सास की दामाद ने चुदाई कर दी

दोस्तों आप इस सास दामाद की चुदाई की इस saas sex story में पढ़ें कि कैसे मेरे अंदर सास के लिये कामवासना जाग उठी और फिर मैंने अपनी सास को चोद दिया अब मैं अपनी antarvasna saas sex story शुरू करता हूं

Antarvasna Saas Sex Story

दोस्तो मैं वासना सेक्स स्टोरीज की कहानियां पढ़ने का काफी समय से शौकीन हूं मैंने punjabi sex story com पर बहुत सारी कहानियां पढ़ी हैं मुझे इसकी सेक्सी कहानियां पढ़ कर बहुत मजा आता है

फिर मैंने अपने एक दोस्त को भी इसकी कहानियों के बारे में बताया उसे भी गंदी कहानी पढ़ कर मजा आया

एक दिन ऐसे ही जब हम दोनों दोस्त साथ में बैठ कर ड्रिंक कर रहे थे तो उसने मुझसे अपने दिल की एक बात बताई sex stories पर बात चल रही थी उसने एक बार सास दामाद की चुदाई की गंदी कहानी पढ़ी थी उस दिन नशे में उसने मुझसे अपने साथ घटित एक घटना का जिक्र किया

मैं उसी की antarvasna saas sex story को अपने शब्दों में आप तक पहुंचा रहा हूं इसलिये आप इस sex stories को पढ़ते समय इस बात का ध्यान रखें कि यह antarvasna saas sex story कहानी मेरी नहीं है बल्कि मेरे दोस्त की है और उसी की जुबानी मैं इस घटना को बयां कर रहा हूं

अब मैं अपने दोस्त की जगह ले लेता हूं और बिना किसी देरी के antarvasna saas sex story को शुरू कर रहा हूं

मेरे परिवार में हम दो भाई हैं बड़े वाले भाई की शादी को 7 साल हो चुके हैं बीच वाली एक बहन है जिसकी शादी 5 साल पहले हो गयी थी सबसे छोटे वाला लड़का मैं हूं मेरी शादी को 3 साल हो चुके हैं लेकिन अब तक मुझे बचे का सुख प्राप्त नहीं हो पाया है

हमारा परिवार एक संयुक्त परिवार है और सब एक ही घर में रहते हैं घर काफी बड़ा है और सबके लिये अलग अलग कमरे हैं इसलिये बड़ा परिवार होते हुये भी किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होती है

मैं परिवार की हर जरूरत को पूरा करता हूं इसलिये जब भी परिवार में कोई शादी ब्याह का कार्यक्रम होता था या फिर किसी अनहोनी के कारण किसी की मृत्यु के पश्चात क्रियाकर्म पर जाने की बात होती थी तो मैं ही सब जगह पर जाता था

मैं सरकारी नौकरी करता हूं इसलिये आस पड़ोस और गली मौहल्ले में मैंने काफी प्रतिष्ठा बना रखी थी हमारे परिवार का सब लोग काफी आदर करते थे अगर किसी को मेरी मदद की जरूरत होती थी तो मैं कभी मना भी नहीं करता था इसलिये सब लोगों के साथ अच्छा मेल जोल था

यह घटना तब की है जब एक बार मैं अपनी सास को अपने ससुराल से लाने के लिये जाना था क्योंकि मेरी पत्नी की तबियत ठीक नहीं थी इसलिये सास को आना था

मैं घर पर फ्री था क्योंकि मैंने थोड़े दिन के लिये नौकरी से छुट्टियां ले ली थीं इसलिये सास को लाने का मुझे मेरी पत्नी ने बोल दिया मेरे परिवार के बारे में जान कर आपको मेरी उम्र का अंदाजा भी हो ही गया होगा

उस दिन जब मैं अपने ससुराल के शहर में पहुंचा तो मेरी सास का पति उसको स्टेशन पर छोड़ने के लिये आया हुआ था क्योंकि वापिसी की ट्रेन आधे घण्टे बाद की ही थी सब कुछ पहले से तय था इसलिये ज्यादा बात चीत करने का मौका नहीं मिला बस दुआ सलाम होने के बाद ट्रेन भी आ गयी थी

वैसे तो उस स्टेशन पर भीड़ कम ही रहती थी लेकिन उस दिन पता नहीं संयोगवश कुछ ज्यादा ही भीड़ थी ट्रेन आकर रुक गयी और हम सामान लेकर जल्दी से चढ़ने लगे क्योंकि ट्रेन को वहां पर केवल 2 मिनट के लिये ही रुकना था यही उस स्टेशन का निर्धारित समय था

जब मैं सास के पीछे पीछे चढ़ा तो मेरे पीछे 20-25 सवारियां और चढ़ गयी भगदड़ सी मची हुयी थी जो हम दोनों को आगे की तरफ धकेल कर ले जाने का आमादा थी उस भीड़ के धक्के से बचने के लिये हमने सामने वाले गेट की तरफ सरक लेना ही ठीक समझा

हमारे कस्बे के स्टेशन पर प्लेटफॉर्म भी उसी तरफ आना था इसलिये हम सीधे ही सामने वाले दरवाजे के पास जाकर खड़े हो गये सास ने घर की मर्यादा को कायम रखते हुये मुझसे घूंघट किया हुआ था

पीछे से चढ़ती हुयी भीड़ के कारण हम दोनों सास दामाद को संतुलन बनाना मुश्किल हो रहा था ट्रेन का वो कोच एकदम से भर गया फिर जब ट्रेन चली तो धीरे धीरे सब लोग अपने आप ही एडजस्ट हो गये

मैं सास के पीछे ही खड़ा हुआ था लेकिन जब मेरा ध्यान भीड़ से हट कर मेरे शरीर पर गया तो मैंने पाया कि मेरा लंड सास की गांड पर नीचे सट गया था

लंड की तरफ ध्यान जाते ही सास की गांड का अहसास पाते ही मेरे लंड में तनाव आना शुरू हो गया मैं थोड़ा शर्मिदा भी हो रहा था क्योंकि मैंने अपनी सास को कभी वासना की नजर से नहीं देखा था मगर उस वक्त के हालात ही ऐसे हो गये थे कि ना चाहते हुये भी मन में वासना हिलोरे मारने लगी थी

मेरा लंड एकदम से तन कर सास की गांड की दरार से चिपक ही गया उत्तेजना के मारे मैंने भी सास की गांड पर हल्का सा दबाव बना ही दिया सोचा कि सास को कुछ पता नहीं चलेगा क्योंकि उसके सामने भी दो जवान लड़के खड़े हुये थे मेरी सास के मम्में उन लड़कों की छाती से सटे हुये थे

कुछ देर के बाद सास को जब उन मुस्टंडों से परेशानी होने लगी तो उसने पीछे मुंह करके मेरे कान में फुसफुसा कर कहा- बेटा ये जो सामने खड़े हुये हैं मुझे इनके पास खड़ा होना ठीक नहीं लग रहा है आप जरा पीछे हो जाओ ताकि मैं आपकी तरफ मुंह करके खड़ी हो सकूं

मैं सास के मन की दशा समझ गया मैंने अपने खड़े लंड को सास की गांड से हटाया और पीछे धकेलते हुये उसको घूमने की जगह दे दी सास मेरी तरफ मुंह को करके घूम कर खड़ी हो गयी

अब उसका घूंघट भी उतर गया था वो अपने घूंघट को ठीक करने लगी तो मैंने कह दिया कि मम्मी जी ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है अभी हालात ही ऐसे हैं कि इन सब रिवाजों का भार अपने कंधे से कुछ समय के लिये उतार दो

सास ने मेरी आंखों में देखा और हल्की सी मुस्कान के साथ मेरे बदन से लग कर खड़ी हो गयी उसकी और मेरी लम्बाई में तीन चार इंच का ही अंतर था इसलिये दोनों की सांसों का आदान प्रदान एक दूसरे की नासिका के द्वारा होने लगा था

सास के वक्षों के कटाव को देख कर मेरा लंड फिर से तनतना गया और मैंने बहाने से सास की कमर पर हाथ रख दिया क्योंकि उत्तेजना जंगल की आग की तरह आगे बढ़ रही थी जिसको रोक पाना मेरे वश में नहीं था

मेरा लंड बार बार सास की चूत के आस पास वाले एरिया पर छू रहा था पता नहीं था कि वो मेरे बारे में क्या सोच रही होगी बस मैं अपनी हवस को किसी तरह काबू करने की जुगत में लगा था

फिर जब अगला स्टेशन आया तो अंदर से निकल रहे यात्री दरवाजे में आकर फंस गये जिससे कि मेरा बदन सास के जिस्म से बिल्कुल चिपक ही गया उसके मम्मों को मेरी छाती एकदम भींचने लगी इधर लंड का अकड़ कर बुरा हाल हो चला था

मैंने उत्तेजना वश सास की गांड पर हाथ रख दिया तो उसने मेरे चेहरे पर देखा शायद उसको मेरे मन के भावों का पता लग गया था उसने फिर से नजर झुका ली लेकिन अबकी बार वह नीचे मेरे लंड की तरफ झांकने की कोशिश कर रही थी शायद उसको भी मेरे लंड की छुअन अपने जिस्म पर महसूस हो रही थी

फिर मुझसे रहा ना गया तो मैंने धीरे उसकी गांड को दबाना शुरू कर दिया वो भी समझदार निकली उसने धीरे से अपना हाथ नीचे कर लिया

मेरी पैंट की जेब के पास लाकर जैसे कुछ ढूंढने लगी 1-2 बार हाथ मारते हुये उसका हाथ मेरे लंड पर जा लगा उसने मेरे तने हुये लंड पर हाथ रख लिया

अब दामाद और सास का सुर एक हो चला था मेरे हाथ उसकी गांड को सहलाने लगे और उसका हाथ मेरे लंड को सहलाने लगा अब मैंने अपनी छवि को कलंकित होने से बचाने के लिये एक भावनात्मक चाल चली

मैंने सास के कान में कहा- मम्मी मुझे माफ कर देना हालात ही ऐसे हैं कि ये सब हो रहा है आपको बुरा तो नहीं लग रहा है ?

सास बोली- नहीं बेटा जो होता है अच्छे के लिये ही होता है

उसका जवाब सुन कर मेरे मन को तसल्ली हो गयी कि अब बात हम दोनों के बीच में ही रहने वाली थी

फिर उसने मेरी पैंट की चेन को खोल कर हाथ अंदर डाल लिया उसके नर्म कोमल हाथ मेरे लंड को पकड़ने और दबाने लगे उसकी छाती के ऊपर नीचे होते उभार मेरी छाती पर रगड़ रहे थे

मेरे हाथ उसकी गांड को भींचने लगे मैं पास खड़े लोगों पर नजर भी बनाये हुये था कि कहीं कोई हमें यह रासलीला करते हुये देख ना रहा हो

काफी देर से मेरी सास मेरे लंड को पकड़ कर सहला रही थी इसलिये मेरी उत्तेजना पूरे उफान पर थी पैंट गीली होने का खतरा होने लगा था

इसलिये मैंने सास के कान में कहा- बस सास इससे आगे मैं बर्दाश्त नहीं कर पाऊंगा वो भी समझ गयी कि जवान लंड की लाज खतरे में है

उसने अपना हाथ बाहर निकाल लिया और फिर मेरे कान में धीरे फुसफुसाते हुये बोली- घर पहुंच कर रात को आपका इंतजार करूंगी जब मेरी बेटी और तुम्हारे सब घरवाले सो चुके होंगे तो मिस कॉल का इशारा दे दूंगी तुम भी मौका देख कर आ जाना

मैंने कहा- मम्मी ये जगह बात करने के लिये सही नहीं है अभी सफर का मजा लो

सास चुपचाप खड़ी हो गयी कुछ देर के बाद मैंने फिर से उसकी गांड पर हाथ रख दिये और वो दोबारा से मेरे लंड का नाप तोल लेने लगी इस तरह मस्ती करते हुये कब स्टेशन आ गया हमें पता भी नहीं चला

स्टेशन से नीचे उतर कर टैक्सी की मैंने सास को व्हाट्स एप पर मैसेज करना शुरू किया क्योंकि आमने सामने टैक्सी वाले के साथ होते हुये इस तरह की बात करना ठीक नहीं था

अब सास दामाद की चुदाई की सेटिंग करनी थी तो मैंने चैट में लिखा- आप सोते समय सबके लिये दूध लेकर आना मैं तुम्हें गोली दे दूंगा सबके दूध में गोली डाल देना दूध को अच्छी तरह हिला कर ले आना लेकिन हमारे गिलास को अलग रखना जब सब दूध पी लेंगे तो आधे घंटे के अंदर ही कुंभकर्ण की नींद सो जायेंगे

सास मेरी बात समझ गयी घर पहुंच कर रात को उसने ऐसा ही किया सबको दूध पिला कर आ गयी फिर सबको हिला कर देखा उसने कोई भी नहीं हिल रहा था सब के सब गहरी नींद में सो चुके थे

उसने गेस्ट रूम को पहले से ही तैयार कर लिया था एक सिंदूर की डिब्बी भी रख दी थी वो मेरे लंड के साथ अपनी चूत की सुहागरात मनाना चाहती थी ट्रेन में भी उसने कहा था कि बेटा काश मैं तुम्हारी सुहागरात में तुम्हारे साथ होती आज उसका यह सपना पूरा करने जा था मैं

सारी तैयारी होने के बाद मुझसे आकर बोली- बेटा सब तैयार है तुम भी आ जाओ

मैंने कहा- हां मम्मी मैं बस नहा कर आता हूं मैं नहा कर नंगा ही गेस्ट रूम में चला गया वहां जाकर देखा कि उसने वाइन तैयार कर रखी थी

मैंने उससे कहा- ये सब बाद में कर लेना पहले एक राउंड चुदाई का कर लेते हैं

सास बोली- बेटा आपसे ज्यादा उतावली तो मैं हो रही हूं इसे पीकर आपको मस्ती चढ़ जायेगी फिर आप मुझे भी वैसे ही रुलाना जैसे मेरी बेटी को रुलाते हो

मैंने हैरानी से पूछा- आप ने कब देखा मम्मी ?

सास बोली- जब आप ड्रिंक लेते हैं और मेरी बेटी को रुलाते हैं तो मेरी बेटी मुझे फोन पर सब बता देती है

पिछले 3 साल से आपका ये 8 इंची हथियार अपनी चूत में लेना चाह रही थी आज जाकर मेरी प्रार्थना पूरी हुयी है

मैं सास के चेहरे की तरफ हैरानी से देख रहा था मुझे नहीं पता था कि वो मेरा लंड लेने के लिये इतनी बेचैन है और इतने लंबे समय से इसके लिये तड़प रही है

मैंने कहा- तो तुमने कभी मुझसे कहा क्यों नहीं ?

सास बोली- कैसे कहती बेटा सास जो हूं लेकिन मैंने कई बार आपको सिग्नल देने की कोशिश की लेकिन आप मेरे इशारों को समझ ही नहीं पाये

जब तुम ससुराल आते हो तो मैं तुम्हारे सामने झाड़ू लगाते हुये अपनी गांड को आपके सामने उठा कर रखती थी पोछा लगाते हुये अपने मम्में भी आपको दिखाये लेकिन आपने कभी ध्यान नहीं दिया

मैंने कहा- ठीक है अब एक राउंड कर लो मम्मी उसके बाद जैसा तुम कहोगी वैसा ही करेंगे

सास बोली- लेकिन बेटा ये सास दामाद की चुदाई का वीडियो जो आप बनाने जा रहे हो इसको संभाल कर रख लेना अगर किसी के हाथ लग गया तो घर में भूचाल आ जायेगा उसने मेरे हाथ में मोबाइल फोन की तरफ देख कर कहा

मैं बोला- मम्मी आप चिंता ना करो ये सुरक्षित रहेगा

सास बोली- बेटा पहले घूंघट और सिंदूर की रस्म तो कर लो

मैंने जल्दी से उसके चेहरे से घूंघट हटाया और उसकी मांग में सिंदूर भर दिया फिर उसका लहंगा उठा दिया
एकदम से उठते हुये वो दारू और गिलास लेकर आ गयी और कहने लगी- बेटा एक बार 2 पैग लगा लो

मैंने कहा- मैं अकेले नहीं पी सकता मुझे किसी का साथ चाहिये

वो दौड़कर किचन से एक गिलास और ले आयी

मैंने पैग बना दिया वो सूंघने लगी तो मैंने कहा- मम्मी इसे एक ही घूंट में खत्म करना होता है

उसने पैग मुंह से लगाया और पेट तक पहुंचा कर मुंह बिगाड़ कर बोली- बेटा कैसे पी लेते हो इतनी कड़वी चीज ?

मैंने कहा- ये सब बातें बाद में करेंगे आज मैं तुम्हें 20-25 आसनों में चोदूंगा घर में घूम घूम कर चुदाई करेंगे 4 घंटे में तुम्हारी चूत का चबूतरा ना बना दूं तो कहना गोली का असर चार घंटे ही रहेगा

फिर वो मेरे सामने नंगी हो गयी मेरा लंड तो पहले से ही तना हुआ था मैंने सास को बेड पर पटका और उसके मम्मों को दबाते हुये उसके होंठों के रस को पीने लगा सास नीचे से अपनी चूत को मेरे लंड की तरफ धकेलने लगी बेचारी लंड लेने के लिये बहुत तड़प रही थी

उसकी तड़प देख कर मैंने बिना देरी किये अपना लंड उसकी चूत में घुसा दिया वो मुझसे लिपट गयी और मेरे बदन को बांहों में भरते हुये यहां वहां चूमने लगी उसकी टांगों को मोड़ कर मैंने उसकी चूत की पोजीशन बनाई और उसकी टांगों के बीच में आकर सास की चूत की चुदाई शुरू कर दी

2 मिनट में ही सास की आंखें बंद होने लगीं उसका बदन अकड़ने लगा फिर 2 मिनट के बाद वो झटके देते हुये झड़ गयी उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया इस तरह सास दामाद की चुदाई का पहला दौर समाप्त हुआ

फिर हम उठ कर बाथरूम में चले गये अंदर जाकर एक दूसरे के जिस्मों को चूमने लगे

5 मिनट में मेरा लंड फिर से तन गया मैंने उसको नीचे फर्श बैठा लिया और अपना लंड चुसवाने लगा उसके होंठों में लंड मुश्किल से समा रहा था किसी तरह उसने 3-4 मिनट का समय काटा फिर मैंने उसे दीवार से लगा दिया और शावर चालू कर दिया

मेरी सास के नंगे बदन से बहता पानी चूत से होकर नीचे गिरने लगा मैंने अपनी सास की चूत में जीभ दे दी और मेरी सास मेरे सिर को अपनी गर्म चूत में दबाने लगी

उसने टांग मेरे कंधे पर रख ली और अब पूरी जीभ उसकी चूत में अंदर तक घुसने लगी मुझे तो चूत चाटने की पुरानी लत थी 5-7 मिनट तक चाटने के बाद उसको ऐसी गर्म किया कि उसने मेरे मुंह में अपना पानी फेंक दिया

फिर मैं उसके बदन को पोंछ कर हॉल में ले आया सोफे पर लेटा कर उसकी एक टांग ऊपर रख दी खुद उसके बीच में आ गया मोटा लंड उसकी चूत में पेला और गपा गप चुदाई चालू कर दी

उसके मम्में इधर उधर डोलने लगे मैंने उसके झूलते मम्मों को कस कर पकड़ा और उसके ऊपर लेट कर उनको काटते हुये उसकी चूत को फाड़ने लगा

10 मिनट तक ऐसे ही उसकी चूत को खोला फिर उसको उठा कर सीढ़ियों पर ले गया खुद नीचे बैठ गया और उसे अपनी जांघों के बीचे में बैठा लिया वो भी खुशी खुशी मेरा लंड अपनी चूत में लेकर उस पर उछलने लगी अबकी बार 5 मिनट के बाद दोनों साथ में झड़े

फिर कुछ देर तक आराम किया फिर घर में बाकी जो भी जगह दिखी मैंने उसकी चूत को खूब बजाया किचन में बैठक में स्टोर रूम में जहां भी मन किया उसकी चूत का कुआं खोद डाला वो बेचारी थक कर चूर हो गयी

जब सास दामाद की चुदाई खत्म हुयी तो उससे चला नहीं जा रहा था मैं खुद ही उसको अपनी पत्नी के पास कमरे में छोड़ कर आया

वापस आकर मैंने दो पैग फिर लगाये और अपने कपड़े पहन कर सो गया कई दिनों तक तो मैंने सास की चुदाई के वीडियो को देख कर लंड हिलाया

फिर जब उसकी चूत में फिर आग लगी तो उसने खुद ही मुझे ससुराल आने को बोला और वहां भी उसने अपने घर वालों को नींद की गोली खिला कर फिर से चूत चुदवाने का प्रोग्राम बना लिया

मैंने सास को ससुराल भी खूब चोदा उसकी गांड में भी लंड डालकर उसकी गांड भी खोल दी इस तरह अब उसकी चूत की प्यास बुझने लगी और मुझे भी एक टाइट गांड का मजा मिलने लगा

अब हम सास दामाद बाहर सास की सहेली के घर चोरी चोरी मिलने लगे सास की सहेली का पति मर चुका है और उसका एक बेटा है जो अमेरिका में है और उसकी एक बेटी भी है उसकी भी शादी हो चुकी है

मैं और सास उसकी सहेली के घर रात भर रहते और चुदाई करते अब सास और उसकी सहेली को एक साथ चोदने का मेरा मन करता है सास की सहेली भी बहुत सेक्सी है

कैसी लगी आपको यह antarvasna saas sex story मुझे जरूर बताना और sex stories पढ़ने के लिये आप punjabi sex story com पर आते रहे

Antarvasna Saas Sex Story :- सासू मां की चुदाई

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