New Maa Beta Sex Story 1
(अंधेरे में बेटे से चुद गई 1)
हैलो दोस्तों कैसे हो आज मैं आपको अपनी सच्ची maa beta sex story बताने जा रही हूं मेरा नाम शीतल है मेरे दो बच्चे हैं बड़ी बेटी का नाम निशा है और उसकी शादी हो चुकी है बेटे का नाम दीनू है वह भी B.A के फाइनल ईयर का स्टूडेंट है मेरे पति का अपना बिजनेस है हम एक उच्च मध्यम वर्गीय परिवार से ताल्लुक रखते हैं अच्छा घर बार है जिंदगी जीने की सभी सहूलतें हैं
किसी चीज की कोई कमी नहीं है punjabi sex story डॉट कॉम पर मैंने बहुत ही मां बेटे की सेक्स स्टोरी पढ़ी है आज मैं भी आपको अपनी maa beta sex story बताने जा रही हूं यह maa beta sex story बहुत लंबी है मैं आपको शुरू से आखरी तक maa beta sex story के बारे में बताऊंगी मैं उम्मीद करती हूं आप सब को यह मेरी maa beta sex story उत्तेजित कर देगी इस समय मेरी उम्र 43 साल की है
अभी पिछले साल ही मेरी बेटी की शादी हुई पिछले साल मेरी जिंदगी में एक ऐसा मोड़ आया जिसने मेरी पूरी जिंदगी बदल कर रख दी मुझे तो यह भी समझ नहीं आ रहा कि मैं इस अनोखे मोड़ को सुखदायक कहूं या दुख दायक उस घटना को बयान करने से पहले मैं उस घटना के असली कारण को बताना चाहती हूं जिसके कारण यह घटना घटी इस घटना का असली कारण था मेरे पति का हर दिन शराब पीना मेरे पति हर रोज शराब पीते हैं शादी के समय में वो ऐसे नहीं थे उस समय वह नौकरी करते थे जिंदगी सुखी थी
बच्चों के जन्म के बाद उन्होंने अपना बिजनेस शुरू किया शुरुआत में काम अत्यधिक होने के कारण बहुत दौड़ करनी पड़ती थी वो इतना थक जाते थे के कभी कभी थकान मिटाने के लिए एक दो पेग दारू के लगा लिया करते थे maa beta sex story
धीरे धीरे यह उनकी आदत बन गई पहले पहले मैं उनको उनकी इस आदत के लिए खूब कोसा करती थी मगर धीरे धीरे मैंने उनकी आदत को स्वीकार कर लिया इसके दो तीन कारण थे पहला कारण तो बता मैं खुद देख सकती थी कि वह दारू को अय्याशी के लिए नहीं बल्कि एक जरूरत के हिसाब से पीते थे दूसरा मुख्य कारण था कि वह दारू पीकर कभी भी हल्ला नहीं करते थे लड़ाई झगड़ा नहीं करते थे
पति काम से आते थे दारु पीते थे और उसके बाद सो जाते थे मगर सबसे बड़ा कारण यह था कि दारु पीने के बाद वो हर रोज मेरी खूब दम लगाकर चुदाई करते थे मेरी हर रोज भरपुर चुदाई होती थी अक्सर लोग कहते हैं कि जैसे जैसे आदमी की जवानी ढलती है दिन बीतते हैं वैसे वैसे सेक्स की चुदाई की इच्छा कम होने लगती है
यह बात मेरे पति के हिसाब से बिल्कुल ठीक थी धीरे धीरे उनकी चोदने की इच्छा कम हो रही थी लेकिन मेरे बारे में जो बिल्कुल उल्टी बात थी जैसे जैसे मेरी उम्र बढ़ रही थी मेरी चुदवाने की इच्छा और भी तेज बढ़ती जा रही थी
ऐसे में जब मेरे पति रात को दारू से टुन्न होकर दनादन मेरी चूत में लंड पेलते थे और मेरी खूब दमदार चुदाई करते थे तो मैं भला उनकी दारू को बुरा भला कैसे कह सकती थी बस उनके मुंह से आने वाली दुर्गन्ध अच्छी नहीं लगती थी maa beta sex story
लेकिन एक बार जब उनका लंड मेरी चूत के अंदर उत्पात मचाना शुरू करता था तो दुर्गन्ध भी खुशबू लगने लगती थी मैंने कभी यह नहीं सोचा था के उनकी दारू की लत्त जिसका मुझे भरपूर लाभ मिलता था आगे चलकर कभी मेरे लिए इतनी बड़ी मुश्किल बन्न सकती थी के मेरी पूरी जिंदगी ही बदल देगी
हुआ यूं के मेरी बेटी की शादी के समय मेरे जेठ जी भी अपने पूरे परिवार सहित आए हुए थे वो अमेरिका में रहते हैं उनका एक बेटा है जिसकी सगाई अमेरिका में हो चुकी थी मगर शादी दोनों परिवार भारत में ही करना चाहते थे
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इसीलिए जब वो निशा की शादी के लिए भारत आए तो उन्होने साथ में ही अपने बेटे की शादी करने का भी निर्णय कर लिया मेरी बेटी की शादी के ठीक एक महीने बाद उनके बेटे की शादी की तारिख निकली अब हम बंगलौर में रहते हैं जबके मेरे जेठ के लड़के के सुसराल वाले पुणे के हैं
क्योंकि हम लड़के वाले थे इस लिए हमें बारात लेकर पुणे जाना था मेरे जेठ जी ने पुणे का एक पूरा होटल बुक करवा लिया था शादी के दो दिन पहले हम होटल पहुंचे थे दोनों परिवार इतने रईस थे और शादी पर इतना खर्च हुआ के शादी की चकाचोंध देख कर सबी लोग हैरान हो उठे निशा को अपने पति के साथ अलग कमरा मिला था और मुझे अपने पति के साथ एक अलग कमरा जब के मेरे बेटे दीनू को दो और लड़को के साथ कमरा शेयर करना पड़ा था maa beta sex story
पहली रात तो सफर की थकान ने हमें इतना थका दिया था के उस रात मैं और मेरा पति घोड़े बेचकर सोते रहे मगर दूसरे दिन मेरा मन मचल रहा था पूरा दिन शादी की रंगीनियों में गुजरा था घर की सजावट से लेकर खाने पीने तक सभ कुछ इतना शानदार था के बस मन वाह वाह कर उठे
वैसे भी विदेश में वसने के कारन शादी का माहोल भी काफी खुलापन लिए था लडकियां ऐसे छोटे छोटे और टाइट कपड़े पहन कर घूम रही थी जैसे उन्होने कपड़े अपने अंगों को ढकने की बजाये उन्हें दिखाने के लिए पहने हुए थे मगर लडकियां तो लडकियां औरतें भी कम् नहीं लग रही थी
किसी की साड़ी का पल्लू पारदर्शी था और अंदर से पूरा ब्लाउज मोटे मोटे मम्मों के दर्शन करवा रहा था तो किसी का लहंगा इतना टाइट था के गांड का पूरा उभार खुल कर नज़र आता था कोई डीप गले का सूट पहन कर आधे मम्मे दिखाती घूम रही थी तो कई बिना ब्रा के इतना टाइट सूट पहन कर घूम रही थी के देखने वाले को पूरे मम्मों के दर्शन हो जाये निप्पल तक पूरे साफ साफ दिखाई दे रहे थे
मर्दो की खूब चांदी थी गानों पर नाचते हुए औरतों को खूब मसल रहे थे और गाने भी कैसे आग लगा रहे थे बहुत ही सेक्सी गाने चल रहे थे उफ्फ्फ ऐसा माहौल मैंने नहीं देखा था जिस तरह खुलेआम मरद औरतें एक दूसरे के साथ ठरक भोर रहे थे उनको देख कर मेरी ठरक भी कुछ जयादा ही बढ़ गया था maa beta sex story
मेरे निप्पल कड़े हो गए थे और चूत भी खूब रस बहा रही थी ऐसे में एक मनचले ने नाचते हुए बहाने से दो तीन बार मुझे रगड़ दिया उफफ हरामी ने चिंगारी को हवा देकर भड़का दिया था अब मेरा पूरा जिस्म वासना की भीषण अग्नि में जल रहा था वहां का माहोल गरम और गरम होता जा रहा था
हर कोई इशारों इशारों में बातें कर रहा था हर मरद औरत टंका फिट कर रहे थे आज कई औरतें पराये मर्दो के नीचे लेटने वाली थी कईयो की आज सील टूटने वाली थी आज रात चुदाई का खूब दौर चलने वाला था खुद मेरी बेटी मेरे सामने अपने पति से लिपटी हुई थी उसे तो लगता था मेरी मोजुदगी से कोई मतलब ही नहीं था
खैर उसका दोष भी क्या था नई नई शादी हुई थी चूत को लंड मिला था और जिस तरह से मेरा दामाद उसे खुद से चिपकाये हुए था जैसे वो बार बार उसके अंगो को सहला रहा था मसल रहा था लगता था मेरी बेटी की खूब दिल खोलकर चुदाई करता था इधर वो कम्बखत जिसने नाचने के दौरान कई बार मुझे मसला था मेरे आगे पीछे ही घूम रहा था कमीने ने बड़े जोर जोर से मम्मों को मसला था
निप्पल मैं अभी भी हलकी हलकी चीस उठ रही थी अभी भी मौका देखकर वो कई बार मेरे नितम्बो में उंगली घुसा चूका था मैंने उसे घूर कर देखा मगर हद दर्जे का ढीठ इंसान था वैसे भी जवान था कोई पैंतीस के करीब का होगा जिसम भी बालिश्ठ था ऐसे आदमी बहुत जोरदार चुदाई करते हैं वो जिस तरह से मुझे देख रहा था लगता था बस मौके की तलाश कर रहा था के कब् मुझे ठोकने का उसे मौका मिला maa beta sex story
वो मेरी और देखते हुए ऐसे होंठो पर जीभ फिरा रहा था और इस तरह पैंट के ऊपर से अपने लंड को मसल रहा था जेसे वहीं मुझे खड़े खड़े ही चोद देना चाहता हो पैंट का उभार देखकर लगता था खूब मोटा तगड़ा लंड था मेरी चूत पानी पानी हो चुकी थी पूरी देह कामाग्नि मैं जल रही थी अब तो मेरा दिल भी खुल कर चुदवाने के लिए मचल रहा था और मेरे सामने वो अजनबी पूरी तरह तयार था मेरी भरपूर चुदाई के लिए
एक तो पिछली रात को मेरी चुदाई नहीं हुई थी और ऊपर से आज के माहोल ने मुझे इतना गरम कर दिया था के एक बार तो मेरा दिल भी मचल उठा के आज पराये लंड से चुद जाऊं उफ्फ्फ काम मेरे सर चढ़कर बोल रहा था और मैं जिसने आज ताक अपने पति के सिवा किसी दूसरे लंड को छूआ तक नहीं था
आज पराये मरद के नीचे लेटने के लिए मचल रही थी दिल कर रहा था आज अपने जिसम को लूटा दूं उस अनजान आदमी से अपना कांड करवा दूं अपनी चूत के साथ साथ अपनी गांड भी उससे मरवाऊ और यकीनन ऐसा हो भी जाता अगर में वहां से चली ना आती
अगर कुछ देर और वहां रूकती तोह जरूर उससे ठुकवा बैठती मैं कमरे में आते ही नहाने चली गई ठन्डे पानी ने आग को और भड़का दिया चूत लंड के लिए रो रही थी मेरे मम्मों में कसाव भर गया था निप्पल इतने अकड़े हुए थे के जोर जोर से मसल कर ही उनको ढीला किया जा सकता था maa beta sex story
मेरा दिल तो जरूर था उंगली से खुद को शांत करने का मगर मैंने अपने पति का इंतज़ार करना ही बेहतर समझा आग तो आज उसके दिल में भी बराबर लगी होगी कल रात उसके लंड को भी चूत नसीब नहीं हुई थी और वेसे भी वो आज खूब पिए हुए था
आज तो जरूर पति मेरी चूत की ऐसी तैसी कर देने वाले थे उन्हें भी मेरी चूत मारे बिना नींद कहां आती थी जरूर आने ही वाले थे मगर इंतज़ार एक पल का भी नहीं हो रहा था मैंने बदन पोंछा और कमरे की बत्ती बंद करके पूरी नंगी ही बेड पर लेट गई
मुझे नहाये हुए 10 मिनट ही गुजरे होंगे के अचानक से कमरे का दरवाजा खुला और पति अंदर आए मैंने झट से अपने ऊपर चादर खींच ली के कहीं उनके साथ कोई हो ना मगर वो अकेले थे उन्होने दरवाजा खोला और अंदर कदम रखते ही वो गिर पड़े लगता था दारू कुछ जयादा ही चढ़ा ली थी
मैंने कुछ पल इंतज़ार किया के वो उठकर बेड की तरफ आ जाए मगर जिस तरह उन्होने पी रखी थी उससे तो उनका बेड ढूंढ पाना भी मुश्किल ही था मुझे ही हिम्मत करनी थी मैं चादर हटाकर बेड से नीचे उतरी दरवाजा हल्का सा खुला था इसलिए मैंने बत्ती नहीं जलायी पूरी नंगी दरवाजे के पास गई maa beta sex story
दरवाजा बंद करके मैंने पति को सहारा दिया और वो खांसता हुआ उठ खड़ा हुआ उससे शराब की तेज गंध आ रही थी मुझे शक हो रहा था के वो इतने नशे में मुझे चोद भी पायेगा के नहीं में किसी तरह पति को बेड तक लेकर गई और वो उस पर गिर पड़ा मैंने जल्दी से उसके बदन पर हाथ घुमाया तोह मेरा दिल खुशी से झूम उठा उसका लंड पत्थर की तरह कठोर था
मैंने उसे हाथ में पकड़ कर मसला तो उसने तेज जोरदार झटका खाया उफ्फ्फ आज तो उसका लंड कुछ जयादा ही तगड़ा जान पढता था एकदम कड़क था बल्कि मेरे मसलने से और भी कड़ा होता जा रहा था अब मुझे परवाह नहीं थी अगर पति कुछ नहीं भी करते तो में खुद लंड पर बैठकर दिल खोलकर चुदवाने वाली थी
मैंने पैंट को खोला और खींच कर टांगो से निकल दी फिर मैंने जांघिये को इलास्टिक से पकड़ खींचते हुए पैरों से निकाल कर नीचे फेंक दिया मैं बेड के किनारे बैठ लंड को हाथ में लेकर मसलने लगी
उफ्फ्फ्फ्फ कहां थे जी आप अब तक यहां मेरी चूत जल रही है और आपको शराब के बिना कुछ नजर ही नहीं आता कल रात भी आपने मुझे नहीं चोदा वैसे आपको तो शायद याद ना हो मगर इस पूरे साल में कल पहली रात थी जब अपने मेरी चूत नहीं मारी थी पति की तेज़ तेज़ भरी सांसे गूंज रही थी वो जाग रहे थे मगर कुछ बोल नहीं रहे थे जा शायद जयादा शराब पिने के कारन बोलने लायक नहीं रहे थे maa beta sex story
थोड़ी कम पी लेते मैं पति के टट्टो को हाथों मैं भर सहलाती बोली मैंने थोडा सा दवाब बढ़ाया तो उनके मुंह से तेज़ सिसकी निकली वो जाग रहे थे अब कोई शक नहीं था मैंने अपना मुंह झुक्या और सुपाड़े को अपने होंठो में भर लिया जैसे ही मेरी जिव्हा लंड की मुलायम त्वचा से टकराई पति के मुंह से आह्ह्ह्ह की जोरदार सिसकारी निकली
में मन ही मन मुस्करा उठी लंड को होंठो में दबा में सुपाड़े को चाटती उसे चूसने लगी एक हाथ से टट्टे सहलाती मैं मुख को धीरे धीरे ऊपर नीचे करने लगी लंड और अधिक फूलता जा रहा था मुझे हैरानी होने लगी थी मगर हैरानी से ज्यादा खुशी हो रही थी मेरा मुख और भी तेज़ी से ऊपर नीचे होने लगा तभी पति ने मेरे सर को पकड़ लिया और अपना पूरा लंड मेरे मुंह में घुसाने लगे
मैंने उनके पेट पर हाथ रखकर उन्हें ऐसा करने से रोका पहले मैं उनका पूरा लंड मुंह में ले लेती थी मगर आज जिस प्रकार उनका लंड फूला हुआ था मैं चाह कर भी उनका पूरा लंड मुंह में नहीं ले सकती थी वैसे भी उस समय मैं लंड मुंह में नहीं अपनी चूत में चाहती थी
मैंने लंड से अपना मुख हटाया और पति की टांगे उठाकर बेड के ऊपर कर दी फिर मैं फ़ौरन बेड के ऊपर चढ़ गई एक हाथ से लंड पकडे मैं पति के ऊपर सवार हो गई उनकी छाती पर एक हाथ रखकर मैं ऊपर को उठी जबके दूसरे हाथ से उनका लंड थामे रखा जहां अंधेरे में मैंने अपनी कमर हिलाकर अंदाज़े से लंड के निशाने पर रखी और फिर धीरे धीरे कमर नीचे लाने लगी maa beta sex story
लंड मेरे दोनों नितम्बो के बिच घुसता हुआ आगे मेरी चूत की और सरकने लगा जैसे ही लंड का सुपाड़ा मेरी भीगी चूत के होंठो से टकराया हम दोनों के मुख से आह निकल गई आज हम दोनों कुछ जयादा ही उत्तेजित थे पति का लंड तो कुछ जयादा ही मचल रहा था
उफ्फफ्फफ देखिये ना आपका लंड कितनी बदमाशी कर रहा है एक दिन चूत नहीं मिली तो कैसे अकड़ कर उछल कूद मचा रहा है अभी इसको मज़ा चखाती हूं मैं लंड को हाथ में दबाये मैंउस पर चूत का दबाव देने लगी मेरी चूत के होंठ खुले और सुपाड़ा धीरे धीरे अंदर सरकने लगा उफ्फफ सुपाड़ा अंदर घुसते घुसते मुझे पसीना आने लगा
लंड इतना फूला हुआ था के मेरी चूत को बुरी तरह से फैला रहा था मैंने अपने सूखे होंठो पर जीभ फिराई और फिर से दबाव बढ़ाना शुरु किया मेरी रस से सरोबर चूत में पल पल लंड अंदर धंसता जा रहा था मुझे हलकी हलकी पीड़ा के साथ अत्यधिक चुभन महसूस हो रही थी जिसने मुझे असमंजस में डाल दिया था maa beta sex story
मगर मैं कामवासना की चरम सीमा पर थी और उस समय सिर्फ और सिर्फ चुदवाने के बारे में ही सोच रही थी आज तक सिर्फ और सिर्फ मेरे पति ने ही मुझे चोदा है एक इकलौता लंड मेरी चूत में हजारों हजारों दफा गया है इसलिए मुझे अच्छा खासा एहसास है के वो चूत के अंदर किस सीमा तक घुसता है और आज जब वो लंड उस सीमा से काफी आगे पहुंच चूका था तो मुझे हैरत होने लगी
बाकी कहानी अगले भाग में