Aunty Ki Chudai Ki Kahani
(आंटी ने उत्तेजित किया)
हैलो दोस्तों कैसे हो आप सभी मेरा नाम गौरव है मैं आगरा का रहने वाला हूं और मैं अपनी aunty ki chudai ki kahani बताने जा रहा हूं यह sex stories काफी दिलचस्प है उम्मीद है आपको यह sexy story उत्तेजित कर देगी
अब मैं अपनी sex stories पर आ रहा हूं स्कूल के दिनों में मेरे साथ एक लड़का पढ़ता था जिसका नाम सागर था हमारे स्कूल में हमने एक ग्रुप बना रखा था जो मौज मस्ती करता था और साथ साथ खेलते कूदते भी थे
एक दिन सागर आया और उसने हमसे पूछा कि मैं भी तुम्हारे ग्रुप में शामिल होना चाहता हूं पर हमने उसे मना कर दिया और वह वहां से चला गया उसने लगातार दस दिनों तक प्रयास किया कि वह हमारे साथ शामिल हो जाए पर उसे निराशा ही हाथ लगी
एक दिन सागर ने मुझसे कहा कि तुमसे मेरी मम्मी मिलना चाहती है तुम्हें बुलाया है तो मैंने उसे टालने के लिए कह दिया कि ठीक है मैं मिलकर आ जाऊंगा पर मैं गया ही नहीं एक दिन मैं रास्ते पर जा रहा था कि सामने सागर की मां आती दिखीं
उन्होंने मुझसे कहा – मैंने तुम्हें बुलाया था आते क्यों नहीं ?
मैंने कहा – ठीक है आज आ जाऊंगा और मैं चला गया
उसके बाद मैं दोपहर को उसके घर गया तो सागर घर पर नहीं था उसकी मां थी उसने मुझे कुर्सी पर बिठाया और कहा कि तुम मेरे बेटे को अपने समूह में शामिल क्यों नहीं करते हो ?
तो मैंने कहा – कुछ नहीं बस ऐसे ही
तो आंटी ने कहा – ऐसा नहीं करते तुम उसे शामिल कर लो
मैंने हामी भर दी
फिर आंटी ने मुझसे पूछा कि कोल्डड्रिंक पीओगे ?
तो मैंने हां कहा
आंटी ने उस समय क्रीम रंग की साड़ी और उसी रंग की ब्लाऊज़ भी पहन रखी थी अंदर काली ब्रा पहनी थी वो भी साफ दिख रही थी और उसकी गांड इतनी मोटी और गोल मटोल थी कि कोई देख ले तो पागल हो जाए
वह किचन में चली गई कोल्डड्रिंक लाने के लिए जब वह कोल्डड्रिंक लेकर आई तो मैं हैरान हो गया कि आंटी ने साड़ी उतारकर सफेद पारदर्शी गाऊन पहना हुआ था और अंदर काली ब्रा और काली पैंटी साफ दिख रही थी और भरा हुआ बदन जैसे संगमरमर का ताज़ महल हो
वह कोल्डड्रिंक के दो गिलास लेकर मेरे पास बैठ गई और एक गिलास मुझे दिया और एक ख़ुद पीने लगी पीते पीते मेरे जांघों पर हाथ रख कर घुमा रही थी मुझे गुदगुदी हो रही थी लेकिन मुझे मज़ा भी आ रहा था
इसलिए कुछ नहीं बोला धीरे धीरे उसका हाथ मेरे लंड के पास ले गई और पकड़ के मसलने लगी
मैं खड़ा हो गया और कहा – मैं जा रहा हूं
तो आंटी ने मेरा हाथ पकड़ कर मुझे बिठा दिया
आंटी ने पूछा – क्या हुआ
मैंने कहा – गुदगुदी हो रही है
तो आंटी ने कहा – आज तुझे कुछ सिखाऊंगी जो तेरे बहुत काम आएगा
फिर मैं बैठ गया पहले तो आंटी ने मुझे गाल पर किस किया और मेरी शर्ट उतार दी मैंने मना किया तो
वह बोली – कुछ नहीं होगा तुझे बहुत मज़ा आएगा
फिर मैंने विरोध करना छोड़ दिया आंटी ने मेरी पैंट की चेन खोल कर मेरा लंड बाहर निकाल कर उसे किस्स किया और मुंह में लेकर लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी और मैं तो जैसे स्वर्ग में पहुँच गया था
मेरे दोस्त की मां 15 मिनट तक मेरा लंड चूसती रही इसी दौरान मेरे सारे कपड़े भी उतार दिए आंटी ने मुझसे कहा कि मेरा गाऊन उतार दो
तो मैंने उसका गाऊन उतार दिया और काली ब्रा पैंटी में जैसा आगरा का ताज़ महल मेरे सामने आ खड़ा हुआ आंटी ने कहा मेरी ब्रा भी उतार दो तो मैंने वैसा ही किया ब्रा खोलते ही जैसे दो कबूतर आज़ाद होकर उछलकर बाहर आ गए
आंटी ने मेरा सिर पकड़कर मेरा मुंह अपने मम्मों पर रख कर मुझे चूसने को कहा तो मैं जीभ घुमाने लगा और चूसने लगा तब उसके मुंह से आह आह आह्ह्ह आह्ह्ह निकने लगी वह मेरा लंड पकड़कर दबाने लगी थोड़ी देर में वह काफ़ी गरम हो गई और मुझे नोचने खसोटने लगी
आंटी ने कहा – तुम्हारा लंड तो बहुत बड़ा है और मेरे पति का तो इसका आधा ही है
मैं तो मानो अपने होश में ही नहीं था वह जैसा कह रही थी मैं वैसे ही करता जा रहा था मेरे अंदर इतनी समझ नहीं थी मैं कुछ कर सकूँ
फिर वह बिस्तर पर लेट गई और बोली तुम मेरी चूत को चाटो तो मैं उसकी जांघों के बीच में बैठ कर जीभ घुमा घुमा कर चाटने लगा वह मेरा मुंह दबा कर जोर से चिल्ला रही थी चाटो चाटो चाटो मुझे खत्म कर दे खत्म कर दे
उसी समय उसकी चूत से कुछ चिकना चिकना क्रीम निकलने लगा वो मैं पी गया वह मुझे काफी मज़ेदार लगा तो मैंने पूरा चाट लिया
अब आंटी ने कहा – अब उठो और मेरी चूत में डालो
तब मैं पोज़ीशन लेकर उसकी जांघों के बीच बैठ गया और लंड पकड़कर उसकी चूत पर रख कर थोड़ा धक्का दिया चिकनाई की वज़ह से मेरा लंड सटाक से अंदर चला गया
आंटी ने कहा – शाबास बेटे तुमने सिक्सर लगाया चालू रख
मैं तो धक्के पर धक्का लगा रहा था आंटी खुशी से पागल हो रही थी नीचे से गांड उठा उठाकर साथ दे रही थी थोड़ी देर बाद वह उठकर खड़ी हो गई और मुझसे कहा मेरी गांड में डाल और फाड़ दे
आंटी ने मुझे किचन में से सरसों का तेल लाकर दिया और कहा – पहली बार गांड में डलवा रही हूं इलसिए मेरी गांड पर ये थोड़ा लगा और थोड़ा अपने लंड पर भी लगाकर पेल दे
मैंने ऐसा ही किया और उसकी गांड पर रख कर धक्का दिया तो उसकी एक लम्बी चीख निकल गई और बोली बाहर निकाल नहीं तो मैं मर जाऊंगी लेकिन मैंने कुछ नहीं सुना और धक्के जारी रखे
उसकी गांड से थोड़ा सा खून भी निकला मैं घबरा गया तो आंटी ने कहा कि डार्लिग कुछ भी नहीं तू चालू रख ये खुशी का खून है
कुछ देर तक धक्के मारने के बाद मैंने अपना लंड निकाल कर उसके मुंह में दे दिया और वह मेरा लंड चूसने लगी और मेरा क्रीम सारा उसके मुंह में चला गया और आंटी ने पूरा पी लिया फिर चाटकर मेरा लंड साफ कर दिया फिर उठकर कपड़े पहनने लगा
आंटी ने कहा – कल आना मैं तुझे दूसरा मज़ा दूंगी जो तेरी शादी के बाद तुझे काम आएगा और तुझे तकलीफ नहीं होगी और बहुत मज़ा आएगा
फिर मैं अपने घर वापिस आ गया और मैं आंटी के साथ हुए सेक्स के बारे में सोचने लगा और मैं फिर उत्तेजित हो गया और मेरा आंटी की चूत मारने को दिल करने लगा
फिर मैने 2 दिन बाद स्कूल से छुट्टी की क्योंकि सागर स्कूल में होगा और अंकल काम पर आंटी घर में अकेली होगी मैं बिना बताए आंटी को उसके घर चला गया मुझे देखकर आंटी खुश हो गई और मुझे अंदर ले गई
मैने अंदर जाते ही आंटी को अपनी बांहों में ले लिया आंटी नाइट सूट में थी जो हल्का गुलाबी रंग का था मैं बहुत उत्तेजित था और जल्दी से आंटी का नाइट सूट उतार दिया
आंटी बोली थोड़ा सब्र करो आराम से मैं कही भागी नहीं जा रही हूं
मैने कहा मुझसे अब सब्र नहीं होता 2 दिन से सब्र ही किया है जब मैने आंटी का नाइट सूट उतारा तो देखा नीचे आंटी ने लाल रंग की पैंटी और ब्रा पहनी थी उस लाल रंग की पैंटी और ब्रा में आंटी बहुत सेक्सी लग रही थी जिसे देखकर मैं और उत्तेजित हो गया
आंटी ने कहा क्या हो गया है तुम्हे आज इतनी जल्दी में क्यों हो
मैने कहा आंटी तुमने मुझे उस दिन से पागल कर दिया है जिस दिन से तुमने मुझे अपनी चूत और गांड दी है अब मेरे से तुम्हारी चूत और गांड के बिना नहीं रहा जाता तुम्हारी गांड भी बहुत बड़ी है आज मैं सिर्फ तुम्हारी गांड ही मारूंगा
आंटी ने कहा रुक और आंटी किचन में से सरसों का तेल लेकर आई
आज मैने आंटी को कहा तुम मेरे लंड और अपनी गांड पर सरसों का तेल लगाओ इतना बोलकर मैने आंटी की ब्रा और पैंटी उतार दी
फिर आंटी ने अपनी गांड के छेद पर और मेरे लंड पर सरसों का तेल लगाया और मेरे आगे घोड़ी बन गई
मैने अपने दोनों हाथों से आंटी के चूतड़ खोले और अपना लंड पकड़ कर आंटी की गांड के छेद पर रखा और धीरे धीरे अपना लंड आंटी की गांड में डाल दिया और आंटी आह आह आह्ह्ह करने लगी
मैं आंटी के दोनों मम्मों को पकड़ कर आंटी की गांड जोर जोर से मारने लगा और आंटी चिलाने लगी
हाय मेरी मां मैं मर गई आह आह आह्ह्ह धीरे धीरे मारो मेरी गांड बहुत दर्द हो रहा है प्लीज आह्ह्ह उईईईईईई मांअअ आह्ह्ह
मैने आंटी को घोड़ी वाली पोजिशन में 15 मिनट चोदा और फिर अपना वीर्य आंटी की गांड में ही निकाल दिया और फिर आंटी को राहत मिली जब मैने अपना लंड आंटी की गांड में से निकाला
फिर हम ने कपड़े पहन लिए और आंटी मेरे लिए चाय बनाकर लाई और हम दोनों ने चाय पी और आंटी ने मुझसे कहा अब जब भी तुमने मेरी चुदाई करनी हो तो स्कूल से छुट्टी करके मेरे पास आना इस वक्त घर पर कोई नहीं होता
मैने कहा ठीक है और मैने आंटी के होठों पर किस की और फिर अपने घर आ गया कैसी लगी आपको यह aunty ki chudai ki kahani जरूर बताना और hindi sex stories पढ़ने के लिए आप punjabi sex story com पर आते रहे यहां पर आपको बहुत सारी sexy story पढ़ने को मिलेगी
Hindi Sex Story Desi :- मैने भी मां को चोद दिया