Desi Chudai Kahani 2
(शादी के बाद भी कुंवारी – 2)
नहीं साहब यहां कैसे चूमेंगे? तुम्हारे इन चूतड़ों पर? मैंने उसके गांड पर हाथ रख कर पूछा नहीं डाक्टर साहब आप कैसी बातें कर रहे हैं अब उसकी आवाज में एक नशा एक मादकता सी आ गई थी desi chudai kahani
एक गर्म युवती किसी से चुदने के लिए तैयार थी वो कहां कहां छूता है तुम्हें? जी यहां पर उसने अपने चूची की तरफ इशारा किया जो इस गर्म होते माहौल की खुशबू से काफी बढ़ी हो गईथी और लगता था कि जल्दी उनको बाहर नहीं निकाला तो ब्लाउज फट जाएगा उसने कोई ब्रा भी नहीं पहनी थी
मैं बिस्तर पर चढ़ गया मैंने दोनों हथेलियां उसके दोनों मम्मों पर रखी और उन्हें कामुक अंदाज में मसलना शुरू किया वो तड़पने लगी डाक्टररर स्साहहाब क्या कर रहे हैं आप? यह कैसा इलाज आप कर रहे हैं? कैसा लग रहा है रानी?
मुझे अच्छी तरह से देखना होगा कि सुरेश ठीक करता है या नहीं वह कहता है तुम हाथ लगाते ही ऐसे चीखने लग जाती हो बहुत अच्छा लग रहा है साहब पर आप से यह सब करवाना क्या अच्छी बात है? मैंने रानी की बातों पर कोई ध्यान नहीं दिया और उसकी मस्त चूचियां दबानी जारी रखी desi chudai kahani
हां आपका इनको हल्के हल्के दबाना बहुत अच्छा लग रहा है क्या सुरेश भी ऐसे ही मसलता है तेरे इन खूबसूरत स्तनों को? नहीं साहब आपके हाथों में मर्दानी पकड़ है मैंने उसे कमर से पकड़ कर उठा लिया बूब्स के भार से अचानक उसका ब्लाउज फट गया और वो कसे कसे दूध बाहर को उछाल कर आ गए
वाह क्या खूबसूरत कामुक अप्सरा बैठी थी मेरे सामने एकदम नग्न 32-22-34 एकदम दूध की तरह गोरी बला की कमसिन मुझसे रुकना मुश्किल हो रहा था अब मैंने उसके मुख को पकड़ उसके होंठों को चूसना शुरू कर दिया इससे पहले वो कुछ समझ पाती उसके होंठ मेरे होंठो के जकड़ में थे
मेरे एक हाथ ने उसके पूरे बदन को मेरे शरीर से लिपटा लिया था और दूसरे हाथ से जबरदस्ती उसकी जांघों के बीच से जगह बना कर उसके गुप्तांग में उंगली डाल दी उसकी क्लिटोरिस पर मैंने जबरदस्त मसाज की उसके पुट्ठे उठने लगे थे वो मतवाली हो उठी थी desi chudai kahani
मैंने उसके होंठों को चूमा कभी सुरेश ने इस तरह किया तेरे साथ? सच कहना रानी? नहीं डाक्टर साहब वे तो सीधे ऊपर चढ़ जाते हैं और थोड़ी देर हिल के सुस्त पड़ जाते हैं यही तो मुझे देखना है रानी सुरेश कह रहा था कि तुम चिल्लाने लग जाती हो?
वो तो मेरी प्यास अधूरी रह जाने के कारण होता था बहुत अच्छा पर अब जांच पड़ताल ख़त्म हो गई क्या डाक्टर साहब? आप और क्या क्या करेंगे मेरे साथ? अब मैं वही करूंगा जो एक जवान शक्तिशाली मर्द को एक सुन्दर कामुक खूबसूरत बदन वाली जवान युवती जो बिस्तर पर नंगी पड़ी हो के साथ करना चाहिए
तेरा बदन वैसे भी एक साल से तड़प रहा है तेरा कौमार्य टूटने के लिए बेताब है और आज यह मर्दाना काम मेरा काम अंग करेगा रात भर इस बिस्तर पर मेरी उंगली जो अभी भी उसकी चूत में थी ने अचानक एक लसलसा सा महसूस किया यह उसका योनि रस था जो योनि को संभोग के लिए तैयार होने में मदद करता है desi chudai kahani
मेरी उंगली पूरी भीग गई थी और रस चूत के बाहर बहकर जांघों को भी भिगो रहा था मेरी बात सुनकर उसके बदन में एक तड़प सी हुई चूतड़ ऊपर को उठे और उसके मुंह से एक सिसकी भरी चीख निकल पड़ी बाद में थोड़ा शांत होकर रानी बोली
डाक्टर साहब पर इससे मैं रुसवा हो जाऊंगी मेरा मर्द मुझे घर से निकल देगा यदि उसे पता चला कि मैं आप के साथ सोई थी आप मुझे जाने दीजिए मुझे माफ कीजिये तू मुझे मर्द समझती है तो मुझ पर भरोसा रख मैं आज तुझे भरपूर जवानी का सुख ही नहीं दूंगा बल्कि तुझे हर मुसीबत से बचाऊंगा
तेरा मर्द तुझे और भी खुशी खुशी रखेगा वो कैसे डाक्टर साहब? क्योंकि आज के बाद जब वो तुझ पर चढ़ेगा वो तेरे साथ संभोग कर सकेगा जो काम वो आज तक नहीं कर पाया तुम दोनों की शादी के बाद अब कर सकेगा और तब तू उसके बच्चे की मां भी बन जाएगी पर कैसे डाक्टर साहब कैसे होगा यह चमत्कार साहब? desi chudai kahani
मेरी प्यारी रानी मैंने उसकी फटी चोली अलग करते हुए और उसके बूब्स को मसलना शुरू करते हुए कहा तेरी योनि का द्वार बंद है उसे आज में अपने प्रचंड भीषण लंड से खोल दूंगा ताकि तेरा पति फिर अपना लंड उसमें घुसा सके और अपना वीर्य उसमें डाल सके जिससे तू मां बन सकेगी
मेरे मसलने से उसके बूब्स बड़े बड़े होने लगे थे और कठोर भी उफफ क्या लगती थी वो अपनी पूरी नग्नता में उन सॉलिड बूब्स पर वो गोल छोटी चूचियां भी बहुत बेचैन कर रही थी मुझे उसका पूरा बदन अब बुरी तरह तड़प रहा था नशीले बदन पर पसीने की हल्की छोटी बूंदें भी उभर आई थी
मेरा लंड बहुत ही तूफानी हो रहा था और अब उसके आजाद होने का वक़्त आ गया था डाक्टर साहब मुझे बहुत डर लग रहा है मेरी इज्जत से मत खेलिए ना जाने दीजिए मेरा बदन उईइ मां मुझ पर यकीन करो रानी यह एक मर्द का वादा है तुझसे मैं सब देख लूंगा desi chudai kahani
तेरा बदन तड़प रहा है रानी एक मर्द के लिए तेरी चूत का बहता पानी तेरे कसते हुए बूब्स साफ कह रहे हैं कि अब तुझे संभोग चाहिए हां रानी मेरी रानी बोल? मैं मां बनूंगी ना? हां मेरा मर्द मुझे अपने साथ रख लेगा ना मुझे मारेगा तो नहीं ना हां रानी तू बिल्कुल चिंता ना कर तो साहब फिर अपनी फीस ले लो
आज रात मेरी जवानी आपकी है ओह मेरी रानी आ जा और हम दोनों फिर लिपट गए मेरा लंड विशाल हो उठा डाक्टर साहब बहुत प्यासी हूं आज तक किसी मर्द ने नहीं सींचा मुझे मेरे तन बदन की आग बुझा दो साहब
तो फिर आ मेरी जांघों पर रख दे अपने चूतड़ और लिपट जा मेरे बदन से थोड़ी देर बाद मेरे हाथ मेरी कमीज के बटनों से खेल रहे थे कमीज उतरी फिर मेरी पैंट रानी की नज़र मेरे बदन को घूर रही थी मेरा अंडरवियर इससे पहले फट जाता मैंने उसे उतार डाला desi chudai kahani
फिर जैसे ही मैं सीधा हुआ मेरे लंड ने अपनी पूरी खूबसूरती से अपने शिकार को पूरा तनकर उठकर सलाम किया अपने पूरी लंबाई और बड़े टमाटर जीतने लाल सुपारे के साथ रानी बड़े ज़ोर से चीखी और बिस्तर से उठकर नंगी ही दरवाज़े की तरफ भागी क्या हुआ रानी?
मैं घबरा गया मैं तना हुआ लंड लेकर उसकी तरफ दौड़ा नहीं मुझे कुछ भी नहीं करवाना नहीईए मुझ मुझे जाअ जाने दो रानी फिर चीखी क्या हुआ रानी? लेकिन मैं उसकी तरफ बढ़ता ही रहा साहब आपका यह लंड यह लंड तो बहुत बड़ा और मोटा है बाप रे यह तो गधे के जैसा है नहीं यह तो मुझे चीर देगा
आओ रानी घबराओ मत असली मोटे और मजबूत लंड ही योनि को चीर पाते हैं गौर से देखो इसे छूकर देखो इसे प्यार करो और फिर देखो यह तुम्हें कितना पागल कर देगा डाक्टर साहब है तो बड़ा ही प्यारा और बेहद सुंदर मुस्टंडा सा मेरा तो देखते ही इसे चूमने का मन कर रहा है उफफफ कितना बड़ा है desi chudai kahani
पर साहब यह मेरी चूत में कैसे घुस पाएगा इतना मोटा? मैं तो मर जाऊंगी सुरेश का लंड तो इसके सामने बहुत छोटा है जब वो ही नहीं जाता तो ये कैसे? यही तो मर्द की संभोग कला कौशल होता है मेरी रानी चूत खोलना और उसे ढंग से चोदना हर मर्द के बस की बात नहीं
वो भी तेरी चूत जैसी कुंवारी तू डर मत शुरू में थोड़ा सह लेना बस फिर देखना तू चुदवाते चुदवाते थक जाएगी पर तेरा मन नहीं भरेगा चल अब आ जा मेरी जान अब और सहा नहीं जा रहा मेरे लंड से खेलो मेरी रानी कह कर मैंने उसे उठा लिया बांहों में और बिस्तर पर लिटा दिया
उसकी चूत ही नहीं बल्कि घुटनों तक जांघें भी भीग चुकी थी बूब्स एकदम सॉलिड और बड़े बड़े हो गए थे सांस के साथ ऊपर नीचे हो रहे थे सांस जोर जोर से चल रही थी मैं बिस्तर पर चढ़ा और उसके सीने पर बैठ गया उसके उठे बूब्स के बीच में मैंने अपने लंबे खड़े लंड को बिठा दिया और दोनों बूब्स हथेली से दबा दिए desi chudai kahani
मेरा लंड बूब्स के बीच में फंस गया उंगलियों से बूब्स के निप्पल रगड़ते हुए में बूब्स को मसलने लगा और लंड से उसके संकरे क्लीवेज को फक करने लगा ऊपरी भाग में लंड का लाल सुपारा नंगा होकर उसके होंठों से छुआ करता और निचली भाग में नाभि की छुवन उत्तेजना में आकर
रानी ने जैसे ही चिल्लाने के लिए लब खोले ही थे कि मेरे लंड का सुपारा उसमें जाकर अटक गया और वो गों गो गू गूओ की आवाज करने लगी मैंने और जोर लगाया ऊपर को तो लगभग आगे से 2-3 इंच लंड उसके मुंह में घुस गया थोड़ी देर की कशमकश के बाद मोशन में सेट हो गया और मैं स्वर्ग में था
लंड ने स्पीड पकड़ ली थी रानी का मुंह भी मेरे सुपारे को मस्त चूस रहां था सुपारा अंदर तक जाकर उसके गले तक हिट कर रहा था कामुकता से रानी के स्तन और भी बड़े विशाल हो गए थे अब मैं हल्का सा उठ कर आगे को सरका और रानी के बूब्स पर बैठ गया और मैंने जितना संभव था लंड उसके मुंह में घुसा दिया मेरी जांघों के बीच कसा उसका पूरा बदन मोशन में बिना पानी की मछली की तरह तड़प रहा था desi chudai kahani
थोड़ी देर के बाद मैंने लंड को निकाला और अब रानी ने मेरे दोनों टट्टों को चाटना शुरू किया बीच में वो मेरे लंबे लंड पर अपनी जीभ फिराती तो कभी सुपारे को चाट लेती थोड़ी देर के बाद मैंने 69 की पोजीशन ले ली तो उसे मेरे काम अंगों और आस पास तक पूरी पहुंच मिल गई
अब वो मेरे चूतड़ भी चाटने लगी मैंने भी गांड का छेद उसके मुंह पर रख दिया उसने बड़े प्यार से मेरे चूतड़ को हाथों में लिया और मेरी गांड के छेद पर जीभ से चाटा इस बीच मैंने भी उसकी चूत को अपनी जीभ से चाटा और चोदा
पर वाकयी उसकी चूत बड़ी कसी थी जीभ तक भी नहीं घुस पा रही थी उसमें एक बार तो मुझे भी लगा कि कहीं वो मर ना जाए मेरा लंड घुसवाते समय फिर मैंने उसे पलट कर के उसके बड़े बड़े गोल गोल चूतड़ भी चूसे और चाटे अब रानी बड़े ज़ोर ज़ोर से सिसकारी भर रही थी और बीच बीच में चिल्ला भी उठती थी desi chudai kahani
वो मेरे लंड को दोनों हाथों से पकड़े हुए थी और अब काफी जोर जोर से चिल्लाने लगी थी डाक्टर साहब चोद दो मुझे चढ़ जाओ मेरे ऊपर घुसा दो डाक्टर साहब दया करो मेरे ऊपर नहीं तो मैं मर जाऊंगी
चाहे मैं मर ही जाऊं पर अपना ये मोटा सा लोहे का डंडा मेरे अंदर डाल दो देखो साहब मेरी कैसी लाल हो गई है गर्म होकर इसकी आग ठंडी कर दो साहब अपने हथौड़े से वाह क्या मर्दाना मस्त लंड है डाक्टर साहब आपका कोई भी लड़की देखते ही मतवाली हो जाए और अपने कपड़े खोलकर आपके बिस्तर पर लेट जाए
आओ साहब आ जाओ घुसा दो उफफ मेरा लंड भी अब कामुकता की सारी हदें पर कर चुका था मैं उसकी टांगों के बीच में बैठा और उसकी टांगों को हवा में भी शेप की तरह पूरी खोल कर उठाया और फिर उसकी कमर पकड़ उसकी चूत पर अपने लौड़े को रखा और आहिस्ता से पर जरा कस कर दबाया desi chudai kahani
रानी की कुंवारी चूत इतनी चिकनी थी कि लंड का सुपारा तो घुस ही गया और साथ ही गोटी की चीख निकली आह मररर मर गई डाक्टर साहब घबराओ नहीं मेरी जान और मैंने लंड को हाथ से पकड़ थोड़ा और घुसाया वो मुझे धक्का देने लगी वो चिल्ला भी रही थी दर्द के मारे
तब मैं उसे जबरदस्ती नीचे पटक कर उस पर लेट गया अपनी छाती से उसके बूब्स को मसलते मसलते आधे घुसे लंड को एक जबरदस्त शॉट मारा वो इतनी जोर से चीखी जैसे किसी ने मार ही डाला हो उसका शरीर भी तड़प उठा और उसने मुझे कस कर जकड़ भी लिया था
मेरे लंड का करीब 6 इंच अंदर घुसा हुआ था और शायद उसकी कौमार्य की झिल्ली जो तनी हुई थी और अभी फटनी बाकी थी थोड़ी देर बाद जब वो शांत सी हुई तो बोली डाक्टर साहब मुझे छोड़ दो मैं नहीं सह पाऊंगी आपका लंड मैंने उसके होंठों पर अपने होंठ रखे और एक जबरदस्त चुम्बन दिया desi chudai kahani
जिसमें उसके कठोर बूब्स बुरी तरह कुचल गए थे उसकी लंबी बांहों ने एक बार फिर मुझे लपेट लिया और उसकी टांग भी मेरी टांगों से लिपट रही थी जैसे ठीक से चुदने के लिए पोजीशन ले रही हो थोड़ी देर में जब मुझे लगा कि वो दर्द भूल गई है
तो अचानक मैंने लंड को थोड़ा सा बाहर निकालते हुए एक भरपूर शॉट मारा लंड का यह प्रहार इतना शक्तिशाली था कि वो पस्त हो गई एक और चीख के साथ एक हल्की सी आवाज के साथ उसका कौमार्य आज फट गया था
शादी के एक साल बाद वो भी एक दूसरे मर्द से और इस प्रहार से उसका ओर्गास्म भी हो गया उसकी चूत से रस धार बह निकली और बूरी तरह हांफ रही थी अब रानी की चूत पूरी लसीली थी और मैं अभी तक नहीं झड़ा था मैंने ज़ोरदार धक्कों के साथ उसे चोदना शुरू किया desi chudai kahani
उसकी टाइट चूत की दीवारों से रगड़ खा के मेरा लंड छिल जा रहा था लेकिन मैं रुका नहीं और उसे बूरी तरह चोदता रहा फिर मैंने लंड उसकी चूत से खींच लिया और लंड एक आवाज के साथ बाहर आ गया सोडा वाटर की बोतल खोली हो मैंने उसे डॉगी स्टाइल में कर दिया और पीछे से लंड उसकी चूत में डाल उसे चोदने लगा
अब रानी भी मस्ती में आ गई और मुझे जोर से चोदने के लिए उकसाने लगी चोदो मुझे डाक्टर साहब फाड़ दो मेरी डाक्टर साहब छोड़ना मत मुझे बुरी तरह फाड़ दो मुझे और जोर से चोद दो मुझे मैं दासी हूं आपकी आपकी सेवा करूंगी रोज रात दिन आपके सामने बिल्कुल नंगी होकर रहूंगी
आपके लिए हमेशा तैयार रहूंगी और जब जब आपका लंड चाहेगा तब तब चुदवाने के लिए आपके बिस्तर पर लेट जाऊंगी पर मुझे खूब चोदो साहब और जोर से और तेजी से चोदो साहब उस रात मैंने रानी को दो बार चोदा दूसरे दिन दोपहर में ठकुराईन क्लिनिक में आ गई desi chudai kahani
मैंने उसे बताया कि चेकअप हो गया है और शाम तक छोटा सा ऑपरेशन हो जाएगा और कल आपकी बहू आपके घर चली जाएगी ठकुराईन संतुष्ट होकर वापस हवेली चली गई आज रात रानी खुद उतावाली थी कि कब रात हो उसे भी पता था कि कल उसे वापस हवेली चले जाना है और आज की रात ही बची है सच्चा मजा लूटने का
उसने आज कामवासना में मैंने जैसा चाहा वैसे करने दिया एक दूसरे के अंगों को हम दोनों खूब चूसा प्यार किया सहलाया और जी भर के देखा फिर मैंने रानी को तरह तरह से कई पोज़ में चोदा साथ में आने वाले दिनों में उसे अपने ससुराल में कैसे रहना है और क्या करना है सब समझा दिया दूसरे दिन सुरेश भी शहर से आ गया
मैंने उसे समझा दिया रानी का ऑपरेशन हो गया है डाक्टर साहब रानी अब मां बनेगी ना? हां पर तुम जल्दबाजी मत करना अभी एक महीना तो रानी से दूर ही रहना और हां इसे बीच बीच में यहां चेकअप के लिए भेजते रहना यह बहुत सावधानी का काम है सुरेश ने कुछ असमंजस से हां भरी desi chudai kahani
फिर वह रानी को ले गया रानी मेरे प्लान के अनुसार बीच बीच में क्लिनिक में आती रही मैं उसे शाम के वक़्त बुलाता जब गांव के मरीज नहीं होते रात 9-10 बजे तक उसे रख उसकी खूब चुदाई करता रानी भी खूब मस्ती के साथ मुझ से चुदती
दो महीने बाद रानी के गर्भ ठहर गया मैंने रानी को समझा दिया कि वह सुरेश से अब चुदवाए उसकी चूत को तो मेरे लंड ने पहले ही भोसड़ा बना दिया था जहां अब सुरेश का लंड आराम से चला जाता सुरेश भी बहुत खुश था कि डाक्टर साहब के कारण ही अब वह अपनी बीवी को चोद पा रहा है desi chudai kahani
रानी पहले ही मेरी दीवानी बन चुकी थी ठकुराईन को जब पता चला कि रानी के पांव भारी हो गए हैं तो उसने क्लिनिक में आ मेरा शुक्रिया अदा किया मैं तो खुश था ही और अब किसी दूसरी रानी की उम्मीद में अपना क्लिनिक चला रहा हूं