Antarvasna Story Hindi Me
(मेरी चूत का भोसड़ा बना दिया)
हैलो दोस्तों मेरा नाम रीमा है और में हरियाणा की रहने वाली हूं दोस्तों में सेक्स की बहुत भूखी हूं लेकिन एक रंडी नहीं और मेरी यह आज की कहानी मेरी पराए मर्द से पहली चुदाई की एक घटना है antarvasna story hindi me
दोस्तों मैं अब 43 साल की हूं और सुरेश जीजा जी 57 साल के है और मेरे फिगर का साईज 44-40-48 है मेरी लम्बाई 5 फीट 7 इंच है और सुरेश 6 फीट 1 इंच लंबे चौड़ी छाती और थोड़ी मोटे है लेकिन बहुत अच्छे स्वभाव के है
दोस्तों अब मैं आप सभी को मेरा पहला सेक्स अनुभव बताती हूं यह मेरा सेक्स सुरेश से कैसे शुरू हुआ दोस्तों बात 1996 की है तब मैं 25 साल की थी उन दिनों मेरे पति भी आर्मी में थे तभी उनको कुछ बीमारी लग गई और वो बहुत ज्यादा बीमार हो गए और तब ज्यादा मोबाइल नहीं होते थे तभी मुझे टेलिग्राम से यह मैसेज मिला और में बहुत घबरा गई और मेरी समझ में कुछ नहीं आ रहा था
मैं बस रो रही थी और सोच रही थी कि कैसे अपने पति के पास उनसे मिलने जाऊं क्योंकि सफर बहुत लंबा था और अंजान था उसी टाईम मेरे घर पर अपनी पत्नी के साथ सुरेश मतलब मेरे जीजा जी आ गए मुझसे मिलने यानी मेरी मुंह बोली बहन के साथ तो मुझे रोते देखकर उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या बात है तुम रो क्यों रही हो तो मैंने उनको सब बता दिया antarvasna story hindi me
उस समय सुरेश भी आर्मी में थे और वो मुझसे बोले कि इसमें रोने की क्या बात है अगर तुम्हे उससे मिलना है तो चल में तुम्हे वहां पर लेकर चलता हूं फिर दीदी ने ही मुझे कुछ हिम्मत दी और उन्होंने मेरे घर पर बात करके मेरे भाई को बुला लिया और मेरे भाई ने मेरे साथ जाने के बजाए सुरेश को मेरे साथ ले जाने के लिए बोला और मेरे दोनों बच्चों को वो अपने साथ गांव ले गया
फिर उसी रात को सुरेश मेरे पास रहे और सुबह हम लोग एक प्राइवेट बस से दिल्ली आ गए और फिर वहां हमने ट्रेन में फर्स्ट क्लास में सीट बुक करवा ली और रात को दस बजे हमारी ट्रेन चली और टिकिट चैक होने के बाद सुरेश ने दरवाजा बंद करके मुझे ऊपर सुला दिया और खुद नीचे सो गए और बस यही सफर मेरे लिए पहला पराए मर्द से सेक्स की वजह बन गया
रात को मुझे नींद नहीं आ रही थी और सुरेश सो गए थे शायद वो सोने का नाटक कर रहे थे तभी में बाथरूम जाने के लिए नीचे उतरी तो मैंने देख कि सुरेश का लंड एकदम तना हुआ है और खंबे की तरह खड़ा है मैं उनका लंड देखकर एकदम हैरान हो गई और मन ही मन सोचने लगी कि इतना बड़ा लंड आदमी का कैसे हो सकता है antarvasna story hindi me
मैंने बहुत बार चाहा लेकिन मेरी नज़र सुरेश के लंड पर से हट ही नहीं रही थी उनके लंड को बेड शीट के नीचे से देखकर ही मेरी चूत गीली हो रही थी लेकिन अब तक मैं किसी पराए मर्द से चुदी नहीं थी तो इस लिए मैं आगे नहीं बड़ पा रही थी और फिर जैसे तैसे करके मैं बाथरूम में चली गई और जब में वहां से वापस आई तो
मैंने देखा कि उनका लंड अब भी वैसे ही तना हुआ है और अब में बहुत डरते डरते हुए उनकी सीट पर बैठ गई और बहुत हिम्मत करके उनकी आंखों में आंखे डालकर देखने लगी कि तभी वो मुझसे बोले सुरेश क्यों रीमा नींद नहीं आ रही क्या वो मेरे उनके पास बैठते ही बोले मैं जी हां मुझे नींद नहीं आ रही थोड़ा डर लग रहा है लेकिन दोस्तों पता नहीं उनकी क्या हालत होगी
फिर सुरेश मेरा हाथ पकड़ते हुए बोले कि डर लग रहा है तो एक काम करो थोड़ा पानी पी लो मैंने थोड़ा पानी पिया और उसी बीच मैंने महसूस किया कि वो मुझसे थोड़ा और सटकर बैठ गए और फिर हम कुछ इधर उधर की बातें करने लगे दोस्तों तब मैंने महसूस किया कि सुरेश ने अपना लंड मेरी गांड से बिल्कुल सटा रखा था और मुझे अच्छा भी लग रहा था लेकिन मैं उनसे कुछ कह नहीं पा रही थी antarvasna story hindi me
तभी इतने में एक स्टेशन आ गया वहां पर सुरेश ने दो कप चाय ली और फिर हमने चाय पी और उस समय रात के करीब 2 बज रहे थे फिर चाय पीने के बाद सुरेश ने मुझसे कसम देकर पूछा कि रीमा क्या तू मुझे एक बात सच सच बताएगी
मैं हां अगर मुझे पता है तो मैं आपको जरुर बताउंगी सुरेश तू अभी कुछ देर पहले क्या देख रही थी क्यों तुझे अच्छा लगा क्या सच बोलना प्लीज़ अगर तुझे अच्छा लगा तो मैं तुझे और भी मज़ा दूंगा और अगर नहीं लगा तो मैं कुछ नहीं कहूंगा
दोस्तों यह बात कहकर सुरेश ने मेरा एक हाथ अपने हाथों में लेकर जोर से दबा दिया और थोड़ा मुस्कुराते हुए मेरी तरफ देखने लगे फिर जैसे तैसे करके मैंने कहा कि हां मुझे अच्छा लगा तो बस फिर क्या था सुरेश मेरे ऊपर लटू हो गए और अब उन्होंने मुझे अपनी गोदी में कैद कर लिया antarvasna story hindi me
फिर मैं एकदम से उनके ऐसा करने से बहुत हैरान हो गई क्योंकि वो मुझे अपनी छाती पर जोर से दबाने लगे और जिसकी वजह से मेरी छाती उनकी छाती से दब रही थी और मुझमें एक अजीब सा अहसास ला रही थी
मेरे बदन पर उनकी पकड़ बहुत मजबूत थी और अब सुरेश मेरे बूब्स को दबाने लगे और मेरी चूत को मसलने लगे और मेरे कपड़े उतारने लगे फिर वो खुद भी नंगे हो गए और अब उनका लंबा मोटा तना हुआ लंड मेरी आंखों के सामने उछल रहा था फिर उन्होंने मुझे अपनी बाहों में लेकर अब सीट पर लेटा दिया और फिर मेरी चूत को चाटने लगे
दोस्तों वैसे तो मेरे पति ने भी मेरी चूत बहुत बार चाटी थी लेकिन आज मुझे चूत चटवाने का असली मजा सुरेश से आया मैंने उनके कुछ देर चाटने के बाद पानी छोड़ दिया और तब सुरेश ने मुझसे अपना लंड चुसवाया और मैं उनके लंड का टोपा अंदर बाहर करके उनका लंड चूस रही थी antarvasna story hindi me
मुझे उनका लंड पूरा मुंह में लेने में दिक्कत हो रही थी क्योंकि उनका लंड बहुत मोटा था वो बहुत मुश्किल से मेरे मुंह के अंदर जा रहा था लेकिन उतनी ही आसानी से मेरे हलक में पहुंच रहा था और ज्यादा लंबा होने की वजह से मुझे सांस लेने में दिक्कत हो रही थी और मेरी आंखों से आंसू बाहर आने लगे थे
फिर करीब कोई दो पांच मिनट लंड को चूसने के बाद सुरेश ने मुझको खिड़की के सहारे घोड़ी बना दिया और अब एक बार मेरी चूत चाटकर एक ही जोर के धक्के में अपना पूरा का पूरा लंड मेरी चूत में डाल दिया और अब मैं दर्द होने की वजह से बहुत जोर से चीखने चिल्लाने लगी थी और अपनी चूत को आगे की तरफ करके लंड को बाहर निकालने की नाकाम कोशिश करने लगी
सुरेश की मजबूत पकड़ और मेरी चूत में फंसे हुए लंड से मैं थोड़ा भी आगे नहीं बढ़ सकी और अब वो मोटा और सख्त लंड मेरी चूत में लगातार आगे पीछे होने लगा था लेकिन अब जल्दी ही मुझे भी बहुत मज़ा आने लगा और मैं सिसकियां लेने लगी उफफफ अहाहहह हां और जोर से चोदो जीजू ऊईईईईईई मां मेरी चूत को और जोर से मारो आहहह सुरेश मैं गई antarvasna story hindi me
फिर कुछ देर की चुदाई के बाद सुरेश ने मेरी चूत में अपना वीर्य डाल दिया और फिर वो कुछ देर वैसे ही मेरी चूत में अपना लंड रखकर रुक गया और उसके कुछ देर बाद सुरेश ने मेरी चूत से अपना लंड बाहर निकाला और मेरी चूत को साफ किया और अपना लंड भी साफ किया फिर हम दोनों एक ही सीट पर पूरे नंगे बैठकर एक दूसरे की बाहों में आकर प्यार करने लगे और चूमने चाटने लगे
फिर उस पूरी रात को दूसरी सुबह तक हमने करीब तीन बार जमकर सेक्स किया मुझे उसकी चुदाई में बहुत मज़ा आया और फिर में अपने कपड़े पहनकर बहुत थककर गहरी नींद में सो गई लेकिन सुरेश नहीं सोए और दोपहर को जब मैं नींद से उठी तो मैंने देखा कि ट्रेन एक स्टेशन पर खड़ी हुई थी और सुरेश ने खाना मंगवाया और खाना खाकर हम दोनों फिर से सो गए
उस रात को फिर से एक बार मेरी उस ट्रेन में बहुत जमकर चुदाई हुई और इस तरह से मैं सुरेश से चुदते हुए अपने पति के पास पहुंच गई और वहां से वापसी में भी हमने दो बार बहुत मस्त चुदाई की और उसके बाद जब तक मेरे पति जॉब पर रहे मैं कभी उनके साथ नहीं गई मैं बस छुट्टियों में ही उनसे चुदवाती और बच्चों की पढ़ाई का बहाना करके मैं उनकी गैरमोजूदगी में सुरेश से बहुत मस्त चुदवाती रही antarvasna story hindi me
बहुत बार सुरेश ने मुझे अपने फार्म हाउस में भी अपने साथ ले जाकर वहां पर चोदा है और मैंने उसकी चुदाई के बहुत मज़े लिए और हर कभी कोई अच्छा मौका देखकर उससे चुदवाती रही और एक बार बरसात में भीगते हुए भी सुरेश से मेरी चुदाई हुई उसने मेरी चूत को अब चोद चोदकर पूरी तरह से भोसड़ा बना दिया