Antarvasna Saas
(सासू मां की चुदाई)
हैलो दोस्तों कैसे हो आप आज मैं आपके लिए अपनी antarvasna saas की hindi sex story लेकर आया हूं इस antarvasna saas sexy story में आप पढ़ेंगे कैसे मैने अपनी सासू मां की चुदाई की अब मैं अपनी antarvasna saas hindi sex story शुरू करता हूं सासू मां हमारे घर आई तो मैं उनकी बेटी को चोद रहा था उन्होंने देख लिया तभी लॉक डाउन लग गया उन दिनों में मेरी सास मुझसे चुद गई
उन्ह आन्ह मर गई मेरी बीवी सपना घोड़ी बनी चिल्ला रही थी मैं पीछे से उसकी चूत में लंड पेले हुए उसे ताबड़तोड़ चोद रहा था
मैंने उसकी आंखों पर काली पट्टी बांध रखी थी
तभी मैंने देखा कमरे के दरवाजे पर मेरी सास माधुरी खड़ी थीं
मैं और सपना घर पर अकेले थे बाहर मेनडोर लॉक किया था इसलिए बेडरूम का दरवाजा खुला था लेकिन सासु मां के पास हमारे फ्लैट की एक चाबी थी शायद उसी से वो अन्दर आ गई थीं मैं सासू मां को देख कर रूका पर वो मुझे कैरी ऑन का इशारा करके चली गई
तब मैं जल्दी से खलास हुआ
सासू मां बाहर निकल गई उन्होंने बाहर जाकर फिर से डोरबेल बजाई मैं सपना को नंगी छोड़कर बेडरूम का दरवाजा बंद करके बाहर आ गया सासू मां दरवाजे पर थीं उनके चेहरे पर मुस्कान थी
मैं अपनी पत्नी को आवाज देते हुए बोला – सपना मम्मी जी आई हैं
सपना की आवाज आई – ठीक है मैं आती हूं
वो गाउन पहन कर बाहर आ गई
मां बेटी गले मिलीं उस वक्त दोपहर के 4 बजे थे
सपना बोली – मां कॉफी बना रही हूं
सासू मां ने हामी भरी – ठीक है
घर पर दूध नहीं था मैं नीचे जाकर लाने को हुआ तो सपना बोली मैं खुद जा रही हूं मुझे नीचे दुकान वाली आंटी से कुछ पुराना हिसाब करना है यह कह कर सपना नीचे चली गई
मैं और सासू मां घर पर अकेले रह गए थे मैं उनसे नज़रें नहीं मिला पा रहा था
वे बोलीं – सॉरी मुझे ऐसे अचानक नहीं आना चाहिए था
मैं बोला – कोई बात नहीं मम्मी जी आपका ही तो घर है
वे मंद मंद मुस्कुराती हुई बोलीं – शर्माओ मत ज़्यादा मैं सपना से कुछ नहीं कहूंगी हम दोनों शांत बैठे रहे सपना कॉफी बना लाई
सासू मां मेरे हाल में स्वर्गवासी हुए ससुर जी की कुछ प्रोपर्टी और बैंक के काम से यहां आई थीं कल मुझे उन्हें ले जाना था उस रात मैंने और सपना ने सेक्स नहीं किया
अगले रोज देश भर में लॉक डाउन लग गया कोई कहीं नहीं जा सकता था
हमारी अपार्टमेंट भी कोरोना के कारण सील कर दी गई
सासू मां अब यहीं फंस गई थीं शुरू के 4-5 दिन तो जैसे तैसे कटे फिर ऊब शुरू हो गई हम टीवी देखते रहते मोबाइल देखते रहते मैं घर में पूरे कपड़े पहने रहता सासू मां साड़ी सपना ज़रूर हल्के कपड़े पहने रहती
मेरे फ्लैट में दो ही कमरे थे
एक में मैं और सपना रहते दूसरे में सासू मां एक हॉल था जहां टीवी लगी थी सपना को चोदे हुए सात दिन हो गए थे अब मेरा लंड तन्ना रहा था सासू मां जब बाथरूम में थीं तब मैंने सपना को धर दबोचा
वो छटपटा उठी – मां हैं अभी
मैं मुंह बना कर वापस आ गया मैं फिर सपना से बोला ही नहीं पहले बॉलकनी में बैठा रहा मैं फिर अन्दर कमरे में आ गया मेरा फ्लैट टॉप फ्लोर पर था तो छत पर घूम आया जबकि ऊपर जाने की मनाही थी
सपना समझ रही थी कि मैं नाराज़ था वो भी क्या करती
एक दिन मुझसे रहा नहीं गया सुबह के दस बजे थे रामायण खत्म हुई मैंने सासू मां के सामने ही सपना को गोद में उठाया बेडरूम में जाकर दरवाजा बंद किया
सपना चिल्लाती रह गई – ये क्या बदतमीजी है?
मैंने उसकी गाउन ऊपर चढ़ा कर उसकी चूत में लंड पहुंचा दिया दो मिनट में वो भी मेरा साथ देने लगी
प्यासी वो भी थी 7 दिनों से साली खुल कर चिल्लाई सिसकारियां ले लेकर खूब चुदी वो सासू मां शर्तिया बाहर से सुन रही थीं
बाथरूम होकर मैं केवल अंडरवियर पहने बाहर गया सासू मां कुछ बेचैन सी बैठी टीवी देख रही थीं
मैं अधिकार से बोला – आप खाना बना लेना और हमें भी पहुंचा देना आज दिन भर आपकी बेटी के साथ यही होगा
सपना मेरे पीछे आकर बोली – ये क्या बदतमीजी है राघव मेरी मां से ऐसी बात कर रहे हो?
मैं पलटा और सपना को फिर बेडरूम में ले गया उसकी गाउन उतार दी और ब्रा भी उसे बेड के सिरहाने टिका कर घोड़ी बनाया और फिर से चोदने लगा
मैं बोला – भोसड़ी की आज दिन भर चुदेगी तू तो खाना कब बनाएगी?
सपना को फिर मज़ा आने लगा था अबकी बार मैंने कमरे का दरवाजा भी नहीं बंद किया था मैं पूरे दम से चोद रहा था अबकी बार 20 मिनट मैंने सपना को चोदा वो निढाल पड़ी थी
मैं बाहर निकला सासू मां खाना बना रही थीं मेरे बदन पर केवल अंडरवियर था अन्दर सपना नंगी पड़ी थी मैं टीवी देखने लगा
थोड़ी देर में गाउन पहन कर सपना भी बाहर आई सासू मां साड़ी में ही थीं
जब वे खाना लाई तब मैं बोला – आई एम सॉरी सासू मां मैं खुद पर काबू नहीं रख पाया
वे मुस्कुरा कर बोलीं – कोई बात नहीं मैं टिपिकल कंजरवेटिव सासू मां नहीं हूं कॉन्वेंट में इंग्लिश टीचर हूं फ्रांस इटली और डेनमार्क रही हूं बगैर सेक्स के इतने दिन कैसे रहोगे अभी तो ये लॉक डाउन कम से कम दो महीने रहेगा
मैंने आज गौर से सासू मां को देखा सामान्य से लम्बा कद थोड़ा मांसल शरीर सुंदर चेहरा हमेशा मुस्कुराती रहती थीं स्टाइलिश साड़ी पहनती थीं फिगर माधुरी दीक्षित से कम नहीं था और उनका नाम भी माधुरी दीक्षित ही था मेरी सासु मां माधुरी दीक्षित 45 साल की लखनऊ के टॉप कॉन्वेंट स्कूल में इंग्लिश टीचर थीं
उनके पति का खेती के अलावा सरकारी टीचर थे स्वर्गलोक सिधार गए थे बड़ी बेटी रीना 23 साल की विशेष नाम के एक बिजनेसमैन से शादीशुदा थी
छोटी बेटी सपना मेरी बीवी थी वो 20 साल की है
माधुरी अपनी दोनों बेटियों से ज़्यादा सुंदर और सेक्सी दिखती थीं
मैंने पूछा – आप फ्रांस कब गई थीं? हनीमून पर तुम्हारे पापा ले गए थे शादी के पहले फैशन कॉम्पटीशन में पार्टिसिपेट किया था मैं मिस इंडिया में तीसरे नम्बर पर थी मॉडल थी
मैं बोला – तभी आप इतनी स्टाइलिश हो कमाल की दिखती भी हो
माधुरी बोलीं – मैं पहले ही दिन से कहना चाह रही थी कि तुम लोग खुल कर रहो मेरा लिहाज मत करो तीन महीने कम से कम हम फ्लैट से नहीं निकल पाएंगे सो हमें खुलना ही पड़ेगा
एक पल रुक कर उन्होंने मुझे देखा और आगे कहा – मनोरंजन के नाम पर टीवी मोबाइल लूडो और करने के नाम पर खाना पीना सेक्स ही तो बचे
अगर तुम दोनों की इजाज़त हो तो मैं भी साड़ी पहनना छोड़ दूं मैं घर पर कभी साड़ी नहीं पहनती सपना को पता है
सपना बोली – इट्स ओके मॉम
मैं भी बोला – हां मुझे क्या दिक्कत है
माधुरी बोलीं – ठीक है
वो अन्दर गई फिर जब थोड़ी देर बाद वो बाहर आई तो मेरी आंखें फटी की फटी रह गई सासु मां के शरीर पर एक हद से ज़्यादा छोटी जिम शॉर्ट्स और स्पोर्ट्स ब्रा थी
वो मुश्किल से उनके चूतड़ छुपा रही थी ऊपर ब्रा से उनके दूध छलक रहे थे मेरे गले में कुछ फंस सा गया मैं बोल नहीं पा रहा था
वे आकर हम दोनों के सामने खड़ी हुई – अब रिलैक्स लग रहा है मैं साड़ी पहने पहने परेशान थी
काले रंग के प्यूमा के इस लेडीज़ एथलेटिक्स ड्रेस में वो कमाल लग रही थीं लम्बी चिकनी टांगें पतली कमर भारी चूचे बड़े बड़े हिप्स
वो बोलीं – उफ्फ अब आराम मिला मैं साड़ी पहने पहने मरी जा रही थी
सपना बोली – मां घर पर इसी ड्रेस में रहती हैं किसी के आने पर ऊपर गाउन डाल लेती हैं बस
सासू मां मुस्कुराती हुई बोलीं – क्या हुआ शॉक हुए राघव?
मैं कुछ ना बोला
उस दिन एक बार शाम को सपना को फिर से चोदा और उस वक्त मैंने अपनी सासू मां की चूचियों को याद करके उसे चोदा अचानक से एक दिन हमारे घर पर कोरोना टीम आई पूरे अपार्टमेंट में केस बढ़े थे इसलिए हमारी चैकिंग हुई और सपना को कोरोना पॉजिटिव बता दिया गया
हमारे अपार्टमेंट के नीचे एक अस्थायी कोरोना हॉस्पिटल चालू किया गया था सपना को उसमें जाना पड़ा अब घर पर केवल मैं और सासू मां थे दोपहर में सपना नीचे शिफ्ट हुई शाम को मैं परेशान बैठा था
सासू मां कॉफ़ी लाई – परेशान मत हो डॉक्टर बोला है हल्के लक्षण हैं बस 14 दिन रखेंगे वो अभी साड़ी में थीं हम लोगों ने 8 बजे डिनर किया फिर मैं टीवी देखने लगा
सासू मां अब केवल शॉर्ट्स ब्रा में थीं उन्होंने मुझसे रिमोट लेकर नेटफ्लिक्स लगाया और उस पर एक वेब सीरीज़ लगा दी दस मिनट बाद ही उसमें चुदाई का सीन आने लगा माहौल में तनाव बढ़ रहा था मैं उठ कर अपने कमरे में चला गया और लेट गया
सपना की वजह से मेरा मूड खराब था पता नहीं कब सो गया गर्मी थी मैं अधजगा था आज सुबह मेरा लंड अचानक टन्ना गया था मैं फ्रेंचकट अंडरवियर पहने था मैंने आंखें खोलीं सासू मां मेरे लंड पर झुकी लंड को बहुत गौर से देख रही थीं उन्होंने मेरी चाय लाकर बेड के पास की रैक पर रखी थी
वो बेड के नीचे बैठी लंड को घूर रही थीं उनका चेहरा मेरे खड़े लंड से थोड़ी ही दूर था मेरे दिमाग में शैतान आ गया था मैंने एक हाथ उनके सर पर ले जाकर उनका सर अपने लंड पर झुका दिया उनके मुंह से अंडरवियर के ऊपर से लंड टच हुआ तो वो हड़बड़ा उठीं
मैं उनके बाल पकड़े पकड़े बोला – रिलैक्स सासू मां रिलैक्स
वो मेरी तरफ देख नहीं रही थीं मैंने लेटे लेटे अपनी अंडरवियर के एक कोने से लंड बाहर निकाल दिया और ज़बरदस्ती सासू मां का मुंह अपने लंड पर झुकाया
मैं बोला – ले लो सासू मां अब शर्माओ मत
वो मेरा हाथ अपने सर से हटाकर वहां से बाहर चली गई
उनकी बदन पर शॉर्ट्स ब्रा ही थी बस मैंने बस एक पल सोचा और फिर उठा अंडरवियर उतार कर एक हाथ से अपना लंड पकड़े मैं बाहर आया सासू मां बाहर किचन में खड़ी चाय पीने जा रही थीं
मैं अपना लंड लेकर उनके सामने पहुंचा सासू मां कहते हुए मैंने उनके हाथ से चाय ली एक सिप लगाया और उन्हें घूरा मैं दरवाजे पर रास्ता खड़ा था तो वो बाहर नहीं निकल सकती थी वे घूम गई थीं सासू मां
मैंने उनके चूतड़ थपथपा दिए चाय मैं पी लूंगा आज आपको आपका लॉलीपॉप चूसना है
वे चुपचाप खड़ी थीं
मैं बोला – देखिए मैं औरतों की बहुत इज़्ज़त करता हूं कभी ज़बरदस्ती नहीं करता मुझे आप पसन्द हैं अगर आपको भी मैं पसन्द हूं तो बाहर आकर अपना लॉलीपॉप ले लीजिए वरना आज मैं भी नीचे हॉस्पिटल में क्वारन्टीन हो जाऊंगा मैं वापस जाने को हुआ कि वो पलटीं उनके चेहरे पर स्माइल थी
नज़रें झुका कर उन्होंने मुझे देखा फिर मेरे आगे घुटनों के बल बैठ गई और मेरा लंड पकड़ कर मेरी आंखों में झांका इतना सब किया मगर वो बोलीं कुछ नहीं मैंने प्यार से उनके सिर पर हाथ फेरा और दोनों हाथों से उनका सर पकड़ कर अपने लंड पर लगा दिया
उम्म पुच्च उन्होंने मेरा लंड चूमा और फिर मुंह में भर लिया आह मैंने संतुष्टि से आंखें बंद कीं और वो मेरा लंड चूसने लगीं मैं दोनों हाथों से उनका चेहरा पकड़े लंड उनके मुंह में अन्दर बाहर कर रहा था कुछ मिनट में ही मेरा लावा उबला और उनके मुंह में मेरा वीर्य भर गया
वो पी गई थोड़ा पौंछ लिया फिर वो उठ कर बाथरूम में गई और मुंह धोकर लौट आई
उन्होंने शिकायत की – मैं नहा चुकी और तुम फ्रेश भी नहीं हुए
तो मैं बोला – अब जा रहा हूं ना मैं नहा कर लौटा
मेरे बदन पर अंडरवियर और बनियान थी हमने नाश्ता किया सपना से मिलकर आए अब 10 बजे थे आते ही सासू मां ने साड़ी उतार दी अगले कुछ पलों में वो अपनी पसन्दीदा शॉर्ट्स ब्रा में थीं मैं भी अंडरवियर में आ गया था वो मुझे देख रही थीं
मैंने उन्हें बांहों में भरा और चूमने लगा
मैं चूमता हुआ बोला – उफ्फ सासू मां यू आर टू हॉट आई जस्ट लव यू
वे भी मुझसे चिपटती हुई बोलीं – प्लीज लव मी राघव लव मी प्लीज और मुझे माधुरी कहो सासू मां नहीं
वे फुसफुसा रही थीं
ओह माधुरी माय डॉल मैंने कहके उनकी ब्रा खोल दी
उनके बड़े बड़े चूचे अब मेरे सामने एकदम नंगे थे
मैंने उनके एक निप्पल को मुंह में भर के चूसना शुरू किया उनकी मादक आहें और कराहें घर को मादक बनाने लगीं
मैं उनको गोद में उठाकर बेडरूम के अन्दर लाया और उन्हें बेड पर औंधा लिटा दिया मैंने पीछे से आकर उनकी शॉर्ट्स उतार दी अब वो मादरजात नंगी थीं
मैंने उनके उठे हुए गोल गोल चूतड़ों पर किस किया और कहा सासू मां आपके जितने अच्छे हिप्स आज तक नहीं देखे मस्त फिगर आपका पतली कमर चौड़े चूतड़
सासू मां कुछ ऐसा बोलीं – उम्ममह लव यू
मैंने उन्हें पलट दिया उनकी चूत शेव्ड थी लगता था कल ही चिकनी की थी मैंने उनकी चूत को प्यार से थपथपाया और उनकी चूत में एक उंगली घुसेड़ दी आह वो सिसकारियां भरने लगीं
मैंने कुछ देर उंगली से उनकी चूत खोदी वे तड़पती रहीं
बोलीं – प्लीज अब करो ना
मैंने अपनी अंडरवियर उतारी और उनकी टांगों के बीच आ गया उनकी चूत गीली थी मैंने लंड उनकी चूत पर टिकाया
वे बोलीं – क्रीम लगा लो
मैंने क्रीम ले ली उनकी चूत में भरी अपने लंड पर भी लगाई उनकी टांगें ऊपर उठा कर चौड़ी कीं चूत पर लंड सैट किया और अन्दर धकेल दिया आह्ह्ह वो चीखी थोड़ा सा लंड अन्दर घुस गया था
उनकी चूत मुझे एकदम कसी लग रही थी मैं दांत पर दांत भींच कर लंड उनकी चूत में घुसेड़ता गया वो चीख ही पड़ीं उनकी आंखों में आंसू थे बस बस
मैंने उन्हें पुचकारा चूमा और उनकी चूची को चूमने लगा चूसने लगा उनकी चूत बहुत ज़्यादा कसी लग रही थी
मैं बोला – आपकी चूत बहुत कसी है सासू मां सपना से भी ज़्यादा
वे मुझे देखती हुई बोलीं – हां कुदरती है लेकिन मुझे सासू मां नहीं माधुरी कहो
ओके माधुरी लेकिन तुमको माधुरी नहीं कहूंगा सासू मां आज से तुम्हें अपने दिए नाम से पुकारूंगा मैंने उन्हें चूमा
उन्होंने पूछा – क्या नाम दोगे?
छम्मक छल्लो छमिया मेरी छमिया
मैं उन्हें होंठों पर चूमते हुए बोला मैं उनकी चूची पकड़ कर लगातार उन्हें चोद रहा था आह ओह वो भी सिसकारियां भर भर कर मुझे उकसा रही थीं
कुछ देर बाद मैंने उन्हें ऊपर किया उनके गोल चूतड़ हाथों में पकड़े और उन्हें अपने लंड से उछालने लगा वो रूक रूक कर मेरे मुंह में अपने निप्पल भर दे रही थीं आह मेरी छमिया तेरी चूत बहुत प्यारी है रे उछल कुतिया लंड पर उछल मेरे मैं अंडबंड बक रहा था
ले ले मादरचोद चोद ले अपनी छमिया वो गाली देती हुई मेरे लंड पे उछल रही थीं थोड़ी देर में वो थक गई मैंने उन्हें नीचे किया
कुछ ही देर में वीर्य का फव्वारा मैंने उनकी चूत में उड़ेल दिया वे संतुष्ट थीं मैं थक कर सो गया था दो बजे उठा हमने खाना खाया शाम को हम दोनों फिर से सपना मिले
डिनर के बाद मैं छत पर टहलने गया लौटा तो देखा सासू मां मेरे बेड पर बिना कपड़ों के घोड़ी बनी हुई थीं
वे अपने चूतड़ हिलाते बोलीं – कम ऑन बच्चे आई एम वेटिंग
मैंने उनके गोल गोरे चूतड़ सहलाये चूमे फिर उनके पीछे आकर उनकी चूत में लंड घुसेड़ा वे सिसकारी लेती हुई बोलीं आह्ह्ह पागल बहुत सीधा है रे तू
मैं बोला – क्या हुआ?
उन्होंने पलट कर मुझे चूमा – मैं समझती थी तू मेरी गांड मारेगा
वे बोलीं और मुझे इनविटेशन दे रही थीं तो अभी क्या हुआ? ये बोलकर मैंने चूत से लंड निकाला उनकी गांड में क्रीम लगाई और अपना लंड गांड में घुसेड़ दिया आह वो केवल हल्के से चीखीं मेरा लंड उनके गांड में आसानी से घुस गया था
मैं बोला – सासू मां आपकी गांड में बहुत आसानी से घुस गया हां बेटा वो हंसी
ऐसे ही इन हिप्स की ये शेप नहीं आई है मेरे सारे लवर्स अपना सारा प्यार मेरी गांड में ही घुसेड़ते थे मुझे भी आदत हो गई
सासू मां बोलीं – तुम्हारे पापा भी इसी के शौकीन थे
अब तुम भी मज़े लो मैं आराम से हल्के हल्के धक्के दे रहा था
वे बोलीं – अभी कच्चे खिलाड़ी हो बेटे तुम्हें बहुत कुछ सिखाना पड़ेगा गांड मारी जाती है चोदी नहीं जाती
फिर वो पलट कर मेरी आंखों में देखकर फुसफुसाती हुई बोलीं एक बात और सुनो बिस्तर पर औरत पर रहम खाने वाले लोग मुझे पसन्द नहीं आते
यही वो जगह होती है जहां मर्द औरत को उसकी जगह दिखाता है एंड आई लव डर्टी टाक अच्छा मेरी रानी कह कर मैंने उन्हें नीचे किया और उनको कायदे से घोड़ी बनाया
मुंह नीचे चूतड़ ऊपर करके और दोनों चूतड़ पकड़ कर दे दनादन उनकी गांड में लंड पेलने लगा साथ ही मैं रह रह कर उनके चूतड़ों पर चपत मारता उनके बाल पकड़े खींचता
मैं बोल रहा था – देख भोसड़ी की देख गांड मरवा रही है अपने दामाद से तू कुतिया तेरी मां की चूत साली रंडी मादरचोदी तेरी बेटी चोद दी अब मां को भी चोद दिया
वो चूतड़ पीछे करके लगातार जवाब दे रही थीं मेरी मां भी चोद देगा हरामी तू गांड भी मारेगा न सासुचोद साले 15 मिनट तक मैंने उनकी गांड मारी फिर उनकी गांड में वीर्य छोड़ दिया
14 दिन सपना कवरन्टीन रही और 14 दिनों तक मैंने सासू मां की चुदाई का मजा लिया सपना के आने के बाद सासू मां अपने घर चली गई मेरी सास और मेरे यौन सम्बन्धों का सपना को कुछ पता नहीं चला था कैसी लगी आपको यह antarvasna saas sex stories जरूर बताना और hindi sex story पढ़ने के लिए आप इस punjabi sex story com पर आते रहे
New Hindi Sex Story :- मां की ट्रेन में चुदाई