मौसी को ब्लैकमेल किया – 2

Antarvasna Mosi

(मौसी को ब्लैकमेल किया 2)

हैलो दोस्तों कैसे हो आप सब आप ने मेरी पहली कहानी punjabi sex story com पर पढ़ी मौसी को ब्लैकमेल किया ये antarvasna mosi कहानी मेरी बहन के बेटे नरेश ने शेयर की थी अपनी और मेरी पहली चुदाई की ये मेरी बहन के बेटे ने मुझे बाद में बताया और कहां की मौसी इससे मुझे सुकून मिला है अब मेरे और मेरी बहन के बेटे नरेश के बीच हुई पहली चुदाई के बाद अगले दिन क्या हुआ मैं अपने शब्दों में बता रही हूं

दोस्तों मेरा नाम आरती हैं और मैं एक विधवा औरत हूं मेरी उम्र 48 वर्ष है और मेरी बहन के बेटे नरेश की उम्र 21 साल है मै उत्तर प्रदेश की रहने वाली हूं और सरकारी बाबू हूं मेरी लम्बाई 5 फीट 3 इंच वजन 72 किलो हैं मेरा रंग गोरा है और मेरी चुचियां 38 है और चूतड़ 42 है मेरा फिगर देखकर बूढ़ों के लंड भी तनाव लेने लगते है पहली कहानी में आपने पढ़ा कि कैसे मेरी बहन के बेटे ने मुझे मजबूर करके रात भर चोद दिया अब आगे बताती हूं

मेरी आंख सुबह 6 बजे खुली तो नरेश के बिस्तर पर बिल्कुल नंगी पड़ी थी मैंने देखा नरेश मेरे बगल में नंगा लेटा था उसका लंड सिकुड़ा हुआ था खून और वीर्य से सना था मैं मायूस थी और मेरे पेट और चूत में अभी भी दर्द था मैं उठी और अपनी पैंटी उठाई तो देखा कि पैंटी पर काफी खून लगा था मैने पैंटी ब्रा और लोअर टी शर्ट उठाई और बाथरूम में घुस गई

मैं रात का मंजर सोचकर रोने लगी की क्यों नरेश ने मेरे साथ जबतदस्ती सेक्स किया कुछ देर रोने के बाद सोचने लगी कि शायद होनी को यही मंजूर था मैं रात की घटना बुरा सपना सोचकर भुलाना चाह रही थी और यही सोचते सोचते अपनी चूत की ओर देखने लगी मेरी चूत सूज गई थी मेरी जांघों पर खून के धब्बें लगे थे

मैंने कॉटन से चूत साफ की कॉटन खून से भीग गई थी खैर नहाकर मैंने पैंटी पहनना ठीक नही समझा और ब्रा डालकर ऊपर से मैक्सी पहनकर गीले बाल लेकर किचन में आ गई मैं चाय बनाने लगी और सोचती रही कि ये क्या हो गया मैं कभी नरेश को माफ नही करूंगी उसने मौसी बेटे का रिश्ता शर्मसार किया है

मैं बस सोच ही रही थी कि किसी ने पीछे से आकर मेरे दोनों चूचे पकड़ लिए मैंने थोड़ा पीछे को मुड़कर देखा तो नरेश था मैं गुस्से में पीछे हट नरेश क्या बदतिमीजी है छोड़ मुझे लेकिन नरेश पर कोई असर नहीं हुआ और उसने चूचे दबाना चालू रखा

नरेश – मौसी मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूं और सारे सुख देना चाहता हूं मुझे रोको मत इस चूत पर मेरा अधिकार है

मै – दूर हट मुझसे ये नहीं होगा

नरेश – साली ताऊ से तो चुदवाना अच्छा लगता है लेकिन घर में लंड होने के बावजूद नख़रे करती हो और इतना कहकर नरेश ने अपना मोटा सख्त लंड मेरे बाल पकड़कर मुंह में डाल दिया

मैंने ना चाहते हुए लंड मुट्ठी में पकड़ लिया हे भगवान कितना टाइट लंड था नरेश का खासकर सुबह के वक़्त लंड सामान्य से कहीं ज्यादा टाइट रहता है लड़को का और मेरी बहन ने अपने बेटे नरेश को शुरू से ही अच्छा खिलाया था नरेश का लंड 5 इंच ही मुंह में जा रहा था जिससे वो मुझे मुंह में चोद रहा था लगभग 5 मिनट मुंह चोदने के बाद नरेश ने मुझे खड़ा किया और मेरे होंठ चूसने लगा

मैं उसकी छाती पर मुक्के मारने लगी कि वो मुझे छोड़ दें लेकिन वो नही माना और मूझे किचन के स्लैब पर झुका दिया और पीछे से मैक्सी के ऊपर से बूब्स दबाने लगा मैं रोये जा रही थी लेकिन नरेश पर मेरे रोने का कोई असर नहीं हो रहा था नरेश ने मेरी दाई टांग उठाकर स्लैब पर रख दी मेरे कुछ समझ नहीं आ रहा था

तभी मुझे अपनी चूत पर कुछ गरम सा महसूस हुआ मैने हल्का सा मुड़कर देखा तो नरेश बिल्कुल नंगा था और कूल्हे उचकाकर अपना मोटा विकराल लंड चूत के मुंह पर सेट करने में लगा था

मैं – रोते हुए नरेश मत कर बेटा मेरी चूत में बहुत दर्द है रात से मैं और नही कर सकती मुझमे हिम्मत नहीं है मुझे जाने दे माफ कर दे बेटा अब कभी गैर मर्द से नही चुदूंगी तभी मुझे मेरी चूत फटती महसूस हुई नीचे देखा तो नरेश अपना मूसल जैसा लंड चूत में उतार चुका था मेरी चीख निकल गई

मैं – आह उई मर गई मां मेरा मुंह खुल गया और मेरी टांगे कांपने लगी महिलाएं जानती होगी कि इस पोजीशन में चुदने में बहुत तकलीफ होती है नरेश का 5 इंच लंड चूत में था और इतने से ही वह अंदर बाहर करके चोदने लगा मैं बेबस थी कुछ नही कर पा रही थी

नरेश ने मेरा चेहरा पीछे घुमाया और मेरे होंठ चुसने लगा साथ ही बहुत स्लो मोशन में लंड से चोद रहा था वो मुझे गर्म करना चाह रहा था आखिर मैं भी एक औरत थी जो पिछ्ले 19 साल से तबीयत से नहीं चुदी थी मैं गर्म होने लगी और मेरे अंदर से चूत रस बहने लगा

नरेश मेरी हालत जान चुका था और मौका देखकर पूरा लंड बाहर निकाल लिया मैं हवस में होठ चुसवाते हुए लंड निकलने से मायूस हो गई थी तभी नरेश ने लंड जो कि मेरे चूत रस से गिला था दोबारा चूत के मुंह पर रखा और एक तेज झटका देकर पूरा 11 इंच लंड मेरी चूत के भीतर उतार दिया मैं चिल्लाने लगी

मैं – आह आह्ह्ह मर गई हे भगवान मैं गई नरेश ने तेज तेज धक्के लगाने चालू कर दिए फच फच मेरी हालत खराब हो चुकी थी नरेश का लंड बहुत सख्ती से मेरी चूत चोद रहा था अगर सूत भर भी उसका लंड मोटा होता तो मेरी चूत फट जाती नरेश 10 मिनट चोद कर रुका और मेरी टांग स्लैब से नीचे उतारी मुझसे खड़ा नही होय जा रहा था

नरेश मेरी हालत समझ गया था तभी मेरी नजर उसके लंड पर पड़ी तो मैं हैरान हो गई उसका लंड 90 डिग्री में छत की ओर मुंह किए खड़ा था हे भगवान क्या स्टैमिना था नरेश का एक साथ 4 औरतों को चोदने की ताकत थीं उसके लंड में नरेश का लंड खून से भीग गया था मेरी चूत के खून से मैने अपनी चूत पर डरते हुए हाथ लगाया तो गीला गीला सा लगा मैंने अपनी उंगली देखी तो उनपर खून था मैं फिर रोने लगी और बोली

मैं – बेटा मेरी चूत फट गई हैं और मत चोद मैं तेरे पांव पड़ती हूं

नरेश – बेशर्मी से बोला आजा मेरी जान तेरी चूत ने मुझे पागल बना दिया है तुझे बिना चोदे मैं नही रह सकता नरेश ने मेरी मैक्सी उतार दी और गोद मे उठाकर हॉल में ले आया

उसने मुझे डाइनिंग टेबल पर बैठा दिया और लंड आगे पीछे करके बोला जान अपनी टांग खोल मैंने अपनी टांगे भीच रखी थी ऊसने जोर देकर मेरी टांग खोलकर अपना लंड मेरी चूत पर रखा और 2 इंच घुसा दिया और धीरे धीरे चोदने लगा साथ ही मेरी गोरी गोरी चुचियां दबाने लगा

मै बेसुध थीं तभी उसने मेरी दोनों टांगों के नीचे से हाथ निकाल कर मेरे चूतड़ों पर हथेली की ग्रिप बना ली और मुझे झटके से हवा में उठा लिया अचानक उठाने से मुझे खुद को संभालने के लिए अपने हाथ उसके गले में इर्द गिर्द डालने पड़े नरेश ने एकदम से हवा में मुझे उछाला और जैसे ही मैं नीचे को आई उसका मोटा लंड मेरी चूत में उतरता चला गया

मैं छटपटाने लगी और नरेश मेरी बहन का बेटा मुझे उछाल उछाल कर चोदने लगा हर झटके के साथ मेरी चूत फट रही थीं 10 मिनट हवा में चोदने के बाद उसने मुझे नीचे उतारा और मुझे डाईनिंग टेबल पर घोड़ी बना दिया मैं सोच रही थी कि मुझ जैसी भारी भरकम 72 किलो की औरत को कैसे आसानी से हवा में उठाकर चोद रहा था

मैं घोड़ी बनी थी कि तभी नरेश ने मेरे मोटे मोटे गोल गोल चूतड़ों को हाथो से दबाना शुरू कर दिया और अपना मुंह चूतड़ों के बीच फसा दिया नरेश जीभ चलाने लगा मेरी चूत में मैं आह भरते हुए बोली नरेश तू कब झड़ेगा मेरे अंदर ही हिम्मत नहीं हैं तो हाथ से कर ले नरेश की जीभ जादू कर रही थीं और एकाएक मेरा शरीर अकड़ने लगा और चूत झाड़ गई

नरेश ने सारा चूत रस पी लिया मैं निढ़ाल हो गई और डाईनिंग पर पसर गई तभी नरेश ने मेरे पेट के इर्द गिर्द अपने हाथ फंसाकर मुझे उठा लिया और मुझे हाल के फर्श पर पडे गद्दे पर ले गया

मैं – बेटा तू कंडोम लगा ले बिना कंडोम मैं नहीं कराऊंगी नरेश चल बकवास मत कर आज तेरी चूत का भोसड़ा बनाऊंगा नरेश पीछे से मेरे ऊपर झुक गया और लंड को चूत के होठो के बीच फसा दिया मैं आने वाले खतरे से अनजान थी तभी एक जोरदार झटका देते हुए नरेश ने अपने कुल्हे आगे की और उछाले और नरेश का ओजार मेरी चूत की दीवार को भेदता हुए अंदर दाख़िल हो गया मेरी चीख निकल गई

मै – आह्ह्ह्ह्ह मां बचा ले मुझे आह छोड़ दे कौन चोदता है हाये मर गई नरेश ने तेज तेज धक्के स्टार्ट कर दिये इस पोजीशन में 20 मिनट की ताबड़तोड़ चुदाई करते हुए वो जड़ तक उतरना चाहने लगा मैं रोते हुए समझ गई कि उसका होने वाला है

मैं – बेटा बाहर झाड़ दे अंदर मत डालना बच्चा टिक जयेगा उसने कुछ नहीं सुना और गर्म लावा मेरी चूत में झाड़ने लगा नरेश हॉफ रहा था 2 मिनट बाद उसने लंड बाहर खीच लिया और बाथरूम में चला गया मेरा शरीर कॉप रहा था मैं सीधी होकर बैठ गई और चूत को देखने लगी चूत से गर्म वीर्य और खून का मिक्सर बहकर बाहर आ रहा था

मैं घुटनों पर सर टेककर रोने लगी सोचने लगी कि कोई बेटा अपनी मौसी को कैसे चोद सकता है मुझे नरेश से नफरत हो गई थी मैं उठी और किचन में गई और अपनी पैंटी और मैक्सी उठाकर अपने रुम में चली गई मैं बिस्तर पर लेट गई और घड़ी की ओर देखने लगी सुबह के 7:30 बज चुके थे नरेश ने 6 बजे चोदना शुरू किया था और 7:30 तक डेढ़ घंटे चोद दिया था

मैं थकी थी मुश्किल से अपनी पैंटी पहनी और ऊपर से मैक्सी पहनकर बेड पर लेट गई तभी नरेश मेरे रूम में आया और मुझे सॉरी बोला

नरेश – मौसी मुझे माफ कर दो मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूं मैं तुम्हें पति वाला सुख देने की कोशिश कर रहा हूं मैं जानता हूं कि तुम 26 साल की उम्र में विधवा हो गई थी और बिना मर्द के एक औरत कैसे जीती है समझ सकता हूं मैं चुपचाप उसकी बात सुनती रही मुझे बहुत गुस्सा आ रहा था नरेश पर फिर वो एक्टिवा उठाकर बाहर चला गया

मैं लड़खड़ाते हुए अलमारी खोली और ब्रा पैंटी और सूट लेकर बाथरुम चली गई बाथरूम में जाकर अच्छे से चूत की धुलाई की और ब्रा पैंटी सूट पहनकर रूम में आ गई मैं पलंग पर बैठकर सोचने लगी कि ये क्या हो रहा है मेरे साथ मन खुश भी था कि घर में ही लंड मिल गया है लेकिन दुख था तो इस बात का कि मैं खुलकर बेटे के साथ एंजॉय नहीं कर सकती थी

तभी नरेश बाहर से वापस आ गया और मेरे पास पानी का गिलास लेकर आया और मुझे अनवांटेड 72 पिल दी और कहा

नरेश – मौसी ये पिल ले लो आपको प्रेगनेंसी नहीं होगी वरना रोज रोज की चुदाई से आपको बच्चा ठहर सकता हैं मैं अपने बेटे की होशियारी देखकर स्तब्ध थी कि कैसे प्लानिंग कर रहा है खैर मैंने पिल खा ली और किचन में जाकर नाश्ता बनाने लगी और नाश्ता बनाकर नरेश को देने उसके रूम में गई

मैं उससे कितना भी नाराज होऊ लेकिन एक मौसी का दिल तो आप जानते ही हो मैंने नाश्ता दिया और खुद भी हॉल में बैठकर नाश्ता किया जो हो गया सो हो गया होनी को कौन टाल सकता है यही सोचकर अपनी एक्टिवा स्टार्ट की लेकिन मुझसे स्कूटी संभल नहीं रही थी क्योंकि मेरी चूत और पेट में दर्द था खैर हिम्मत करके मैं अपने सरकारी दफ्तर चली गई

मेरी चाल आज कुछ अलग थी जिसे मेरे स्टॉफ वाले भाफ रहे थे लेकिन मैने बोल दिया कि पैर स्लिप हो गया था रह रह कर मुझे अपनी चुदाई याद आ रहीं थीं आये भी क्यो ना झड़ी तो मैं भी कई बार थी कही ना कही रोमांच था मन में की अब मेरी चूत सूखी नहीं रहेगी

लेकिन जैसे ही लंड के मालिक नरेश का ख्याल आता तो एक नफरत थी मेरे मन में कि क्यों नरेश ने अपनी मौसी को चोद दिया खैर अपना आफिस वर्क करने लग गई हालांकि मेरे स्टॉफ में भी कई लोग मुझे चोदने की फिराक में थे लेकिन मैं बदनामी से डरती थी इसलिए मैंने किसी को चूत नही दी केवल बड़ा बाबू ही कभी कभार चुचियां दबा देता था

लेकिन चूत तक नही पहुंचने दिया 12 बजे मुझे पेशाब लगी तो मैं बाथरूम गई और चूत की हालत देखी मेरी चूत 3 बार की चुदाई से सूज गई थी और थोड़ी सी ब्लीडिंग भी थी मैं वापस आई ऑफिस में और मोबाइल देखने लगी तभी नरेश का मैसेज आया खोलकर देखा तो नरेश के खड़े लंड की पिक थी और नीचे लिखा था कि मौसी मेरा लंड आपका इंतजार कर रहा है आओ मुझे चोद कर ठण्डा करो

मैं परेशान थी कि क्या करूं मैंने वापिस मैसेज किया कि मैं 48 साल की औरत हूं रोज़ नही चुद सकती नरेश ने वापिस मैसेज किया कि जल्दी आ जाओ धीरे धीरे करूंगा अब मैं मजबूर होकर घर आ गई अंदर देखा तो हॉल में नरेश बिल्कुल नंगा खडा अपने मूसल से लंड पर आयल की मसाज कर रहा था

उसका लंड देखकर मेरी कपकपी छूट गई हो भी क्यों ना उसका लंड बहुत विकराल था लगभग 11 इंच लंबा और 3.5 इंच मोटा था जैसे गधे का होता है मुझे देखकर बोला आओ मेरे ऊपर बैठकर मुझे चोदो

मैं – कैसे करना है मुझे नही आता मैंने कभी किया नही इस पर नरेश बोला – मौसी जान चूतिया मत बनाओ चूत और मैंने अपना कुर्ता सलवार निकाल दिया अब मेरे शरीर पर बस रेड कलर की ब्रा पैंटी थी मैंने दोनों हाथों से चूचे ढक लिए और चुपचाप खड़ी रही नरेश मेरे पास आया और मेरी ब्रा का हुक खोल दिया और पैंटी भी उतार दी

मेरी चूत पर हाथ फेरते हुए होंठ चुसने लगा फिर वो गद्दे पर लेट गया और मूझे अपने ऊपर पैरों की तरफ मुंह करके बैठाया वो मेरे चूतड़ों को मसलने लगा

नरेश – अपनी चूत को लंड पर रखो मौसी

मैं बोली कंडोम लगा ले उसने मुझे कंडोम दिया और कहा कि जानेमन तेरा लंड तेरा इन्तजार कर रहा है चढ़ा दे मैं शर्माते हुए कंडोम का रैपर खोला और नरेश के लंड पर कंडोम चढ़ा दिया अभी भी आधे से ज्यादा लंड उनकवर्ड था नरेश ने चूत पर लंड रगड़ना चालू कर दिया मैं घबराते हुए बोली कि धीरे धीरे डालना दर्द होता हैं बहुत

मैंने चूत उसके लंड पर टिकाई और धीरे से वजन डालने लगी खचाक से 6 इंच लंड चूत को फैलाता हुआ अंदर सरक गया मैं उछल उछल कर अपने बेटे को चोदने लगी तभी नरेश ने मेरे दोनो चूतड़ को कस के पकड़ा और मुझे नीचे को दबाया और अपने कुल्हे झटके से उछाले सटाक से 11 इंच का लंड मेरी चूत को चीरता हुआ मेरी बच्चेदानी से टकराया

मैं चिल्लाई ओह मार दिया रे फट गई मेरी चूत मैंने नीचे देखा तो मेरी चूत लंड के चारों तरफ चिपकी पड़ी थी कोई भी बता सकता था कि ओवर साइज़ लंड घुसा हुआ है नरेश ने ताबड़तोड़ धक्के शुरू कर दिए मैं दर्द सहन ना कर पाने की स्थिति में थीं मैं उठ खड़ी हुई सटाक से लंड बाहर निकल गया नरेश मेरा हाथ पकड़कर मेरे रुम में ले गया और बिस्तर पर लिटा दिया

नरेश मेरे दोनो जांघों के इर्द गिर्द अपनी टांगे फैलाकर मुझ पर झुक गया और मिसनरी पोजीशन में टाइट लंड चूत पर रगड़ने लगा चूत पहले से ही गीली थी अचानक मैंने अपनी चूत को लंड लपकने के लिए उपर को उठाया तो मेरे बेटे का मोटा तगड़ा लंड मेरी चूत में उतरता चला गया मेरी तो जान ही निकल गई

इस पोजीशन में लंड लेकर नरेश ने प्रति मिनट 40-45 धक्के लगाने चालू कर दिया मेरा बेटा पूरा लंड बाहर निकलता और एक झटके में जड़ तक भीतर उतार देता मुझे भयंकर दर्द हो रहा था थोडा सा गर्दन उठा कर देखा तो उसका लंड लोहे की रोड के माफिक मेरी चूत में सख्ती से अंदर बाहर हो रहा था

कुछ पल के बाद मेरी चूत लंड लेने में दिक्कत करने लगी मैंने सर उठा कर देखा तो मेरी चूत लंड पर बुरी तरह चिपकी थी लंड के अंदर बाहर होने के साथ ही चूत भी अंदर बाहर खिंच रही थी अचानक नरेश ने लंड बाहर खींच लिया नरेश मुझे खड़ा करने लगा

मैं – नरेश के पैर पकड़कर गिड़गिड़ाने लगी मेरी चूत तेरा लंड झेल नही पा रही हैं मै जल्दी तेरी शादी करा दूंगी अब मत कर नरेश ने मुझे गोद मे उठा लिया और दीवार के सहारे खड़ा कर दिया और सामने खड़ा होकर खड़े खड़े चूत में लंड घुसा दिया

मैं फिर से कराहने लगी आह आई उफ्फ धीरे धीरे आह आह इसी पोजीशन में 10 मिनट लगातार चोदने के बाद मेरे बेटे ने अपना गर्म लावा मेरी चूत में डिस्चार्ज कर दिया मुझे गर्म वीर्य अंदर महसूस हो रहा था 2 मिनट बाद उसने लंड बाहर निकाल लिया और अपने रुम में चला गया नरेश का वीर्य मेरी जांघों पर बह रहा था

मैं जहां खड़ी थी हाल में वहां से मेन गेट सीधे नज़र आता था और नरेश ने जल्दबाजी में हाल का गेट बंद नही किया था अचानक मेरी नजर गेट की ओर गई तो ऐसा लगा कि कोई बाहर से अंदर झांक रहा है मैं घबरा गई और तुरंत अपनी चूत को हाथों से ढककर बाथरूम में भाग गई कुंडी लगाकर शॉवर चालू किया और चूत को धीरे धीर धोते हुए सोचने लगी कि कौन हो सकता हैं जो मेरी चुदाई देख रहा था

मैं अच्छे से नहाई चूत काफी गंदी हो गई थी और सूज गई थी कॉटन से चूत को अच्छे से साफ करके कपड़े पहने और रुम में आ गई दोस्तों अपनी बहन के बेटे से चुद चुद कर मन बहुत भारी हो गया था इसलिये ये सब लिखकर मन हल्का हो गया है मेरी बहन के बेटे ने जमकर अपनी मौसी की चुदाई की

भगवान ना करे मेरे जैसी किसी मौसी की चुदाई उसकी सगी बहन के बेटे से हो नरेश ने मेरी चूत चोद चोदकर सुजा दी थी ये antarvasna mosi सच्ची कहानी है कैसी लगी आपको और hindi sex story पढ़ने के लिए आप punjabi sex story com पर आते रहे यहा पर आपको बहुत सारी hindi sex story और punjabi sex story पढ़ने को मिलेगी

मौसी को ब्लैकमेल किया – 1

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