगी बहुत सारे ऐसे लड़के होते हैं और जब वो लोग सोते हैं अपने लंड को सहलाते हैं वासना सेक्स स्टोरीज पढ़ते हैं गंदी फिल्में देखते है

पर मैं सिर्फ vasna sex stories ही पड़ा करता था और धीरे धीरे दादी के मम्मों को देखकर मैं आकर्षित होने लगा क्योंकि उनके जो मम्में थे बहुत हॉट और सेक्सी लगते थे मुझे यहां तक कि मेरी मां के मम्में भी इतने सेक्सी नहीं लगते थे जितने दादी के लगते थे

तो मैं रोजाना रात में किसी तरीके का बहाना बनाकर मैं उनके मम्मों पर अपना हाथ रख देता था लेकिन आज तक का रिकॉर्ड है दादी कभी भी मेरे हाथ को अपने मम्मों पर से नहीं हटाया

ऐसे में मुझे समझ आने लगा कि दादी को भी अच्छा लगने लगा है धीरे धीरे मैं थोड़ा और आगे बढ़ा मैं उनकी चूत पर भी हाथ रखने लगा अब मैं रोजाना vasna sex stories पढ़कर दादी के मम्मों पर अपना हाथ रखता था

फिर उनकी चूत को भी सहलाता था और फिर मुट्ठ मार कर सो जाता था दादी को यह बात समझ में आ गयी उन्होंने एक बहाना बनाया दरवाजा बंद होता था मेरे कमरे का हम दोनों ही बेड पर होते थे

एक दिन की बात है दादी अपने मम्मों को और चूत को ज़ोर ज़ोर से खुजला रही थी रात के करीब 12:00 बज रहे थे दादी परेशान सी होने लगी थी कभी उठ कर बैठ जाती कभी लेट जाती तो मैंने उनको पूछा कि दादी क्या हुआ उन्होंने कहा मुझे बहुत तेज की खुजली हो रही है

दादी ने कहा मेरे से सहन नहीं हो रहा है मैंने कहा कहां खुजली हो रही है उन्होंने तुरंत पेटिकोट के अंदर अपना हाथ डाल दिया और चूत को खुजलाने लगी और बोलने लगी यहां खुजली हो रही है

फिर दादी अपने मम्मों को भी खुजलाने लगी बोली यहां पर भी खुजली हो रही है मेरे पूरे शरीर में खुजली हो रही है मैंने कहा मैं मां को बुलाऊं दादी ने कहा नहीं मां को मत बुलाओ बस तुम मुझे खुजला दो मां को मत उठाओ क्यों उसको परेशान करोगे आधी रात को

दादी ने अपना पेटिकोट ऊपर कर दिया और उन्होंने इशारा किया कि खुजला दे शुरुआत में मुझे थोड़ा अजीब सा लग रहा था कि मैं ऐसा कैसे करूं उन्होंने जब 2-3 बार इशारा किया तो मैं उनकी चूत पर अपना हाथ रख कर फेरा और फिर खुजलाने लगा

दादी एकदम शांत हो गयी उन्होंने अपने ब्लाउज का हुक खोल दिया अंदर ब्रा नहीं पहनी हुई थी उस दिन मैं उनकी चूत को सहला ही रहा था उन्होंने इशारा किया कि मेरे मम्मों को भी खुजला दे

मैंने उनके मम्मों पर भी खुजलाना शुरू कर दिया पहली बार मैं उनके मम्मों को उनकी चूत को बिना कपड़े के छुआ था इसके पहले तो मैंने कपड़े में तो बहुत बार छुआ था आज मुझे जिस्म को जिस्म से टच करने का मौका मिल गया

मैंने दादी से कहा दादी आप बहुत सेक्सी और सुंदर हो उन्होंने कहा किस बात की सुंदरता जब साथ में एक राजकुमार हो और रानी को छेड़ ही ना रहा हो मैं समझ गया दादी तो तैयार है पागल तो मैं यह बात मैं समझ ही ना सका

मैंने तुरंत ही उनके मम्मों को दबोच लिया उनके गाल पर चुम्मा देने लगा उनकी चूत पर अब जो हाथ रखा हुआ था खुजलाने के लिये उंगलियां दादी की चूत के अंदर चली गयी उनके निप्पल को मैं चूसने लगा उनके होंठ को चूसने लगा

मेरी बुढ़िया दादी कमाल की सेक्सी औरत है पुराने जमाने की है चुदाई उनको आती है उन्होंने अपनी टांगें फैला दी और बोली आजा बीच में मैं तुरंत अपने लंड को पकड़कर बीच में आ गया उन्होंने फिर से कहा पहले जी भर के देख ले मेरी चूत को

मैंने जी भर के उनकी चूत को देखा और फिर उन्होंने कहा अब मुझे चोद दे मैंने कहा दादी निरोध नहीं है उन्होंने कहा कोई बात नहीं मैं बच्चा नहीं देने वाली हूं तू मज़े ले मैंने तुरंत ही अपना लंड दादी की चूत पर लगाया और बस घुसा दिया

मेरी दादी चुड़क्कड़ निकली उन्होंने मुझे ऐसे ऐसे चुदाई के पोज सिखाएं आपको मैं बता नहीं सकता इतने सेक्सी तरीके से मेरा लंड दादी की चूत में पूरे तरीके से समा जाता था

उनका चुदवाने का जो स्टाइल था वो जबरदस्त था टांगे फैलाकर टांगे सटाकर गांड को चौड़ा करके गांड को सटाके अपने हाथ पैरों को फैलाकर घोड़ी बनकर एक टांग उठा कर उल्टा होकर नीचे होकर झुक कर उन्होंने एक घंटे तक अलग अलग पोज में अपनी चूत में मेरा मोटा लंड लिया था

जब मैं थक गया तो दादी ने कहा तेरे दादा जी रात रात भर मेरी चुदाई करते थे मैं थक जाती थी लेकिन वो नहीं थकते थे मैं तुमको दवाई बताऊंगी तुम भी ऐसे ही चोद सकोगे

कुछ दिन के बाद से दादी के साथ सोने का मेरा तरीका ही बदल गया और सच पूछो तो मेरी जिंदगी ही बदल गयी आज कल मैं बहुत मज़े कर रहा हूं दादी की गांड में भी लंड डाल देता हूं जब मैंने दादी की गांड में पहली बार अपना लंड डाला था तो दादी को बहुत तकलीफ हुयी थी

दादी की गांड में दादा जी ने कभी लंड नहीं डाला था दादी की गांड में मैंने पहली बार लंड डाला था तो इसलिए दादी को बहुत तकलीफ हुयी थी क्योंकि दादी की गांड बहुत टाइट थी दादी की चूत तो उम्र के साथ थोड़ी ढीली हो गयी है

अब दादी मेरा लंड अपनी गांड में ले लेती है दादी को अब मेरा लंड अपनी गांड में लेने के लिये तकलीफ नहीं होती यह थी मेरी antervasna dadi sex story कैसी लगी आपको और antervasna sex story पढ़ने के लिये आप punjabi sex story com पर आते रहे

Antervasna Sex Story :- ताई की गांड और चूत की चुदाई

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