हैलो दोस्तों मैं अपनी सच्ची chachi sex story लेकर आया हूं इस sex story in hindi chachi में मैं आपको बताऊंगा कैसे मैंने अपनी चाची की चूत की चुदाई की चाची के उभरे मम्मों को देख कर मेरा लंड खड़ा हो जाता था और मैं मौके की तलाश में था कब मुझे चाची की चूत मारने का मौका मिलेगा
Sex Story in Hindi Chachi
अब मैं ज्यादा समय ना बर्बाद करते हुये अपनी chachi sex story पर आता हूं मेरा नाम रोहन है और मैं यूपी के आगरा जिले के पास का रहने वाला हूं मैंने बहुत सारी sex story in hindi chachi पढ़ी थी
मैंने chachi sex story की बहुत सारी कहानियां पढ़ी और मुझे chachi sex story पढ़ना बहुत अच्छा लगता था अभी मैं 27 साल के ऊपर का हो चुका हूं और अभी तक कुंवारा ही हूं मगर chachi sex story से मेरा नाता बहुत पुराना है
यह chachi sex story सच्ची कहानी है इस chachi sex story में मैंने कहानी के मनोरंजन के लिये थोड़ा सा मसाला भी डाल दिया है ताकि आपको sex story in hindi chachi पढ़ने में मजा आये
यह कहानी मेरे और मेरी चाची के बीच में हुई घटना की है इसलिये मैं अपनी चाची का नाम नहीं लिख रहा वैसे तो मैंने आज तक अपनी जिंदगी में बहुत सी लड़कियां और भाभी चोद कर मजा लिया है
मेरी गर्लफ्रेंड की चुदाई भी मैंने बहुत की है मगर चाची की चूत चुदाई की ये घटना कुछ निराली थी इसलिये मैंने सोचा कि पाठकों के साथ अपनी चाची की चूत चुदाई का किस्सा शेयर करूं
मैंने रंडी की चुदाई के साथ साथ रिश्तों में चुदाई भी खूब की है जिसमें मेरी मौसी की चुदाई भी शामिल है मगर इस कहानी में मैंने अपनी चाची की चूत कैसे मारी सिर्फ उस घटना का जिक्र ही किया है
अब आपका ज्यादा समय ना लेते हुये मैं अपनी chachi sex story पर आता हूं मैं उम्मीद करता हूं कि आपको मेरी चाची की चूत की कहानी पढ़ते हुये मजा आयेगा
यह sex story in hindi chachi तब की है जब मैंने अपनी कॉलेज की पढ़ाई शुरू की थी उस वक्त मेरी पढ़ाई पूरी करने के लिये मैं पहली बार घर से बाहर गया था कॉलेज के समय में मेरा लंड भी बहुत परेशान करने लगा था
मैंने कॉलेज में जाते ही गर्लफ्रेंड बना ली थी कुछ ही दिन के बाद उसकी चूत को चोद दिया मगर चूत की प्यास और बढ़ गयी थी जब मेरे कॉलेज का पहला साल खत्म हुआ तो मैं घर वापस आ गया था
एक महीने की छुट्टी थी घर आये हुये मुझे एक सप्ताह ही हुआ था कि मेरे लंड ने मुझे फिर से परेशान करना शुरू कर दिया मैं कई दिनों तक punjabi sex story com साइट पर सेक्सी कहानियां पढ़ कर लंड को हिलाता रहा लेकिन मुझे चूत चाहिए थी
एक दिन मेरी चाची मेरे घर पर आयी मैंने एक रात पहले ही antarvasna sex story पढ़ी थी कहानी को पढ़कर मेरी नजर चाची के मम्मों पर गयी तो मेरा लंड खड़ा हो गया उस दिन मैंने चाची के मम्मों के बारे में सोच कर मुठ मारी फिर मैंने सोचा कि क्यों ना चाची की चूत चुदाई का मजा ले लूं
मैंने चाची की चुदाई करने का प्लान सोचना शुरू कर दिया लेकिन मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि मैं यह कैसे कर पाऊंगा एक दिन की बात है कि मेरे घर पर कोई भी नहीं था पापा काम से बाहर गये हुये थे और मां किसी रिश्तेदार के यहां पर गयी हुई थी
उस दिन चाची घर आई और मेरी मां के बारे में पूछने लगी चाची कई बार मेरी मां के पास आ जाती थी और दिन भर बैठ कर बातें करती रहती थी मैं भी चुपके से चाची के मम्मों को देख कर मजा लिया करता था
उस दिन भी मैंने सोचा कि चाची मेरी मां के पास आई है मैंने मां के बारे में बताया तो चाची ने कहा कि ठीक है मैं फिर बाद में आऊंगी
मैं बोला- चाची कुछ काम है तो मुझे बता दो
चाची बोली- नहीं कुछ खास नहीं मेरे सिर में दर्द हो रहा था मैं तो तुम्हारी मां के पास बाम लेने के लिये आई थी मेरे घर में मुझे बाम नहीं मिल रही थी
मैं बोला- कोई बात नहीं चाची मैं आपको बाम ढूंढ कर दे देता हूं
मैं चाची के सामने ही बाम ढूंढने लगा और मुझे मिल गयी
चाची को बाम थमाते हुये मैंने चाची के ब्लाउज की तरफ देखा तो मुझे चाची के क्लिवेज दिख गये मेरे मन में वासना जाग गयी
मैंने कहा- चाची अगर ज्यादा दर्द हो रहा है तो मैं आपके सिर में बाम लगा देता हूं
वो बोली- नहीं मैं खुद से लगा लूंगी
मैंने कहा- अरे चाची दूसरे के हाथ से मालिश करवाने में ज्यादा आराम मिलता है
फिर मेरे जोर देने पर चाची मान गयी मैंने चाची को अन्दर वाले कमरे में चलने के लिये कह दिया चाची मेरे सामने बेड पर जाकर लेट गयी और मैंने चाची के सिर को बाम लगाना शुरू कर दिया
अब चाची के उठे हुये मम्में मुझे और अच्छी तरह नजर आ रहे थे ब्लाउज में मेरी चाची के मम्में ऐेसे तने हुये थे जैसे कोई मिसाइल हो चाची के मम्मों को देख कर मेरे लंड में तनाव आ चुका था
मैं बेड के किनारे पर खड़ा होकर चाची के सिर में बाम की मालिश कर रहा था मेरा तना हुआ लंड मेरी लोअर में मुझे परेशान करने लगा था
मालिश करने के बहाने धीरे धीरे मैं चाची के कंधे पर अपने तने हुये लंड को टच कर देता था जब मेरा लंड चाची के कंधे से टच होता था उसमें और उत्तेजना आ जाती थी और चाची के कंधे पर झटका लगता था मेरी वासना बढ़ती जा रही थी
सामने चाची के मम्मों की दरार मुझे दिख रही थी और दूसरी तरफ चाची के कंधे पर लंड के छूने से मेरा बुरा हाल हो रहा था
मैं बोला- चाची कई बार सिर में दर्द पीछे गर्दन की वजह से भी हो जाता है
वो बोली- ठीक है तो फिर थोडी़ मालिश गर्दन की भी कर दो
मेरे कहने पर चाची पलट गयी चाची के पलटते ही उसकी भारी सी गांड मुझे साड़ी के अंदर ही उठी हुई दिखाई देने लगी अब चाची की नजर मेरी लोअर पर थी मेरी लोअर में तना हुआ लंड चाची को दिख गया मगर चाची ने कुछ नहीं बोला
मैं भी देख रहा था कि चाची मेरे तने हुये लंड को देख रही थी इस वजह से मेरे लंड में और ज्यादा उत्तेजना हो रही थी मैं जान बूझ कर लंड में झटके दे रहा था ताकि चाची मेरे लंड को देख कर उत्तेजित हो सके कई बार मैंने चाची की नजर के सामने ही अपने लंड को झटका दिया
अब चाची की नजर मेरे लंड पर गड़ गयी थी वो बार बार बहाने से मेरे लंड की तरफ ही देख रही थी मैं भी अपने तने हुये लंड को चाची के होंठों के पास लेकर जाने लगा था एक बार तो मैंने बहाने से चाची की नाक को अपने लंड से छू भी दिया
मुझसे बर्दाश्त करना मुश्किल हो रहा था लेकिन चाची कुछ पहल नहीं कर रही थी फिर मैंने चाची की गर्दन पर मालिश करने के बहाने हाथ पीछे तक ले जाना शुरू कर दिया अब चाची की पीठ पर उसकी ब्रा की पट्टियों पर मेरी उंगलियां छू रही थी मैं जान बूझकर चाची की ब्रा को छू रहा था मुझे बहुत मजा आ रहा था
कुछ देर ऐसे ही करने के बाद अब मेरी मेहनत का असर दिखने लगा था चाची पलटते हुये बोली- अब गर्दन की मालिश बहुत हो गयी अब सिर की ही मालिश कर दे
चाची ने अपनी साड़ी का पल्लू अपने मम्मों के ऊपर से हटा दिया था चाची के ब्लाउज में तने हुये मम्में मुझे साफ नजर आ रहे थे
मैंने बाम की शीशी चाची की बाजुओं की बगल में पेट पास रख दी इस तरह से कोण बनाया कि जिस तरफ मैं खड़ा था उसके दूसरी तरफ शीशी रखी हुई थी अब मैं जब शीशी उठाने के लिये चाची के ऊपर झुका तो मेरा लंड चाची के सिर पर लग गया और मेरी कुहनी चाची के मम्मों से छू कर जाने लगी
एक दो बार मैंने ऐसा ही किया अब चाची टांगें भी फैलने लगी थीं शायद चाची की चूत गीली हो रही थी मैंने मालिश करना जारी रखा
फिर जब चाची से रहा ना गया तो उसने पीछे हाथ लाकर मेरे लंड को पकड़ लिया और उसको सहलाने लगी चाची की आंखें बंद थीं
मुझे भी इसी पल का इंतजार था मैंने तुरंत चाची के मम्मों को दबाना शुरू कर दिया अगले ही पल हम दोनों के होंठ एक दूसरे के होंठों से मिले हुये थे मैं चाची के मम्मों को दबाते हुये उसके होंठों का रस पी रहा था चाची भी मेरा पूरा साथ दे रही थी उसके 36 के चूचे दबाते हुये मुजे गजब का मजा आ रहा था
फिर चाची खुद ही उठते हुये अपने ब्लाउज को खोलने लगी उसकी ब्रा को मैंने झट से आजाद करवा दिया चाची ऊपर से नंगी हो गयी मैंने चाची के स्तनों को मुंह में भर कर पीना शुरू कर दिया चाची इतनी गर्म हो गयी कि मुझे अपने ऊपर लेकर लेटती चली गयी
नीचे से मैंने चाची की साड़ी को खोल दिया और उसके पैटीकोट का नाड़ा खोल कर उसे नीचे किया तो उसकी पैंट पर हाथ जा लगा मैंने पैंटी को हाथ से रगड़ा और चाची की गीली चूत पर हाथ लगा कर देखा तो वो उभर कर ऊपर अलग से मेरे हाथ में महसूस हो रही थी
अब तो हद ही हो गयी थी मैंने तुरंत चाची की चड्डी को खींच कर चाची की चूत को नंगी कर दिया और उसकी टांगों को उठा कर उसकी चूत में जीभ लगा दी चाची तड़पते हुये मेरे मुंह को अपनी चूत में दबाने लगी मैं चाची की चूत में जीभ डाल कर उसे चोदने लगा
उसके बाद चाची उठी और मेरे लोअर को निकाल दिया उसने मेरे कच्छे को भी नीचे खींच दिया और फिर मेरे लंड को सीधा मुंह में भर कर जोर से चूसने लगी
मैं तो आनंद में डूबने लगा चाची मेरे लंड को मुंह में लेकर तेजी के साथ चूस रही थी 2 मिनट तक चाची ने मेरे लंड को चूसा इस बीच में मैंने टी-शर्ट भी उतार दी थी अब दोनों नंगे थे
मैंने चाची की टांगों को फैलाया और उसके थूक को अपने लंड पर लगाया और लंड को उसकी चूत पर टिका दिया मैंने जोर लगाते हुये चाची की चूत में लंड को घुसा दिया चाची ने मुझे बांहों में भर लिया और अपनी चूत को चुदवाने लगी
दोस्तो मुझे इतना मजा आ रहा था कि मैं बता नहीं सकता मैंने चाची की चूत चुदाई जारी रखी और 5 मिनट के बाद मेरा वीर्य निकलने को हो गया तो मैंने चाची से पूछा कि कहां निकालूं तो उसने कहा कि अंदर मत निकालना
चाची के कहने पर मैंने लंड को बाहर निकाल लिया और उसके पेट पर अपने वीर्य को छोड़ दिया हम दोनों शांत हो गये उसके बाद चाची ने अपने कपड़े वापस से दुरुस्त किये और चली गयी मुझे मजा आ गया उस दिन
मेरी चाची दिखने में भले ही साधारण थी लेकिन उसके अंदर सेक्स की आग बहुत थी उस दिन मैंने इस बात को महसूस किया एक दिन चाचा जब घर पर नहीं थे तो चाची ने काम के बहाने से मुझे रात को घर पर बुला लिया
उस दिन मैंने चाची की चूत में उंगली की तो चाची बोली- मुझे तेरा लंड चाहिये उंगली से काम नहीं चलेगा
उस रात को मैंने चाची की चूत की चुदाई लगभग 25 मिनट तक की फिर तो मैं मौका मिलते ही चाची की साड़ी को ऊपर उठा कर चाची की चूत में उंगली कर देता था
ऐेसे ही एक बार मेरी मां मेरे मामा के यहां पर गयी हुई थी उस दिन घर पर खाना बनाने की जिम्मेदारी चाची की ही थी हम दोनों तो बस मौके की तलाश में थे पापा के लिये नाश्ता बनाने के बाद वो काम पर निकल गये और मैंने किचन में ही चाची को पकड़ लिया
चाची की साड़ी उठा कर वहीं पर उसकी पैंटी निकाल दी किचन के स्लैब पर चाची को झुका कर चाची की चूत मारी उस दिन मैंने चाची की चूत में ही अपना माल गिराया दोस्तो चूत के अंदर माल गिराने का अलग ही मजा है चाची अब अपनी चूत में ही माल गिरवाती थी
उसके बाद फिर मैं पढ़ाई के लिये दिल्ली चला गया वहां से चार साल के बाद वापस आया वापस आने के बाद मैंने और चाची ने आते ही चुदाई शुरू कर दी मगर चाची की लड़की ने हम दोनों को देख लिया उसको तो हमने किसी तरह चुप करवा दिया
मगर सच कभी ना कभी सामने आ ही जाता है ऐसे ही एक दिन मेरी मां ने मुझे और चाची को रंगे हाथ चुदाई करते हुये पकड़ लिया तो चाची ने सारा इल्जाम मेरे सिर पर लगा दिया
उस दिन के बाद से मेरी और चाची की लड़ाई हो गयी फिर हम दोनों ने कभी चुदाई नहीं की लेकिन मैंने चाची की चूत को चोद कर खूब मजे लिये मुझे कई बार दुख होता है कि चाची ने मेरे साथ सही नहीं किया
अब मैं चाची को मनाने की कोशिश कर रहा हूं क्योंकि मुझे चाची की चूत मारनी है मैं जब भी चाची को देखता हूं तो मेरा मन करता है अभी चाची को घोड़ी बनाकर उसकी गांड में लंड डाल दूं
यह मेरी chachi sex story आपको कैसी लगी और sex story in hindi chachi पढ़ने के लिये आप punjabi sex story com पर आते रहे
Chachi Sex Story :- चाची ने अपना जिस्म दिखाया